कोटा. कोटा विश्वविद्यालय में निर्दलीय प्रत्याशी की डिग्री फर्जी निकलने के कारण छात्रसंघ चुनावों को स्थगित कर दिया है. कोटा विश्वविद्यालय में निर्दलीय प्रत्याशी निर्मल कुमार नागर की डिग्री का विश्वविद्यालय में सत्यापन कराया था, जो फर्जी पाई गई है. कोटा विश्वविद्यालय में दो ही स्टूडेंट अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे थे. ऐसे में एक का प्रवेश रद्द होने के चलते एक दिन पहले ही विश्वविद्यालय पर निर्णय लेते हुए चुनाव स्थगित किए हैं. इसमें सामने आया है कि 12वीं पास स्टूडेंट ही फर्जी डिग्री के जरिए एमए में प्रवेश लेकर विश्वविद्यालय से छात्र संघ चुनाव लड़ रहा था.
जानकारी के अनुसार कोटा विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की गुंजन झाला और निर्दलीय प्रत्याशी एबीवीपी के ही बागी निर्मल नागर मैदान में थे. कोटा विश्वविद्यालय के पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन विभाग से स्नातकोत्तर करने के लिए निर्मल ने जीवाजी विश्वविद्यालय की बीए की डिग्री के जरिए एडमिशन लिया था. विश्वविद्यालय को शिकायत मिली थी कि उसकी जीवाजी विश्वविद्यालय की डिग्री फर्जी है. ऐसे में कोटा विश्वविद्यालय ने जीवाजी विश्वविद्यालय को पत्र लिखा था. जिसका पत्र सोमवार को दोबारा कोटा विश्वविद्यालय को मिला, जिसमें जीवाजी विश्वविद्यालय की डिग्री को फर्जी बताया गया है. इसके बाद कोटा विश्वविद्यालय ने तुरंत एक्शन लेते हुए स्नातकोत्तर प्रवेश को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. वहीं छात्र संघ चुनाव को भी स्थगित कर दिया है.
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विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि जब इसका एडमिशन रद्द किया जाएगा. उसके साथ ही छात्र निर्मल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल विश्वविद्यालय के बाहर तैनात किया गया है. ताकि छात्रों के बीच में किसी तरह का गतिरोध नहीं हो. छात्र निर्मल नागर के चुनाव कार्यालय पर भी छात्रों में निराशा की लहर दौड़ गई है.