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अजमेर दरगाह में पाकिस्तानी जायरीनों से नहीं लिया जाता पैसा, करतारपुर साहिब के लिए चार्ज वसूलना गलत: अमीन पठान

करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शन के लिए जाने वाले हिंदुस्तानी दर्शनार्थियों से पाकिस्तान 20 डॉलर यानि 14 हजार रुपए का चार्ज वसूल करता है. जिसका ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह अजमेर के चेयरमैन अमीन पठान ने विरोध किया है. उन्होंने कहा अजमेर दरगाह शरीफ में पाकिस्तान से कई जायरीन हाजिरी लगाने आते हैं. लेकिन उनसे किसी तरह का कोई चार्ज नहीं लिया जाता है. पाकिस्तान की हुकूमत की ओर से ऐसे चार्ज लेना गलत है, इसे बंद कर देना चाहिए.

करतारपुर साहिब जाने के लिए चार्ज, Charge to go to Kartarpur Sahib
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Published : Oct 30, 2019, 12:03 AM IST

Updated : Oct 30, 2019, 3:00 AM IST

कोटा. भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर पाकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब के लिए पंजाब से कॉरिडोर बनाया गया है. इस कॉरिडोर के जरिए करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शन करने जाने वाले हिंदुस्तानी दर्शनार्थियों से पाकिस्तान 20 डॉलर यानि 14 हजार रुपए का चार्ज वसूल करता है. जिसका ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह अजमेर के चेयरमैन अमीन पठान ने विरोध किया है.

आमीन पठान का करतारपुर साहिब के लिए बयान

उन्होंने कहा है कि अजमेर दरगाह शरीफ में पाकिस्तान से कई जायरीन हाजिरी लगाने आते हैं. लेकिन उनसे हिंदुस्तान की हुकूमत किसी तरह का कोई चार्ज नहीं वसूलती है. जबकि, हिंदुस्तान से करतारपुर साहिब जाने वाले सिख समुदाय के लोगों से चार्ज लिया जाता है, जो गलत है.

अजमेर दरगाह कमेटी के चेयरमैन अमीन पठान ने कहा कि पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान से मैं कहना चाहता हूं कि अजमेर में ख्वाजा मोहिद्दीन चिश्ती की दरगाह में पाकिस्तान से बड़ी संख्या में उर्स के दौरान और अन्य महीनों में भी जायरीन आते हैं. जिनसे हिंदुस्तान की हुकूमत या फिर अजमेर दरगाह कमेटी किसी भी तरह का चार्ज नहीं लेती है. लेकिन पाकिस्तान हुकूमत करतारपुर साहिब में जाने वाले सिख भाईयों से 20 डॉलर यानी 14 हजार रुपए वसूल रही है जो पूरी तरह से गलत है.

पढ़ेंः उदयपुर में गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव की धूम, महालक्ष्मी मंदिर में भक्तों की लगी भीड़

उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी जायरीन जो अजमेर आते हैं, हिंदुस्तान की हुकूमत उनके साथ ऐसा कभी नहीं करेगी. हमारे जो भी सिख भाई वहां जाते है उनकी धार्मिक भावना का ख्याल रखते हुए पाकिस्तान की हुकूमत को इस तरह के चार्ज लेना बंद कर देना चाहिए.

कोटा. भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर पाकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब के लिए पंजाब से कॉरिडोर बनाया गया है. इस कॉरिडोर के जरिए करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शन करने जाने वाले हिंदुस्तानी दर्शनार्थियों से पाकिस्तान 20 डॉलर यानि 14 हजार रुपए का चार्ज वसूल करता है. जिसका ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह अजमेर के चेयरमैन अमीन पठान ने विरोध किया है.

आमीन पठान का करतारपुर साहिब के लिए बयान

उन्होंने कहा है कि अजमेर दरगाह शरीफ में पाकिस्तान से कई जायरीन हाजिरी लगाने आते हैं. लेकिन उनसे हिंदुस्तान की हुकूमत किसी तरह का कोई चार्ज नहीं वसूलती है. जबकि, हिंदुस्तान से करतारपुर साहिब जाने वाले सिख समुदाय के लोगों से चार्ज लिया जाता है, जो गलत है.

अजमेर दरगाह कमेटी के चेयरमैन अमीन पठान ने कहा कि पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान से मैं कहना चाहता हूं कि अजमेर में ख्वाजा मोहिद्दीन चिश्ती की दरगाह में पाकिस्तान से बड़ी संख्या में उर्स के दौरान और अन्य महीनों में भी जायरीन आते हैं. जिनसे हिंदुस्तान की हुकूमत या फिर अजमेर दरगाह कमेटी किसी भी तरह का चार्ज नहीं लेती है. लेकिन पाकिस्तान हुकूमत करतारपुर साहिब में जाने वाले सिख भाईयों से 20 डॉलर यानी 14 हजार रुपए वसूल रही है जो पूरी तरह से गलत है.

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उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी जायरीन जो अजमेर आते हैं, हिंदुस्तान की हुकूमत उनके साथ ऐसा कभी नहीं करेगी. हमारे जो भी सिख भाई वहां जाते है उनकी धार्मिक भावना का ख्याल रखते हुए पाकिस्तान की हुकूमत को इस तरह के चार्ज लेना बंद कर देना चाहिए.

Intro:ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह अजमेर के चेयरमैन आमीन पठान ने विरोध किया है. उन्होंने कहा है कि अजमेर दरगाह शरीफ में पाकिस्तान से कई जायरीन हाजिरी लगाने आते हैं, लेकिन उनसे हिंदुस्तान की हुकूमत किसी तरह का कोई चार्ज नहीं वसूलती है. जबकि हिंदुस्तान से करतारपुर साहिब जाने वाले सिख समुदाय के लोगों से इस तरह का चार्जेस पाकिस्तानी हुकूमत का वसूला गलत है. इसे बंद करना चाहिए.
Body:कोटा. भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर पाकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब के लिए पंजाब से कॉरिडोर बनाया गया है. इस कॉरिडोर के जरिए करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शन जाने वाले हिंदुस्तानी दर्शनार्थियों से पाकिस्तान $20 यानि ₹14000 का चार्ज वसूल रहा है. इस चार्जेस वसूलने का विरोध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह अजमेर के चेयरमैन आमीन पठान ने विरोध किया है. उन्होंने कहा है कि अजमेर दरगाह शरीफ में पाकिस्तान से कई जायरीन हाजिरी लगाने आते हैं, लेकिन उनसे हिंदुस्तान की हुकूमत किसी तरह का कोई चार्ज नहीं वसूलती है. जबकि हिंदुस्तान से करतारपुर साहिब जाने वाले सिख समुदाय के लोगों से इस तरह का चार्जेस पाकिस्तानी हुकूमत का वसूला गलत है. इसे बंद करना चाहिए.
अजमेर दरगाह कमेटी के चेयरमैन आमीन पठान ने कहा कि पाकिस्तान की जो हुकूमत और वहां के वजीरे आजम इमरान खान से कहना चाहता हूं कि अजमेर में ख्वाजा मोहिद्दीन चिश्ती की दरगाह में पाकिस्तान से बड़ी संख्या में उर्स के दौरान और अन्य महीनों में भी जायरीन आते हैं. वह दरगाह शरीफ में गरीब नवाज के हाजिरी लगाने पहुंचते हैं. हिंदुस्तान की हुकूमत या फिर अजमेर दरगाह कमेटी ने कभी पाकिस्तानी जायरीन से कोई चार्ज नहीं वसूला गया है, लेकिन पाकिस्तान हुकूमत जो करतारपुर बॉर्डर स्थित करतारपुर साहिब में हमारे सिख भाई जाना चाहते हैं. उनसे $20 यानी ₹14000 वसूल रहे हैं उनसे यह चार्ज लेने कि मैं मजम्मत (आलोचना) करता हूं. Conclusion:चेयरमैन आमीन पठान ने कहा कि आपसे ऐसी उम्मीद नहीं थी. एक तरफ आप कहते हैं कि पाकिस्तान में अकलियतों को सपोर्ट करते हैं. जो हिंदू, ईसाई या सिख भाई हैं, लेकिन पाकिस्तान के वजीरे आजम इमरान खान जो बात कहते हैं, उसको पूरा नहीं करते. यह चार्ज लेना इसी बात का सबूत है.
मैं एक बार फिर हिंदुस्तानी मुसलमान और दरगाह कमेटी अजमेर शरीफ का चेयरमैन होने के नाते आपसे कहना चाहूंगा कि करतारपुर कॉरिडोर पर हमारे सिख भाइयों से यह पैसा लिया जा रहा है, यह बंद कर दीजिए. हमारी गुजारिश है. आपसे यह आपका फैसला है कि आपको क्या करना है, लेकिन पाकिस्तानी जायरीन जो अजमेर आते हैं. हिंदुस्तान की हुकूमत उनके साथ ऐसा कभी नहीं करेगी. हमारे जो सिख भाई हैं. उनकी धार्मिक भावना का ख्याल रखते हुए चार्जेस पाकिस्तान हुकूमत बंद करें.



बाइट-- आमीन पठान, चेयरमैन ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह, अजमेर
Last Updated : Oct 30, 2019, 3:00 AM IST
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