कोटा. रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने कोटा में पंचायत राज मंत्री रमेश मीणा की मीटिंग को लेकर (BJP MLA on Panchayat Raj Minister Meeting) तंज कसा है. उन्होंने कहा कि इस मीटिंग में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी अनाधिकृत रूप से मौजूद थे, उन्हें बैठक में मौजूद ही नहीं होना चाहिए. विधायक दिलावर बैठक के बीच में कुछ समय के लिए बाहर आए थे.
इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि रामगंजमंडी इलाके में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुछ गरीब लोगों के लिए राशि स्वीकृत हुई है, लेकिन पता नहीं होने के कारण लोगों के मकान निर्माण नहीं हो रहे हैं. इस पर उन्होंने आपत्ति जताई थी. दिलावर का कहना है कि बीच बैठक में ही मंत्री मीणा ने उन्हें कह दिया कि वह फालतू बात नहीं करें. दिलावर का कहना है कि मंत्री को इस तरह के शब्द का उपयोग नहीं करना चाहिए. बैठक में मौजूद कांग्रेस शहर के जिलाध्यक्ष रविंद्र त्यागी भी उन्हें टोक रहे थे. मैंने भी उन्हें कह दिया कि आपको किसने बुलाया है, आप अधिकृत भी नहीं हैं.
मंत्री रमेश मीणा बोले- दिलावर के स्वभाव को सब जानते हैं...
मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि कोई गर्मा-गर्मी की बात नहीं थी. विधायक मदन दिलावर का स्वभाव सभी जानते हैं. बैठक में चर्चा सार्थक रही है. विभागीय समीक्षा में हमारे विधायकों, प्रधान और जिला प्रमुख ने जो भी फीडबैक दिया है, इसके अनुसार कमियों पर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए हैं. लापरवाही पर जांच के लिए कमेटी भी गठित की है. इसकी रिपोर्ट आने पर (Condition of Pradhan Mantri Awas Yojana in Ramganj Mandi) दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. गहलोत के मंत्री ने कहा कि यहां पर कमी मिली है, जिसे लेकर कार्रवाई की जाएगी.
मुझे नहीं मिला था भरत सिंह का कोई भी पत्र...
मंत्री रमेश मीणा से जब मीडिया ने पूछा कि सांगोद विधायक भरत सिंह ने सुल्तानपुर के ट्रैक हुए विकास अधिकारी विश्राम मीणा को उसे हटाने के लिए पत्र लिखा था. इस पर मंत्री मीणा ने जवाब दिया कि उन्हें किसी तरह का कोई पत्र नहीं मिला है. इस तरह का कोई पत्र उन्हें अब मिलता है तो निश्चित तौर पर (Ramesh Meena on MLA Bharat Singh Letter) उस पर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी भ्रष्ट अधिकारी ट्रैप हुआ है, उसके खिलाफ एसीबी भी कार्रवाई कर रही है. इसके साथ ही विभागीय कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी. रीट एक्जाम के मुद्दे पर रमेश मीणा ने जवाब देते हुए कहा कि इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बयान दे दिया है, मेरा बोलना सही नहीं है.