कोटा. कोटा नगर निगम में सोमवार को 126वें राष्ट्रीय दशहरा मेला के आयोजन को लेकर मेला समिति की बैठक आयोजित हुई. जिसमें सिने संध्या को लेकर पार्षद आपस में ही उलझ गए. करीब 20 मिनट तक पार्षदों में आपस में ही तनातनी का माहौल बना रहा. इसमें पार्षद प्रकाश सैनी ने कहा कि सिने संध्या के कार्यक्रम में कटौती की जाए और कम पैसों में कलाकार बुलाकर कार्यक्रम करवाया जाए. इसका शेष पैसा बाढ़ पीड़ितों को दिया जाए. जबकि पार्षद नरेंद्र हाड़ा ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की मदद अलग राशि से भी की जा सकती है. कार्यक्रमों में कटौती करने से मेले का स्वरूप कमजोर होगा.
हालांकि, पंजाबी नाइट पर आने वाले निगम की ओर से पहले की मीटिंग में तय किया गया था कि सिने संध्या में पार्श्व गायक सोनू निगम और पंजाबी नाइट में गुरु रंधावा आएंगे. अब मेला समिति ने वापस अपने निर्णय को बदलते हुए सिने संध्या में पार्श्व गायक कुमार शानू को बुलाने का निर्णय किया है. वहीं इवेंट कंपनी ने गुरु रंधावा को भुगतान कर दिया है.
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इसके चलते उनके कार्यक्रम को नहीं बदला गया है. जानकारी के अनुसार जहां सोनू निगम को बुलाने पर 58 लाख रुपए नगर निगम के खर्च हो रहे थे. अब उसकी जगह 25 लाख रुपए तक के कलाकार को बुलाया जाएगा. वहीं बची राशि को बाढ़ पीड़ितों को दी जाएगी.
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इसके अलावा मीटिंग में टैंट, बिजली, दुकान आवंटन, विंटेज कार रैली सहित कई अन्य मुद्दों पर भी समिति ने चर्चा की है. इस बैठक में महापौर महेश विजय, नगर निगम आयुक्त नरेंद्र गुप्ता, उपायुक्त व मेला अधिकारी कीर्ति राठौड़, मेला समिति अध्यक्ष राम मोहन मित्रा 'बाबला', पार्षद महेश गौतम, प्रकाश सैनी, नरेंद्र सिंह हाड़ा, भगवान गौतम, विकास तंवर व मोनू कुमारी सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे.