कोटा. जिले में रविवार रात को किन्नर समाज के सदस्यों ने कैंडल मार्च निकालकर निशा किन्नर के पकड़े गए हत्यारों को फांसी देने की मांग की. इस दौरान पूरे हाड़ौती संभाग और अन्य जिलों के भी किन्नर कोटा पहुंचे थे. किन्नर समाज ने सब्जी मंडी से लेकर श्रीपुरा पुराना बस स्टैंड तक मौन जुलूस निकाला और निशा किन्नर को श्रद्धांजलि दी. निशा किन्नर की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन व्रत भी रखा गया. किन्नर समाज के लोगों का कहना है कि निशा के हत्यारों को कड़ी से कड़ी और फांसी की सजा दी जाए.
कैंडल मार्च में जयपुर से भाग लेने आई रानी किन्नर का कहना है कि निशा उसकी मां थी. उसके हत्यारों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए. ऐसा नहीं हुआ तो दूसरे किन्नर आपस में कत्लेआम जारी रखेंगे. झालावाड़ से कोटा प्रदर्शन में भाग लेने आई अलीमा बाई किन्नर का कहना है कि ममता उन्हें काम नहीं करने देती थी. वह झालावाड़ और झालरा पाटन में कार्यरत थी, लेकिन वहां भी उन्हें परेशान करने का कार्य करती थी. साथ ही कहा कि उसने रावतभाटा से कोटा आकर दूसरे लोगों को भी काफी तंग किया हुआ है.
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बुजुर्ग तारा देवी किन्नर ने कहा कि ममता ने निशा के साथ गलत सलूक किया है. ममता दूसरों के साथ भी ऐसा कर सकती है. वहीं इंदु देवी किन्नर ने कहा कि अगर ममता किन्नर जेल से छूटा तो किन्नर समाज बड़े-बड़े आंदोलन पूरे प्रदेश में चलाएगा. बता दें कि कोटा के निशा किन्नर अपने जानकार ममता किन्नर और कमला किन्नर के साथ अशोकनगर सम्मेलन में भाग लेने गए थे. वहां से वापसी आते समय बारां जिले के शाहबाद के नजदीक श्योपुर घाटा में उसकी गला दबाकर इन दो किन्नरों ने दो युवक इमरान और मुकेश के साथ मिलकर निशा किन्नर की हत्या कर दी थी. उसेक बाद पुलिस ने इस मामले का पटाक्षेप करते हुए चारों को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल ये साभी आरोपी रिमांड पर हैं.