ETV Bharat / city

यूडीएच मंत्री धारीवाल की टाइमलाइन में पूरा नहीं होगा केशवपुरा फ्लाईओवर का काम, अभी भी 5 फीसदी काम बाकी - केशवपुरा फ्लाईओवर

केशवपुरा फ्लाईओवर के निरीक्षण के दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने साफ तौर पर निर्देश दिए थे कि 15 फरवरी तक इसका निर्माण पूरा हो जाना चाहिए. 9 फरवरी निकल गई, लेकिन अभी भी काफी काम बाकी है. 16 फरवरी से संवेदक के ऊपर पेनल्टी लगाने की बात यूडीएच मंत्री ने कही थी, बावजूद इसके अभी भी 5 प्रतिशत काम अधूरा है.

UDH minister Shanti Dhariwal, Keshavpura flyover
टाइमलाइन में पूरा नहीं होगा केशवपुरा फ्लाईओवर का का
author img

By

Published : Feb 10, 2021, 6:38 AM IST

कोटा. नगर विकास न्यास की तरफ से बनवाए जा रहे केशवपुरा फ्लाईओवर के निरीक्षण के दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने साफ तौर पर निर्देश दिए थे कि 15 फरवरी तक इसका निर्माण पूरा हो जाना चाहिए, क्योंकि इसकी समय सीमा काफी बढ़ा दी गई है. ऐसे में अब 9 फरवरी आज हो गई है, लेकिन अभी भी काफी काम बाकी है.

टाइमलाइन में पूरा नहीं होगा केशवपुरा फ्लाईओवर का का

यूडीएच मंत्री ने साफ कहा था कि 16 फरवरी से संवेदक के ऊपर पेनल्टी लगाने का काम शुरू हो जाएगा. ऐसे में अभी भी 5 फीसदी कार्य बाकी है. जिनमें डामरीकरण, लाइटिंग और फ्लाईओवर के दोनों छोर का निर्माण बाकी है. डिवाइडर का भी निर्माण अभी नहीं हो पाया है. इसके साथ ही फ्लाईओवर के नीचे के हिस्से में बनने वाली पार्किंग और दोनों छोर के रास्ते भी अधूरे ही हैं.

अभियंताओं की मानें तो इसमें अभी 5 फ़ीसदी काम है, लेकिन ये जो कार्य है, वह 5 दिन में पूरा नहीं हो सकता है. निर्माण कर रही मेसर्स विजय मिस्त्री फर्म के अभियंता जन्मेजय अग्निहोत्री का कहना है कि फिनिशिंग का काम ही चल रहा है. जिसमें उन्होंने बताया कि डामर का भी काम चल रहा है और कंक्रीट का काम पूरा हो गया है. हालांकि जब ईटीवी भारत ने इस फ्लाईओवर का दौरा किया तब सीमेंट कंक्रीट से स्लैब बनाने के कार्य जारी थे, जो कि केशवपुरा की तरफ चल रहा है.

पढ़ें- सांसद कर्नल राज्यवर्धन ने लोकसभा में एमएसएमई के पंजीकरण के संबंध में पूछे प्रश्न, मंत्री नितिन गडकरी ने दिए जवाब

इस फ्लाईओवर के नीचे के हिस्से में अधिकांश जगह पर पार्किंग के लिए जगह बनानी है, लेकिन उसका निर्माण भी पूरा नहीं हो पाया है. इसके साथ ही आने और जाने स्लिप लेन का कार्य भी अधूरा है. ऐसे में जब ऊपर का रास्ता शुरू कर दिया जाएगा, तो भी नीचे का कार्य अधूरा ही रहेगा. इसके साथ ही पोल भी इलेक्ट्रिक के यहां पर लगने हैं, ताकि इस फ्लाईओवर से गुजरने वाले लोगों को रात्रि के समय अंधेरा के सामना नहीं करना पड़े और दुर्घटनाएं नहीं हों. वह भी काम अभी बचा हुआ है. साथ ही फ्लाईओवर की शुरुआत में एसी वाले गणेश मंदिर के यहां से होती है, यहां भी नाले का निर्माण अभी अधूरा ही है. इसके साथ ही जहां उतर रहा है, वहां पर केशवपुरा के पास बीच सड़क पर भी नाला अभी खुदा हुआ है. जिसका कार्य बाकी है. ऐसे में 5 दिन में इस पूरे कार्य के खत्म होने की उम्मीद नहीं है.

बता दें कि नगर विकास न्यास ने पिछली भाजपा सरकार के समय वर्ष 2017 में 150 करोड़ की लागत से केशवपुरा फ्लाईओवर का कार्य शुरू किया था. इसे डेढ़ साल में पूरा हो जाना था, लेकिन 3 साल इसके कार्य को शुरू हुए पूरे हो गए हैं. अभी भी कार्य बचा हुआ है. इसके चलते यहां से गुजरने वाले हजारों लोगों को रोज परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस फ्लाईओवर का निर्माण 2017 सितंबर में हुआ था. जिसे फरवरी 2019 में पूरा हो जाना था. हालांकि लगातार इसके समय अवधि बढ़ाई गई.

3 लाख लोग हर महीने पेश करते हैं समस्या

दादाबाड़ी केशवपुरा फ्लाईओवर निर्माण के चलते दादाबाड़ी, जवाहर नगर, संतोषी नगर, केशवपुरा, तलवंडी, रंगबाड़ी व महावीर नगर जाने वाले लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. अधिकांश लोगों के रास्ते डायवर्टेड हैं. यहां पर जो मार्केट है, वहां के व्यापारी भी परेशानी हैं. क्योंकि उनकी दुकानों के सामने अब जगह नहीं बची है. संकरे रास्ते से ही वाहन गुजर रहे हैं. रोज करीब 10000 लोग इस पूरे रास्ते से गुजरते हैं, जोकि डेढ़ किलोमीटर से ज्यादा लंबा है. इसके अनुसार पूरे महीने में 3 लाख से ज्यादा लोग समस्या से ग्रसित होते हैं.

कोटा. नगर विकास न्यास की तरफ से बनवाए जा रहे केशवपुरा फ्लाईओवर के निरीक्षण के दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने साफ तौर पर निर्देश दिए थे कि 15 फरवरी तक इसका निर्माण पूरा हो जाना चाहिए, क्योंकि इसकी समय सीमा काफी बढ़ा दी गई है. ऐसे में अब 9 फरवरी आज हो गई है, लेकिन अभी भी काफी काम बाकी है.

टाइमलाइन में पूरा नहीं होगा केशवपुरा फ्लाईओवर का का

यूडीएच मंत्री ने साफ कहा था कि 16 फरवरी से संवेदक के ऊपर पेनल्टी लगाने का काम शुरू हो जाएगा. ऐसे में अभी भी 5 फीसदी कार्य बाकी है. जिनमें डामरीकरण, लाइटिंग और फ्लाईओवर के दोनों छोर का निर्माण बाकी है. डिवाइडर का भी निर्माण अभी नहीं हो पाया है. इसके साथ ही फ्लाईओवर के नीचे के हिस्से में बनने वाली पार्किंग और दोनों छोर के रास्ते भी अधूरे ही हैं.

अभियंताओं की मानें तो इसमें अभी 5 फ़ीसदी काम है, लेकिन ये जो कार्य है, वह 5 दिन में पूरा नहीं हो सकता है. निर्माण कर रही मेसर्स विजय मिस्त्री फर्म के अभियंता जन्मेजय अग्निहोत्री का कहना है कि फिनिशिंग का काम ही चल रहा है. जिसमें उन्होंने बताया कि डामर का भी काम चल रहा है और कंक्रीट का काम पूरा हो गया है. हालांकि जब ईटीवी भारत ने इस फ्लाईओवर का दौरा किया तब सीमेंट कंक्रीट से स्लैब बनाने के कार्य जारी थे, जो कि केशवपुरा की तरफ चल रहा है.

पढ़ें- सांसद कर्नल राज्यवर्धन ने लोकसभा में एमएसएमई के पंजीकरण के संबंध में पूछे प्रश्न, मंत्री नितिन गडकरी ने दिए जवाब

इस फ्लाईओवर के नीचे के हिस्से में अधिकांश जगह पर पार्किंग के लिए जगह बनानी है, लेकिन उसका निर्माण भी पूरा नहीं हो पाया है. इसके साथ ही आने और जाने स्लिप लेन का कार्य भी अधूरा है. ऐसे में जब ऊपर का रास्ता शुरू कर दिया जाएगा, तो भी नीचे का कार्य अधूरा ही रहेगा. इसके साथ ही पोल भी इलेक्ट्रिक के यहां पर लगने हैं, ताकि इस फ्लाईओवर से गुजरने वाले लोगों को रात्रि के समय अंधेरा के सामना नहीं करना पड़े और दुर्घटनाएं नहीं हों. वह भी काम अभी बचा हुआ है. साथ ही फ्लाईओवर की शुरुआत में एसी वाले गणेश मंदिर के यहां से होती है, यहां भी नाले का निर्माण अभी अधूरा ही है. इसके साथ ही जहां उतर रहा है, वहां पर केशवपुरा के पास बीच सड़क पर भी नाला अभी खुदा हुआ है. जिसका कार्य बाकी है. ऐसे में 5 दिन में इस पूरे कार्य के खत्म होने की उम्मीद नहीं है.

बता दें कि नगर विकास न्यास ने पिछली भाजपा सरकार के समय वर्ष 2017 में 150 करोड़ की लागत से केशवपुरा फ्लाईओवर का कार्य शुरू किया था. इसे डेढ़ साल में पूरा हो जाना था, लेकिन 3 साल इसके कार्य को शुरू हुए पूरे हो गए हैं. अभी भी कार्य बचा हुआ है. इसके चलते यहां से गुजरने वाले हजारों लोगों को रोज परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस फ्लाईओवर का निर्माण 2017 सितंबर में हुआ था. जिसे फरवरी 2019 में पूरा हो जाना था. हालांकि लगातार इसके समय अवधि बढ़ाई गई.

3 लाख लोग हर महीने पेश करते हैं समस्या

दादाबाड़ी केशवपुरा फ्लाईओवर निर्माण के चलते दादाबाड़ी, जवाहर नगर, संतोषी नगर, केशवपुरा, तलवंडी, रंगबाड़ी व महावीर नगर जाने वाले लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. अधिकांश लोगों के रास्ते डायवर्टेड हैं. यहां पर जो मार्केट है, वहां के व्यापारी भी परेशानी हैं. क्योंकि उनकी दुकानों के सामने अब जगह नहीं बची है. संकरे रास्ते से ही वाहन गुजर रहे हैं. रोज करीब 10000 लोग इस पूरे रास्ते से गुजरते हैं, जोकि डेढ़ किलोमीटर से ज्यादा लंबा है. इसके अनुसार पूरे महीने में 3 लाख से ज्यादा लोग समस्या से ग्रसित होते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.