कोटा. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी नई दिल्ली (Indian Institute of Technology New Delhi) ने जेईई एडवांस 2020 (JEE Advanced 2020) की परीक्षा आयोजित की थी. इसी के तहत जॉइंट इंप्लीमेंटेशन कमेटी ने जेईई एडवांस 2020 से संबंधित रिपोर्ट जारी की है. जिसके तहत सामने आया है कि जेईई एडवांस्ड 2020 के आंकड़े भारतीय विद्यार्थियों के लिए तो उत्साहवर्धक है, लेकिन विदेशी विद्यार्थियों के लिए हालात अब भी चिंताजनक बने हुए हैं। भारतीय विद्यार्थी जहां पर 10 में से एक का चयन हो पाया है. वहीं विदेशी विद्यार्थियों की बात की जाए तो 90 में से महज दो ही चयनित हो पाए हैं.
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि जेईई एडवांस्ड 2020 के लिए जेईई मेन्स 2020 के आधार पर 2 लाख 50 हजार 681 विद्यार्थी पात्र घोषित किए गए, लेकिन इनमें से मात्र 1 लाख 60 हजार 838 विद्यार्थियों ने ही जेईई एडवांस्ड 2020 के लिए रजिस्ट्रेशन किया. वहीं महज 1 लाख 50 हजार 838 विद्यार्थियों ने ही जेईई एडवांस के दोनों पेपर्स दिए.
इस अनुसार कहा जा सकता है कि जेईई एडवांस 2020 परीक्षा में महज डेढ़ लाख विद्यार्थी शामिल हुए. इन डेढ़ लाख विद्यार्थियों में से 43 हजार 204 विद्यार्थियों को जेईई एडवांस्ड 2020 में काउंसलिंग के लिए सफल घोषित किया गया. इनमें से 16 हजार 61 विद्यार्थियों को आईआईटी संस्थानों के अंडर ग्रेजुएट, डुएल डिग्री व अन्य पाठ्यक्रमों में सीट प्राप्त हुई है. ये आंकड़े यह बताते हैं कि लगभग मात्र डेढ़ लाख विद्यार्थी ही जेईई एडवांस्ड 2020 में सम्मिलित हुए. उनमें से लगभग 16 हजार विद्यार्थियों को आईआईटी संस्थानों में सीट प्राप्त हुई. यानी प्रत्येक 10 में से 1 विद्यार्थी को सफलता मिली. इस साल जेईई एडवांस 2021 में भी सफलता का यही प्रतिशत दोहराए जाने की संभावना है.
जेईई मेन्स से छूट, फिर भी विदेशी विद्यार्थी नहीं होते सफल
देव शर्मा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग सुधारने के लिए विदेशी विद्यार्थियों को जेईई एडवांस्ड प्रवेश परीक्षा में सीधे ही सम्मिलित होने की छूट है. उन्हें जेईई मेन्स क्वालीफाई करने की बाध्यता से मुक्त रखा गया है. फिर भी विदेशी विद्यार्थियों का जेईई एडवांस्ड के प्रति रुझान व सफलता का प्रतिशत निराशाजनक है. जेईई एडवांस्ड 2020 में 96 विदेशी विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. इनमें से मात्र 23 विद्यार्थी ही परीक्षा के दोनों प्रश्न पत्रों में सम्मिलित हुए. जिसमे महज 4 विद्यार्थियों को सफलता मिली. वहीं केवल 2 स्टूडेंट्स को आईआईटी सीट प्राप्त हो सकी.
महज 32 हजार छात्राओं ने दी एडवांस की परीक्षा, 3200 को मिली थी IIT
देव शर्मा ने बताया कि मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन गवर्नमेंट ऑफ इंडिया (Ministry of Education Government of India) व आईआईटी काउंसिल (IIT Council) के कई सकारात्मक प्रयासों के बाद भी जेईई एडवांस्ड में सम्मिलित होने वाली फीमेल कैंडिडेट्स की संख्या का आंकड़ा उत्साहवर्धक नहीं है. जहां एक और जेईई एडवांस्ड 2020 के लिए लगभग 1 लाख 25 हजार मेल कैंडीडेट्स ने रजिस्टर किया तो फीमेल कैंडीडेट्स की रजिस्ट्रेशन संख्या मात्र 35 हजार थी. इनमें से 32 हजार फीमेल कैंडीडेट्स ही जेईई एडवांस्ड 2020 में सम्मिलित हुईं.
देव शर्मा ने बताया कि 32 हजार फीमेल कैंडीडेट्स में से 6707 को जेईई एडवांस्ड के तहत काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई घोषित किया गया. इनमें से 3197 फीमेल कैंडीडेट्स आईआईटी सीट प्राप्त करने में सफल रहीं. आईआईटी संस्थानों में लगभग 20 फीसदी सुपर न्यूमरेरी सीट्स उपलब्ध होने के कारण जेईई एडवांस्ड में सफल फीमेल कैंडीडेट्स को आईआईटी सीट मिलने की संभावना काफी अधिक होती है.