कोटा. शहर की दादाबाड़ी थाना पुलिस ने 35 लाख रुपए की ठगी करने के एक आरोपी को छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किया है. आरोपी ने अपनी एक मुंह बोले साले को एयरपोर्ट में नौकरी दिलाने के नाम पर यह ठगी की थी. साथ ही आरोपी ने अपने आप को एयरफोर्स का फर्जी ग्रुप कैप्टन भी बताया था. साथ ही उसने अपनी पोस्टिंग जैसलमेर जिले में बताई थी.
पुलिस ने बताया, परिवादी के माता-पिता सरकारी नौकरी से रिटायर हैं. साथ ही वह अपने बेटे क्षितिज सिरुवानी को इंडियन एयरलाइंस में नौकरी लगवाना चाह रहे थे. इस मामले में आरोपी उमेश मिश्रा ने पीड़ित क्षितिज के परिजनों को आश्वासन दिया कि उसे 77 हजार रुपए वेतन मिलेगा, साथ ही भत्ते अलग मिलेंगे. इस पर फर्जी ईमेल आईडी बनाकर ईमेल भी उसे भेजता रहा और नौ महीने तक लगातार उससे राशि लेता रहा, जो कि 35 लाख तक पहुंच गई. पुलिस का कहना है, आरोपी से हड़पी गई रकम 35 लाख रुपए की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें: धौलपुर में चौकी प्रभारी 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार, वजह जान लीजिए
फेसबुक से दोस्ती के बाद कोटा आकर की थी शादी
आरोपी उमेश मिश्रा मूलत: छत्तीसगढ़ के राजनाथ गांव के डोंगरगढ़ निवासी है. उसने कोटा की एक विवाहिता के साथ फेसबुक पर जान पहचान बढ़ाई. बाद में उस विवाहिता का अपने पति से तलाक करवा दिया और खुद उसके साथ ही शादी कर ली. शादी के बाद वह कोटा में ही घर जमाई बनकर रहने लगा. इस दौरान पड़ोस में रहने वाले क्षितिज शेरवानी के साथ दोस्ती बढ़ाई. उसने क्षितिज को अपने झांसे में ले लिया और इस ठगी को अंजाम दिया.
यह भी पढ़ें: करौली ACB की कार्रवाई, 12 हजार की रिश्वत लेते नगर परिषद का दलाल गिरफ्तार
पुलिस की पूछताछ में सामने आया, आरोपी उमेश चंद्र मिश्रा ने अपना नाम राहुल मिश्रा और कपिल मिश्रा भी बताया है. आरोपी के खिलाफ छत्तीसगढ़ में 10 मुकदमे दर्ज हैं. इनमें एक मुकदमे में उसे सात साल की सजा भी हो चुकी है. यह अधिकांश मुकदमें छत्तीसगढ़ में ही दर्ज हैं. जबकि एक मुकदमा कोटा के दादाबाड़ी थाने में दर्ज हुआ था.