कोटा. जिले के कैथून कस्बा स्थित भीमपुरा के सरकारी विद्यालय में छात्रों की संख्या 200 से 300 के बीच में है. छात्रों की संख्या को देखते हुए विद्यालय में कक्षाओं की कमी है. छात्रों को खुले में बैठाकर शिक्षण कराया जाता है. और गार्डन नेट लगाकर छाया की वैकल्पिक व्यवस्था कर उन्हें पढ़ाने का काम किया जाता है.
बरसात होने पर स्कूल कर देते हैं बंद
शाला के प्रधानाचार्य बताते हैं कि वह खुद और उनके स्टाफ द्वारा व्यवस्थाएं की जाती है. उसके बाद छात्रों को पढ़ाया जाता है. यदि ज्यादा बरसात हो जाती है तो छात्रों को तुरंत छुट्टी कर घर भेज दिया जाता है. ऐसे में बच्चों की शिक्षा का काम बाधित हो जाता है. विद्यालय के नए भवन निर्माण के लिए कई बार प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं. लेकिन, उस पर अभी तक कोई अमल होता नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में छात्रों को पुराना भवन है उसी में पढ़ना पड़ रहा है.
धाकड़ खेड़ी परिसीमन के बाद हुई थी नगर निगम में शामिल
बता दें कि धाकड़ खेड़ी पंचायत समिति हुआ करती थी पर परिसीमन के बाद वह नगर निगम में शामिल हो गई. उसके बाद भीमपुरा सबसे बड़ा इलाका था, इसे पंचायत समिति बनाकर यहां पर प्राथमिक विद्यालय को क्रमोन्नत कर उच्च माध्यमिक विद्यालय बनाया गया है. लेकिन, संसाधन एवं भवन में कक्षों की कमी साफ दिखाई देती है. यही नहीं विद्यालय परिसर में कई अव्यवस्थाएं हैं. भवन में कई जगह पानी भरा हुआ है वहीं पानी के गड्ढे के पास ही खुले में कक्षा संचालित होती हैं.