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कोटा का गैंगवार: रणवीर चौधरी हत्याकांड के मुख्य आरोपी अभी भी फरार, दोबारा दे सकते हैं ऐसे ही वारदात को अंजाम - श्रीनाथपुरम स्टेडियम

22 दिसंबर, रविवार को कोटा में गैंगवार की बड़ी वारदात सामने आई. शहर के श्रीनाथपुरम स्टेडियम के मैन गेट पर हिस्ट्रीशीटर रणवीर चौधरी को अंधाधुंध गोलिया से भून दिया गया. इस हत्यांकाड के पीछे शिवराज गैंग का हाथ था. लेकिन 25 दिन बाद भी कोटा पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच पाई. ऐसे में अब पुलिस ने एक और बड़ा खुलासा किया है. क्या है वो, जानिए कोटा से स्पेशल रिपोर्ट में...

again gang war in kota, Ranveer Chaudhary Murder case
कोटा में फिर गैंगवार की आहट
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Published : Jan 15, 2020, 7:40 PM IST

कोटा. हिस्ट्रीशीटर रणवीर चौधरी हत्याकांड के 25 दिन बाद भी पुलिस सभी हत्यारों तक नहीं पहुंच पाई है. हालांकि पुलिस ने हत्याकांड में शामिल सराफत अली को देवली से, पीर मोहम्मद को रेलवे स्टेशन के पास और विक्रम सिंह पांडोली को बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा अनीस उर्फ टिंकू खान और मंसूर को ट्रांजिट रिमांड पर सूरत से लेकर आई है. अभी इस मामले में मुख्य अभियुक्त अजय सिंह हाड़ा उर्फ अज्जू बन्ना, महेश वाल्मीकि और हारुन अली फरार चल रहे हैं. इनके गिरफ्तार होने के बाद ही अन्य अभियुक्तों का पता चल पाएगा. जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज है. पुलिस लगातार 25 दिनों से सैकड़ों शहरों और राजस्थान के आसपास के अन्य राज्यों में भी दबिश दे चुकी है, लेकिन उनके हाथ सफलता नहीं लगी है. इस बीच एक और अहम खुलासा हुआ है कि इस हत्याकांड के जो अभियुक्त हैं, वो दोबारा कोटा शहर में ही इस तरह के हत्याकांड को अंजाम दे सकते हैं.

कोटा में फिर गैंगवार की आहट..देखिए स्पेशल रिपोर्ट

पढ़ें: कोटा के गैंगस्टर रणवीर चौधरी मर्डर केस का खुलासा, तीन आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे

पुलिस का कहना है कि मध्यप्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ के साथ राजस्थान में जयपुर, अजमेर, बीकानेर सहित कई जिलों में दबिश दी गई है. पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए पुलिसिंग मेथड और तकनीक का भी उपयोग कर रही है.

अज्जू बन्ना 5 हजार और महेश वाल्मीकि पर 2500 का इनाम
कोटा शहर पुलिस की 15 से ज्यादा टीमें लगातार 25 दिनों से मुख्य आरोपी अजय सिंह उर्फ अज्जू बन्ना, महेश वाल्मीकि और हारुन अली की तलाश में जुटी हुई है, लेकिन यह लोग पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहे हैं. पुलिस का मानना है कि अज्जू बन्ना के पास हथियार हैं, जिससे वो हमेशा हथियारों से लैस रहता है और उसके पास जो हथियार रहते हैं, वह लोडेड भी रहते हैं. ऐसे में अभी भी वो खतरा बना हुआ है. पुलिस ने अज्जू बन्ना पर 5 हजार के इनाम की घोषणा की है. वहीं महेश वाल्मीकि के ऊपर भी 2500 रुपए के इनाम की घोषणा की गई है. जब यह आरोपी गिरफ्तार हो जाएंगे, तो घटना कार्य करने में जो अन्य आरोपी है. उनके बारे में जानकारी मिल सकेगी.

again gang war in kota, Ranveer Chaudhary Murder case
रणवीर हत्यकांड के मुख्य अभियुक्त

पढ़ें: रणवीर हत्याकांडः टिंकू और मंसूर को ट्रांजिट रिमांड पर सूरत से लाई कोटा पुलिस, किया गिरफ्तार

जमीन के सौदे को लेकर हुई थी रणवीर की हत्या
कोटा शहर एसपी दीपक भार्गव खुद मानते हैं कि भानु प्रताप गैंग और शिवराज गैंग में अभी भी गैंगवार चल रही है और इसी गैंगवार का नतीजा रणवीर की हत्या है, जो भानु प्रताप सिंह का गुर्गा था. उसकी हत्या भी जमीन के सौदे को लेकर हुई थी. यह प्लॉट कोटा शहर के सेवन वंडर के सामने वल्लभबाड़ी में स्थित है. इस प्लॉट की कीमत करोड़ों रुपए बताई जा रही है.

पिंकू बन्ना था निशाना पर, शह देने पर उड़ा दिया रणवीर को
रणवीर चौधरी के हत्यारों का असली निशाना पिंकू बन्ना था, जिसके कब्जे में अभी भी वल्लभबाड़ी वाला प्लॉट है. यह शिवराज गैंग के सभी गुर्गे पिंकू बन्ना पर हमला करने की फिराक में थे, लेकिन रणवीर चौधरी ने पिंकू बन्ना को शह दी थी. इसी के चलते शिवराज गैंग के गुर्गों ने उसको गोलियों से भून दिया. पुलिस का कहना है कि अभी भी पिंकू बन्ना उनके निशाने पर बना हुआ है. शिवराज गैंग के गुर्गें कभी भी पिंकू बन्ना के ऊपर जानलेवा हमला कर सकते हैं.

पढ़ें: क्राइम स्टोरी: कोटा में एक बार फिर गैंगवार, ये शिवराज के चार गुर्गे जिन्होंने रणवीर चौधरी को गोलियों से किया छलनी

5 लोगों ने चलाई थी रणवीर चौधरी पर गोलियां
कोटा शहर एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि रेकी करने के बाद 22 दिसंबर को विक्रम सिंह पांडोली ने फोन करके रणवीर चौधरी को श्रीनाथपुरम स्टेडियम के बाहर बुलाया था. शराफत ने उसे इशारा किया था. यहां पर हारुन अली, अजय सिंह उर्फ अज्जू, अनीश उर्फ टिंकू, महेश वाल्मीकि और पीर मोहम्मद में गोलियां से उसे भून दिया था. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें पीर मोहम्मद, शराफत अली और विक्रम सिंह पांडोली शामिल है. हालांकि इनके अलावा अनीस उर्फ टिंकू खान और मंसूर को पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर सूरत से लेकर आई है.

कोटा. हिस्ट्रीशीटर रणवीर चौधरी हत्याकांड के 25 दिन बाद भी पुलिस सभी हत्यारों तक नहीं पहुंच पाई है. हालांकि पुलिस ने हत्याकांड में शामिल सराफत अली को देवली से, पीर मोहम्मद को रेलवे स्टेशन के पास और विक्रम सिंह पांडोली को बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा अनीस उर्फ टिंकू खान और मंसूर को ट्रांजिट रिमांड पर सूरत से लेकर आई है. अभी इस मामले में मुख्य अभियुक्त अजय सिंह हाड़ा उर्फ अज्जू बन्ना, महेश वाल्मीकि और हारुन अली फरार चल रहे हैं. इनके गिरफ्तार होने के बाद ही अन्य अभियुक्तों का पता चल पाएगा. जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज है. पुलिस लगातार 25 दिनों से सैकड़ों शहरों और राजस्थान के आसपास के अन्य राज्यों में भी दबिश दे चुकी है, लेकिन उनके हाथ सफलता नहीं लगी है. इस बीच एक और अहम खुलासा हुआ है कि इस हत्याकांड के जो अभियुक्त हैं, वो दोबारा कोटा शहर में ही इस तरह के हत्याकांड को अंजाम दे सकते हैं.

कोटा में फिर गैंगवार की आहट..देखिए स्पेशल रिपोर्ट

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पुलिस का कहना है कि मध्यप्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ के साथ राजस्थान में जयपुर, अजमेर, बीकानेर सहित कई जिलों में दबिश दी गई है. पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए पुलिसिंग मेथड और तकनीक का भी उपयोग कर रही है.

अज्जू बन्ना 5 हजार और महेश वाल्मीकि पर 2500 का इनाम
कोटा शहर पुलिस की 15 से ज्यादा टीमें लगातार 25 दिनों से मुख्य आरोपी अजय सिंह उर्फ अज्जू बन्ना, महेश वाल्मीकि और हारुन अली की तलाश में जुटी हुई है, लेकिन यह लोग पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहे हैं. पुलिस का मानना है कि अज्जू बन्ना के पास हथियार हैं, जिससे वो हमेशा हथियारों से लैस रहता है और उसके पास जो हथियार रहते हैं, वह लोडेड भी रहते हैं. ऐसे में अभी भी वो खतरा बना हुआ है. पुलिस ने अज्जू बन्ना पर 5 हजार के इनाम की घोषणा की है. वहीं महेश वाल्मीकि के ऊपर भी 2500 रुपए के इनाम की घोषणा की गई है. जब यह आरोपी गिरफ्तार हो जाएंगे, तो घटना कार्य करने में जो अन्य आरोपी है. उनके बारे में जानकारी मिल सकेगी.

again gang war in kota, Ranveer Chaudhary Murder case
रणवीर हत्यकांड के मुख्य अभियुक्त

पढ़ें: रणवीर हत्याकांडः टिंकू और मंसूर को ट्रांजिट रिमांड पर सूरत से लाई कोटा पुलिस, किया गिरफ्तार

जमीन के सौदे को लेकर हुई थी रणवीर की हत्या
कोटा शहर एसपी दीपक भार्गव खुद मानते हैं कि भानु प्रताप गैंग और शिवराज गैंग में अभी भी गैंगवार चल रही है और इसी गैंगवार का नतीजा रणवीर की हत्या है, जो भानु प्रताप सिंह का गुर्गा था. उसकी हत्या भी जमीन के सौदे को लेकर हुई थी. यह प्लॉट कोटा शहर के सेवन वंडर के सामने वल्लभबाड़ी में स्थित है. इस प्लॉट की कीमत करोड़ों रुपए बताई जा रही है.

पिंकू बन्ना था निशाना पर, शह देने पर उड़ा दिया रणवीर को
रणवीर चौधरी के हत्यारों का असली निशाना पिंकू बन्ना था, जिसके कब्जे में अभी भी वल्लभबाड़ी वाला प्लॉट है. यह शिवराज गैंग के सभी गुर्गे पिंकू बन्ना पर हमला करने की फिराक में थे, लेकिन रणवीर चौधरी ने पिंकू बन्ना को शह दी थी. इसी के चलते शिवराज गैंग के गुर्गों ने उसको गोलियों से भून दिया. पुलिस का कहना है कि अभी भी पिंकू बन्ना उनके निशाने पर बना हुआ है. शिवराज गैंग के गुर्गें कभी भी पिंकू बन्ना के ऊपर जानलेवा हमला कर सकते हैं.

पढ़ें: क्राइम स्टोरी: कोटा में एक बार फिर गैंगवार, ये शिवराज के चार गुर्गे जिन्होंने रणवीर चौधरी को गोलियों से किया छलनी

5 लोगों ने चलाई थी रणवीर चौधरी पर गोलियां
कोटा शहर एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि रेकी करने के बाद 22 दिसंबर को विक्रम सिंह पांडोली ने फोन करके रणवीर चौधरी को श्रीनाथपुरम स्टेडियम के बाहर बुलाया था. शराफत ने उसे इशारा किया था. यहां पर हारुन अली, अजय सिंह उर्फ अज्जू, अनीश उर्फ टिंकू, महेश वाल्मीकि और पीर मोहम्मद में गोलियां से उसे भून दिया था. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें पीर मोहम्मद, शराफत अली और विक्रम सिंह पांडोली शामिल है. हालांकि इनके अलावा अनीस उर्फ टिंकू खान और मंसूर को पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर सूरत से लेकर आई है.

Intro:कोटा शहर में हुए रणवीर हत्याकांड में मुख्य अभियुक्त अजय सिंह हाडा उर्फ अज्जू बना, महेश वाल्मीकि और हारून अली अभी भी फरार चल रहे हैं. इनके गिरफ्तार होने के बाद ही अन्य अभियुक्तों का पता चल पाएगा. जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज है. पुलिस लगातार 25 दिनों से सैकड़ों शहरों और राजस्थान के आसपास के अन्य राज्यों में भी दबिश दे चुकी है, लेकिन उनके हाथ सफलता नहीं लगी है. इस बीच एक और अहम खुलासा हुआ है कि इस हत्याकांड के जो अभियुक्त हैं वह दोबारा कोटा शहर में ही इस तरह के हत्याकांड को अंजाम दे सकते हैं.


Body:कोटा.
कोटा शहर पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर रणवीर चौधरी हत्याकांड के 25 दिन बाद भी पूरे हत्यारों तक नहीं पहुंच पाई है. इस मामले में मुख्य अभियुक्त अजय सिंह हाडा उर्फ अज्जू बना, महेश वाल्मीकि और हारून अली अभी भी फरार चल रहे हैं. इनके गिरफ्तार होने के बाद ही अन्य अभियुक्तों का पता चल पाएगा. जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज है. पुलिस लगातार 25 दिनों से सैकड़ों शहरों और राजस्थान के आसपास के अन्य राज्यों में भी दबिश दे चुकी है, लेकिन उनके हाथ सफलता नहीं लगी है. इस बीच एक और अहम खुलासा हुआ है कि इस हत्याकांड के जो अभियुक्त हैं वह दोबारा कोटा शहर में ही इस तरह के हत्याकांड को अंजाम दे सकते हैं. पुलिस का कहना है कि मध्यप्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ के साथ राजस्थान में जयपुर, अजमेर, बीकानेर सहित कई जिलों में दबिश दी गई है. पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए पुलिसिंग मेथड और तकनीक का भी उपयोग कर रही है.

अज्जू पर 5000 और महेश वाल्मीकि पर 2500 का इनाम
कोटा शहर पुलिस कि 15 से ज्यादा टीमें लगातार 25 दिनों से मुख्य आरोपी अजय सिंह उर्फ अज्जू बना, महेश वाल्मीकि और हारून अली की तलाश में जुटी हुई है, लेकिन यह लोग पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहे हैं. पुलिस का मानना है कि अज्जू बना के पास हथियार हैं, हमेशा हथियारों से लैस रहता है और उसके पास जो हथियार रहते हैं. वह लोडेड भी रहते हैं. वह अभी भी खतरा बना हुआ है. ऐसे में उस पर 5000 रुपए के इनाम की घोषणा की गई है. वही महेश वाल्मीकि के ऊपर भी 2500 रुपए के इनाम की घोषणा की गई है. जब यह आरोपी गिरफ्तार हो जाएंगे तो घटना कार्य करने में जो अन्य आरोपी है उनके बारे में जानकारी मिल सकेगी

जमीन के सौदे को लेकर हुई थी रणवीर की हत्या
कोटा शहर एसपी दीपक भार्गव खुद मानते हैं कि भानु प्रताप और शिवराज गैंग में अभी भी गैंगवार चल रही है और इसी गैंगवार का नतीजा रणवीर की हत्या है, जो भानु प्रताप सिंह का गुर्गा था. उसकी हत्या भी जमीन के सौदे को लेकर हुई थी. यह प्लॉट कोटा शहर के सेवन वंडर के सामने वल्लभबाड़ी में स्थित है. इस प्लॉट की कीमत करोड़ों रुपए बताई जा रही है.

पिंकू बना था निशाना पर, शह देनेपर उड़ा दिया रनवीर को
रणवीर के हत्यारों का असली निशाना पिंकू बना था, जिसके कब्जे में अभी भी वल्लभबाड़ी वाला प्लॉट है. यह शिवराज गंज के सभी गुड़ग़े पिंकू बना पर हमला करने की फिराक में थे, लेकिन रणवीर चौधरी ने पिंकू बना को शह दी थी. इसी के चलते शिवराज गैंग के गुर्गों ने उसको गोलियों से भून दिया. पुलिस का कहना है कि अभी भी पिंकू बना उनके निशाने पर बना हुआ है. शिवराज गैंग के गुर्गे कभी भी पिंकू बना के ऊपर जानलेवा हमला कर सकते हैं.




Conclusion:5 लोगों ने चलाई थी गोलियां
कोटा शहर एसपी भार्गव ने बताया कि रेकी करने के बाद 22 दिसंबर को विक्रम सिंह पांडोली ने फोन करके रणवीर चौधरी को श्रीनाथपुरम स्टेडियम के बाहर बुलाया था. शराफत ने उसे इशारा किया था. यहां पर हारून अली, अजय सिंह उर्फ अज्जू, अनीश उर्फ टिंकू, महेश वाल्मीकि और पीर मोहम्मद में गोलियां से उसे भून दिया था. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें पीर मोहम्मद, शराफत अली और विक्रम सिंह पांडोली शामिल है.



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