कोटा. सुकेत की नाबालिग बालिका को झालावाड़ ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले ने पूरे प्रदेश में हंगामा खड़ा कर दिया था. प्रदेश सरकार की इस मामले में जमकर किरकिरी हुई थी. कोटा ग्रामीण पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में 31 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की थी, जिनमें 4 नाबालिग शामिल थे. उन्हें पुलिस ने निरुद्ध कर बाल संरक्षण गृह भेजा गया था. इन चारों नाबालिग आरोपियों के खिलाफ बुधवार को किशोर न्याय बोर्ड में कोटा ग्रामीण पुलिस ने चालान पेश किया.
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पुलिस ने इन चारों नाबालिगों को भी पॉक्सो एक्ट और एससी-एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में आरोपी माना था. उसी के अनुसार पुलिस उप अधीक्षक नेत्रपाल सिंह और सुकेत थाना अधिकारी रामपाल शर्मा ने जांच करते हुए चालान पेश किया. इस मामले में सभी 31 आरोपियों के खिलाफ पुलिस न्यायालय में चालान पेश कर चुकी है.
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5 दिन पहले ही पेश किया 27 लोगों के खिलाफ चालान
इस मामले में कोटा ग्रामीण पुलिस के उप अधीक्षक नेत्रपाल सिंह और सुकेत थाना अधिकारी रामपाल शर्मा ने 5 दिन पहले ही पॉक्सो न्यायालय क्रम संख्या-2 में 27 आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया था, जो कि सभी बालिग थे. इनमें 3 महिलाएं भी शामिल है. अधिकांश आरोपी झालावाड़ जिले के ही रहने वाले हैं. केवल 2 आरोपी सुकेत इलाके के हैं. कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने बताया था कि इस मामले में 1750 पेज का पूरा काला चिट्ठा पुलिस जांच में तैयार किया गया है, जो कि पीड़िता के खिलाफ आरोपियों ने की बर्बरता को दर्शा रहा है.