कोटा. रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस के हाथ बड़ी (Kota Police in Action) सफलता लगी है. महज दो घंटों में 2 लाख 30 हजार रुपए की लूट का खुलासा करते हुए तीन अंतरराज्यीय लुटेरों (Kota police arrested three interstate robbers) को गिरफ्तार किया है. वारदात में प्रयुक्त वाहन को भी जब्त किया है. आरोपियों ने प्रदेश सहित अन्य राज्यों में करीब 22 लाख रुपए की 7 लूट की वारदातों को कबूल किया है.
पुत्री की शादी का बकाया चुकाने जा रहा था पीड़ित
रेलवे कॉलोनी थाना अधिकारी मुनीन्द्र सिंह ने बताया कि पीड़ित अपनी पुत्री की शादी के बाद शहर में टेंट, किराना, कपड़े और साउंड वाले की बकाया राशि देने बाइक से आया था. इस दौरान भदाना से नयागांव वाले रास्ते पर तीन लोगों ने उसे रोककर उससे 2.30 लाख रुपए लूट लिए. लुटेरों की गाड़ी का नंबर पीड़ित ने बताया था. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले. आरोपी जिस रास्ते से गए उस रास्ते पर पीछा करते हुए पुलिस किशोरपुरा थाना इलाके में पहुंची. जहां घोड़े वाले बाबा सर्किल के पास घटना में प्रयुक्त वाहन मिला. जिसके बाद पीड़ित का आधार कार्ड, लूट की राशि को जब्त कर तीनों लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया गया.
गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य सरगना बोरखेड़ा थाना इलाके के देवली अरब रोड स्थित प्रगति नगर निवासी गजेंद्र उर्फ बंटी गुर्जर है. उसके साथ गिरफ्तार दो अन्य आरोपियों में बोरखेड़ा थाना इलाके की फ्रेंड्स कॉलोनी निवासी रविंद्र कुमार मेघवाल और जयहिंद नगर निवासी नागेश कुमार प्रजापति शामिल हैं.
आरोपी ने 7 चोरी की वारदातें कबूली, मुख्य आरोपी पर हत्या सहित कई मामले हैं दर्ज
पुलिस ने बताया कि गैंग ने कोटा शहर के साथ प्रदेश सहित मध्य प्रदेश में भी लूट की कई वारदातों को अंजाम दिया है. फरवरी 2020 में झालावाड़ जिले के पथरिया में जाकिर लाला से 1 लाख 60 हजार की लूट की. वहीं दिसंबर 2020 में रेलवे कॉलोनी वर्कशॉप के पास चंद्रशेखर से 80 हजार, मध्य प्रदेश के बेतूल में शैलेंद्र खेरवाल से 12 लाख 50 हजार, जून 2021 में मध्यप्रदेश के मंदसौर में राघोसिंह से 70 हजार रुपए की लूट की.
साथ ही जून 2021 में मध्य प्रदेश के खाचरोत में अमजद लाला से 1 लाख 80 हजार, जुलाई 2021 में मध्य प्रदेश के नागदा उज्जैन रोड पर 3 लाख रुपए की लूट की वारदातों को अंजाम दिया है. मुख्य आरोपी गजेंद्र उर्फ बंटी गुर्जर पर हत्या, लूट, चोरी, नकबजनी, तस्करी और धोखाधड़ी के करीब एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं.