कोटा. नगर विकास न्यास का अतिक्रमण निरोधक दस्ता लगातार अधिग्रहित मकानों को तोड़ने की कार्रवाई कर रहा है. आज सोमवार को अतिक्रमण निरोधक दस्ते ने रिवरफ्रंट के लिए बनाए जाने वाले रास्ते के लिए अधिग्रहित मकानों को तोड़ा. नयापुरा चंबल नदी की पुलिया के नीचे स्थित गुजराती बस्ती को खाली करवाया गया. गुजराती बस्ती के 43 मकानों को पहले ही नगर विकास न्यास ने पुनर्वास योजना के तहत अधिग्रहित कर लिया था.
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अधिग्रहित भूमि पर जिन लोगों के मकान थे उन्हें दूसरी जगह पर जमीन आवंटित कर दी गई थी. मकान तोड़ने के लिए बड़ी संख्या में मशीनरी लेकर यूआईटी के अधिकारी और कार्मिक पहुंचे. यहां रह रहे लोगों से पहले ही मकान खाली करवा लिए गए थे. इसके बाद यूआईटी ने सभी मकानों को ढहा कर जगह समतल कर दी.
रिवरफ्रंट का मुख्य गेट और पार्किंग बनेगी
चंबल नदी पर तकरीबन एक हजार करोड़ की लागत से बनाए जा रहे हेरिटेज रिवरफ्रंट का मुख्य प्रवेश यहीं से होगा. चंबल नदी के पुलिया के नीचे इस गुजराती बस्ती के पास में पार्किंग भी बनाई जाएगी. साथ ही रिवरफ्रंट पर एंट्री का दरवाजा भी यहीं होगा. एंट्री गेट का निर्माण काफी शानदार होगा. गुजराती बस्ती चंबल के बिल्कुल नजदीक है. यह एरिया अक्सर बैराज से चंबल नदी में पानी छोड़ने पर बाढ़ की चपेट में आ जाता था. पूरी बस्ती में पानी भर जाता था.