कोटा. जिले में कोरोना का कहर विकराल रूप ले चुका है. अस्पताल में जहां पर उपचार के दौरान 13 मरीजों ने दम तोड़ दिया. जिसके चलते श्मशान घाट में लगातार एंबुलेंस से पहुंचती रही और वहां पर कतार भी शवों के अंतिम संस्कार के लिए लगी हुई थी.
एक के बाद एक मरीज के मरने की सूचना अस्पताल से आती रही. कोरोना संक्रमण से रविवार को 13 मरीजों की मौत हुई. मेडिकल व्यवस्था भी जिले में अब चौपट जैसी ही होने लगी है. क्योंकि लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है. रविवार को 1116 पॉजिटिव के सामने आए हैं. कोटा मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ विजय सरदाना ने बताया कि अब अस्पताल में आईसीयू बेड नहीं बचे हैं.
उन्होंने कहा कि मरीज अस्पताल आने से पहले जांच-पड़ताल कर ही अस्पताल पहुंचें. एमबीएस अस्पताल में 48 बेड कोटेज और 30 बेड आर्थोमॉलोजिकल में रिजर्व किए हैं. कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए बेड नहीं होने से मेडिकल कॉलेज के एग्जाम हॉल को कोविड के लिए रिजर्व किया गया है. यहां दो हॉल में 50-50 बेड रिजर्व किए गए हैं. स्टाफ लगाते ही यहां भी जल्द उपचार शुरू हो जाएगा. नए अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग में 12 बेड पर मॉनिटर लगवाए हैं, ताकि आईसीयू बेड हो सकें.
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एमबीएस से स्किन और मनोरोग रामपुरा शिफ्ट
एमबीएस अस्पताल अधीक्षक डॉ नवीन सक्सेना ने बताया कि इस सेंटर पर ऐसे मरीज रखे जाएंगे. जिनकी ऑक्सीजन सेचुरेशन ठीक है. हमारे पास हाई फ्लो ऑक्सीजन की सुविधा नहीं है. हाल ही में 100 सिलेण्डर का ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है. सेंटर पर डॉक्टर व स्टाफ की ड्यूटी लगा दी गई है. जबकि एमबीएस अस्पताल में संचालित मनोचिकित्सा व स्कीन विभाग को रामपुरा जिला अस्पताल में शिफ्ट किया गया.
निजी अस्पताल भी फूल
मेडिकल कॉलेज में 10 लीटर क्षमता के 100 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर, 200 मल्टी पैरामीटर व 300 पल्स ऑक्सीमीटर खरीदेंगे जाएंगे. इसके वर्कऑर्डर हो चुके है. कोविड अस्पताल में नॉर्मल बेड आईसीयू में तब्दील करने के लिए किए गए हैं. वहीं निजी अस्पताल भी फुल चल रहे हैं. निजी अस्पतालों में इमरजेंसी में मरीजों की वेटिंग चल रही है. किसी मरीज के डिस्चार्ज होने के बाद ही बड़ी मुश्किल से मरीजों को जगह मिल पा रही है.
विधायक दिलावर ने 25 लाख और संदीप शर्मा ने 50 लाख दिए
कोरोना की भयावह स्थिति में मदद करने के लिए विधायक मदन दिलावर और संदीप शर्मा भी आगे आए हैं. विधायक मदन दिलावर ने 25 लाख रुपए की अनुशंसा अपने विधायक को से की है. जिसके जरिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, सिलेंडर और अन्य मेडिकल उपकरण खरीदी जाए. इसके लिए नोडल एजेंसी भी जिला कलेक्टर को बनाया है. इससे पहले कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा भी 50 लाख रुपए अपने विधायक कोष से दे चुके हैं. जिसमें दवाइयां, रेमडेसीविर इंजेक्शन, ऑक्सीजन सिलेंडर और कंसंट्रेटर खरीदने के लिए जारी किए थे.