कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (Engineering Entrance Exam India) जेईई मेन के परीक्षा केंद्रों की घोषणा नहीं किए जाने से 9 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी व उनके अभिभावक असमंजस की स्थिति में हैं. एडमिट कार्ड व परीक्षा केंद्रों की सूचना जारी नहीं किए जाने के पीछे तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि एडमिट कार्ड व परीक्षा केंद्र की सूचना जारी नहीं किए जाने के पीछे एनटीए का संभावित उद्देश्य नकल के आधुनिक साधनों से बचाव हो सकता है. उन्होंने कहा कि बीते साल 2021 में असम गुवाहाटी के किसी परीक्षा केंद्र से 'कंप्यूटर-सिस्टम' को ही हैक कर लिया गया था. परीक्षा केंद्र के कंप्यूटर सिस्टम पर परीक्षा केंद्र में बैठा विद्यार्थी (Modern Technology for Cheating in JEE) मूकदर्शक था, जबकि उसके स्थान पर कहीं दूर से अन्य व्यक्ति परीक्षा दे रहा था. जिससे कई विद्यार्थियों की अच्छी रैंक जेईई मेन 2021 में बनी थी.
जिस विद्यार्थी के कंप्यूटर को दूसरी जगह से ऑपरेट किया गया था, उसकी जांच में खुलासा हुआ था कि उसने धोखाधड़ी कर जेईई मेन 2021 में 99.8 परसेंटाइल प्राप्त कर लिया था. इस विद्यार्थी के माता-पिता दोनों ही डॉक्टर हैं, जिन्हें बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. धोखाधड़ी के इस मामले की गहन पुलिस जांच की गई थी. नकल की इस हाईटेक घटना से साफ हो गया कि ऑनलाइन परीक्षा में बरती जाने वाली सुरक्षा-व्यवस्था में बदलाव की जरूरत है. ऐसा नहीं किया जाता है तो आगे फिर से घटना दोहराई जा सकती है. पूरी घटना में सेंटर संचालकों की मिलीभगत सामने आई थी, जिन्होंने ही एग्जाम दे रहे स्टूडेंट के कंप्यूटर को दूसरी जगह से ऑपरेट करवाया था.
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सेंटर संचालक को समय से नहीं मिलेगी जानकारी : देव शर्मा ने बताया कि एनटीए ने ऑनलाइन परीक्षा तकनीक में सुरक्षा की दृष्टि से तो आवश्यक बदलाव किए गए हैं, लेकिन ऐन वक्त पर परीक्षा केंद्र की घोषणा किया जाना भी नकल रोकने की दिशा में एक संभावित व आवश्यक कदम है. क्योंकि इस व्यवस्था के तहत नकल कराने में सम्मिलित समाजकंटक तत्वों को समय रहते यह ज्ञात नहीं हो सकेगा कि किस विद्यार्थी को किस परीक्षा केंद्र के किस कंप्यूटर टर्मिनल पर परीक्षा देनी है. ऐसी स्थिति में कंप्यूटर टर्मिनल को हैक किए जाने की संभावना काफी कम हो जाएगी व नकल तथा धोखाधड़ी से बचा जा सकेगा.
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इस तरह से अलग है जेईई-मेन 2022 : जेईई मेन 2022 का मार्किंग पेटर्न बीते साल 2021 से अलग है. देव शर्मा ने बताया कि जेईई मेन 2022 के मार्किंग पैटर्न में एग्जामिनेशन पेपर के पार्ट बी में भी नेगेटिव. मार्किंग का प्रावधान लागू कर दिया गया है, जबकि 2021 में ऐसा नहीं था. ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों को एग्जामिनेशन पेपर के पार्ट बी को हल करने में सावधानी बरतनी होगी. एग्जामिनेशन पैटर्न के पार्ट बी में न्यूमेरिक रेस्पांस से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं. न्यूमैरिक रिस्पांस से संबंधित प्रश्नों के उत्तर अंकित करते समय नियरेस्ट इंटीजर में राउंड ऑफ करें. इसके लिए स्क्रीन पर उपलब्ध वर्चुअल न्यूमैरिक की पैड का उपयोग करते हुए करेक्ट इंटीजर वैल्यू अंकित करें.
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