कोटा. देशभर से कोटा में इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने के लिए लाखों की संख्या में छात्र आते हैं. यहां के कोचिंग संस्थान कोविड-19 के चलते ऑफलाइन क्लासेज नहीं चला पा रहे हैं. ऐसे में सभी छात्र ऑनलाइन ही पढ़ रहे हैं. अभी भी कोटा में करीब 20 हजार के आसपास विद्यार्थी हैं, जो कि यहां के हॉस्टल ओर पीजी में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. इन सभी छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी ये है कि देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन 2021 का अप्रैल और मई का अटेम्प्ट कोविड-19 के चलते टल गया था, जो कि अब जुलाई में आयोजित किया जा रहा है.
कोटा के निजी कोचिंग इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि आने वाले दो अटेम्प्ट में स्टूडेंट्स के बीच पिछले दो अटेम्प्ट्स के मुकाबले प्रतियोगिता और अधिक देखने को मिल सकता है. इसके पीछे कारण है कि तीन माह से स्टूडेंट्स परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. यही नहीं इस समय में बीच में होने वाली बोर्ड परीक्षाएं निरस्त हो चुकी है. तीन माह का रिवीजन और बोर्ड परीक्षाएं निरस्त होने के बाद मिला समय स्टूडेंट्स के लिए फायदेमंद होगा.
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वहीं पहले व दूसरे अटेम्प्ट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके स्टूडेंट्स भी अधिक संख्या इन अवसरों का लाभ लें सकेंगे. बोर्ड परीक्षाएं निरस्त होने के कारण वे विद्यार्थी जो बोर्ड परीक्षाओं के कारण पूर्व में प्राप्त अच्छी पर्सेन्टाइल होने पर बचे हुए शेष अटेम्प्ट नहीं देते वे भी अब इस परीक्षा में बैठेंगे. ऐसे में तीसरे और चौथे अटेम्प्ट में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ेगी.
99.5 परसेंटाइल वाले स्टूडेंट को एडवांस पर फोकस करने का सुझाव
एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि पूर्व की दो परीक्षाओं में जिन स्टूडेंट्स ने 99.5 पर्सेन्टाइल से अधिक एनटीए स्कोर प्राप्त किया है, ऐसे स्टूडेंट्स को जेईई-एडवांस्ड पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए, क्यांकि उनका इस पर्सेन्टाइल पर टॉप एनआईटी में कोर ब्रांचेज मिलने का अवसर उपलब्ध है. अन्य सभी विद्यार्थियों को मिले तीसरे व चौथे अटेम्प्ट में भरपूर प्रयास कर अपने एनटीए स्कोर बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि पहली बार मिल रहे जेईई-मेन के चारों अटेम्प्ट होने के बाद उनके हायर एनटीए स्कोर के आधार पर ही आल इंडिया रैंक एवं एडवांस्ड देने की पात्रता घोषित की जाएगी.
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दुगने किए परीक्षा केंद्र, बदलने की सुविधा भी
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए इस बार परीक्षा में काफी सुरक्षा के इंतजाम करेगी. ऐसे में परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ाकर दोगुनी कर दी गई है. साथ ही विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र बदलने का अवसर भी दिया गया है. देव शर्मा ने बताया कि केंद्रीय मंत्री के अनुसार विद्यार्थियों की सुरक्षा व सुविधा सर्वोपरि है. कोविड-19 संक्रमण से बचाव को दृष्टिगत रखते हुए पूरी गाइडलाइन को फॉलो करने के लिए निर्देशित किया गया है. साथ ही परीक्षार्थी अपने एग्जाम सेंटर को बदलने के लिए आवेदन भी कर सकते हैं. यह सुविधा भी उन्हें मिलेगी.