कोटा. पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने किसानों की बिजली से जुड़ी समस्या को लेकर गुरुवार को मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि 23 दिसंबर को वह किसानों के साथ बिजली विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे.
उन्होंने कहा कि मैं मुकदमों से नहीं डरता हूं, पहले भी 80 मुकदमे मेरे ऊपर दर्ज हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि आधे राजस्थान की जेल मैं देख चुका हूं. इन मुकदमों की परवाह करते बिना किसानों को न्याय मिले, इसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े तो मैं करूंगा.
पूर्व विधायक राजावत ने कहा कि जब बिजली कंपनी को हमारी सरकार में लाया गया था, तभी मैंने विरोध किया था. उन्होंने कहा कि मंत्री धारीवाल ने लोगों से केईडीएल को वापस भेजने का कह कर चुनाव में जीत हासिल की है. यह जानते हुए भी कि केईडीएल का 20 साल का एग्रीमेंट है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने लोगों को गुमराह किया है. राजावत ने कहा कि मंत्री धारीवाल ने कुछ कमजोरियां केईडीएल की पकड़ी है और उनको उजागर भी किया है. उन्होंने कहा कि जांच में अगर सच्चाई पाई जाती है, तो राज के हाथ लंबे होते हैं. कोई भी कार्रवाई कर सकते हैं.
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राजावत ने कहा कि वह हाड़ौती के किसानों की समस्याओं को लेकर 23 दिसंबर को जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के संभागीय मुख्य अभियंता कार्यालय में प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार की आंखें खुल जाए, नहीं तो जनता पंचायत चुनाव में कांग्रेस सरकार की आंखें खोल देगी.
भवानी सिंह राजावत ने कहा कि उनकी प्रमुख मांगों में किसानों की वीसीआर बंद की जाए, जले हुए ट्रांसफार्मर 24 घंटों में किसानों को उपलब्ध हो, बाढ़ में हाड़ौती के किसानों की फसलें तबाह हो गई थी. ऐसे में उनके बिजली के बिल माफ किए जाएं. किसानों के बिजली कनेक्शन काटने और ट्रांसफार्मर उठाने की कार्रवाई रोकी जाए. अभी रात में किसानों को बिजली दी जा रही है इसकी जगह दोपहर में किसानों को बिजली दी जाए.