कोटा. शहर की बोरखेड़ा थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 10 से ज्यादा वारदातों (loot cases in kota) में शामिल एक गैंग का खुलासा किया है. जिनमें से तीन आरोपी गिरफ्तार हो गए हैं और दो अभी भी फरार हैं. इस गैंग ने बीते दिनों कुछ ही घंटों में कई वारदातों को अंजाम देकर कोटा ग्रामीण इलाके में हड़कंप मचा दिया था. आरोपी ने कोटा शहर के अलावा कोटा ग्रामीण और बूंदी में पेट्रोल पंप पर फायरिंग और हाईवे पर लूटपाट की वारदातों को अंजाम दिया (loot gang arrested in kota) है. इसके अलावा ये गैंग हथियारों की नोक पर राहगीरों और बाइक सवारों को लूटने का काम करती थी.
बोरखेड़ा थाना अधिकारी महेंद्र मीणा ने बताया कि 29 मार्च को कुछ बदमाशों ने 120 फीट लिंक सड़क से बोरखेड़ा जाने वाली रोड पर नरेंद्र तुसियां और हेमसिंह अलग-अलग बाइक से जा रहे थे. दोनों को धारदार हथियार और फायरिंग कर रोकने की कोशिश की गई, लेकिन वो आगे निकल गए. बाद में बदमाशों ने नरेंद्र तुसियां को हथियारों के दम पर रोक लिया और लूटपाट कर मोबाइल छीन कर भाग गए. इस मामले में तकनीकी अनुसंधान और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पड़ताल शुरू की गई.
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3 गिरफ्तार, 2 फरार: पुलिस ने इटावा के करवाड़ निवासी यशराज हाड़ा, बारां जिले के अंता थाने के पलायथा निवासी सुरेंद्र कोली और झालावाड़ जिले के अकलेरा थाना के मदनपुरा निवासी सोनू मेघवाल को गिरफ्तार किया है. तीनों बोरखेड़ा थाना इलाके के अलग-अलग कॉलोनियों में रह रहे थे. इन्हीं के साथ वारदातों में शामिल दो अन्य आरोपी अभी फरार हैं. जिनमें अफसर और इमरान शामिल हैं. उन दोनों को गिरफ्तार करने के लिए प्रयास जारी हैं. बापर्दा गिरफ्तार तीनों आरोपियों ने 10 वारदातों को अंजाम देने की बात को कबूला है. आरोपियों से हथियारों के बारे में पूछताछ की जाएगी और उन्हें बरामद किया जाएगा. इसके अलावा लूट की राशि और सामान जब्त किए जाएंगे. ये आरोपी केवल अपने शौक पूरा करने के लिए ही लूटपाट की वारदातों को अंजाम देते थे.