कोटा. आईआईटी और एनआईटी सिस्टम की इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर सीटों पर प्रवेश के लिए चल रही ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSAA) काउंसलिंग में 23 सितंबर सुबह 10 बजे पहले राउंड का सीट अलॉटमेंट परिणाम जारी होगा. JoSAA Counselling 2022 में राउंड-1 का रिजल्ट महत्वपूर्ण होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस स्थिति में विद्यार्थी को काउंसलिंग संबंधी कई निर्णय लेने होते हैं.
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि राउंड-1 में सीट आवंटित होने पर विद्यार्थी को सावधानी बरतनी होगी. विद्यार्थी राउंड-1 से आवंटित सीट से संतुष्ट हों या असंतुष्ट, दोनों ही स्थिति में उन्हें ऑनलाइन रिपोर्टिंग प्रक्रिया (Online reporting after first round result) जरूर पूरी करनी होगी. ऐसा नहीं करने पर वे काउंसलिंग के अगले सभी राउंड्स में शामिल होने की पात्रता खो देंगे, यानी कि काउंसलिंग प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे. कई बार मनचाही सीट आवंटित नहीं होने पर विद्यार्थी ऑनलाइन रिपोर्टिंग नहीं करने की गलती कर बैठते हैं और फिर इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ता है.
राउंड-1 में सीट आवंटित होने पर करने होंगे ऑनलाइन प्रक्रिया के चार चरण
पहले चरण में आवंटित सीट एक्सेप्ट करें. जरूरत के अनुसार फ्लोट, फ्रीज व स्लाइड ऑप्शन का उपयोग करें. दूसरे में संबंधित जरूरी डॉक्यूमेंट अपलोड करें. तीसरे में सीट एक्सेप्टेंस की फीस जमा करें. चौथे चरण में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन ऑफिसर के प्रश्नों का जवाब समय पर देना होगा. ऐसा नहीं करने पर सीट आवंटन निरस्त होगा. JoSAA Counselling 2022 की ऑनलाइन पोर्टल पर राउंड-1 में सीट आवंटन पर 'इनीशियल सीट अलॉटमेंट इंफॉर्मेशन स्लिप' उपलब्ध होगी. इस स्लिप पर सीट आवंटन से संबंधित सूचनाएं और दिशा-निर्देश उपलब्ध रहेंगे. वहीं ऑनलाइन रिपोर्टिंग का एक भी चरण यदि अधूरा रह जाता है, तब विद्यार्थी की आवंटित सीट निरस्त कर दी जाएगी. विद्यार्थी आगामी काउंसलिंग चरणों में भाग लेने की पात्रता भी खो देगा.
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इस तरह से समझें फ्रीज, फ्लोट व स्लाइड ऑप्शन
स्टूडेंट आवंटित सीट से संतुष्ट हैं तो उसे 'फ्रीज' ऑप्शन का उपयोग करना होगा. 'फ्रीज' ऑप्शन के उपयोग से विद्यार्थी अन्य शर्तें पूरी करने पर संबंधित संस्थान की संबंधित ब्रांच में प्रवेश का पात्र हो जाएगा. इसके बाद वह सीट आवंटन के अन्य चरणों में भाग नहीं ले पाएगा.
सीट आवंटन से असंतुष्ट होने पर स्टूडेंट को 'फ्लोट' ऑप्शन का उपयोग करना होगा। इसके बाद स्टूडेंट अगले चरणों में चॉइस फिलिंग के प्रायरिटीआर्डर में अपवर्ड मूवमेंट का पात्र होगा. काउंसलिंग के अगले राउंड्स में अपवर्ड मूवमेंट संभव नहीं होने पर भी विद्यार्थी को आवंटित सीट सुरक्षित ही रहेगी.
स्टूडेंट के संस्थान से संतुष्ट, लेकिन आवंटित ब्रांच से असंतुष्ट होने पर स्लाइड ऑप्शन का उपयोग करना होगा. इससे अगले काउंसलिंग राउंड में आवंटित संस्थान में ही अपवर्ड मूवमेंट का मौका मिलेगा, अन्य किसी संस्थान में नहीं. इस स्थिति में भी विद्यार्थी को आवंटित सीट सुरक्षित ही रहेगी.