कोटा. नेशनल स्टीयरिंग कमेटी ऑन साइंस ओलंपियाड (National Steering Committee on Science Olympiad) ने निर्णय लिया है कि भारतीय टीम जुलाई और अगस्त माह में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय फिजिक्स-केमेस्ट्री ओलंपियाड (International Physics-Chemistry Olympiad) में भाग नहीं लेगी. ओलंपियाड के थ्योरिटिकल और प्रैक्टिकल एग्जामिनेशन के ऑनलाइन आयोजन की परिस्थितियों से असंतुष्ट होकर नेशनल स्टीयरिंग कमेटी ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड (international olympiad) में हिस्सा नहीं लेने का निर्णय लिया है.
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कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि कोविड-19 महामारी (covid-19 pandemic) के कारण आपात परिस्थितियों के चलते कमेटी विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के साथ कोई जोखिम उठाने के लिए तैयार नहीं है. नेशनल स्टेरिंग कमेटी ऑन ओलंपियाड्स, होमी भाभा सेंटर साइंस एजुकेशन (एचबीसीएसई) (Homi Bhabha Center Science Education) मुंबई और टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (टीआईएफआर) (Tata Institute of Fundamental Research) ने देश के नामी विशेषज्ञ चिकित्सकों से गहन विचार विमर्श के बाद यह निर्णय लिया है, जिसे भारत सरकार की कंपीटेंट अथॉरिटी ने अनुमोदित कर दिया है.
बायोलॉजी ओलंपियाड में भाग लेगी भारतीय टीम
अंतरराष्ट्रीय बायोलॉजी ओलंपियाड-2021 (International Biology Olympiad-2021) में भारतीय टीम की भागीदारी होगी. अंतरराष्ट्रीय बायोलॉजी ओलंपियाड के आयोजकों ने भारतीय प्रतिनिधियों के साथ लिए गए निर्णय के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बायोलॉजी ओलंपियाड की भारतीय टीम के सदस्य स्ट्रिक्ट कैमरा सर्विलेंस में घर बैठे अंतरराष्ट्रीय बायोलॉजी ओलंपियाड में ऑनलाइन भाग ले सकेंगे. ओलंपियाड के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार होगा कि टीम सदस्य घर बैठकर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग ले रहे हों.
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देव शर्मा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बायोलॉजी ओलंपियाड की भारतीय टीम में कुल 4 सदस्य हैं. भारतीय टीम के 2 सदस्य दिल्ली और 2 राजस्थान से हैं. राजस्थान राज्य से स्वराज नंदी और नमन सिंह अंतरराष्ट्रीय बायोलॉजी ओलंपियाड की भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे. देव शर्मा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय फिजिक्स एवं केमिस्ट्री ओलंपियाड के आयोजक भी भारतीय प्रतिनिधियों के 'एग्जामिनेशन फ्रॉम होम' के सुझाव पर सहमत हो जाते, तो अंतरराष्ट्रीय फिजिक्स-केमिस्ट्री ओलंपियाड में भी भारत की भागीदारी होती, लेकिन ओलंपियाड के आयोजक 'एग्जामिनेशन फ्रॉम होम' की नीति से सहमत नहीं थे.