कोटा. सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने वन एवं पर्यावरण मंत्री के फॉरेस्ट एरिया का निरीक्षण नहीं करने और अवैध खनन पर लगाम नहीं लगाने की बात को लेकर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा था. भरत सिंह ने सुखराम बिश्नोई का महकमा बदलने तक की मांग मुख्यमंत्री से की थी. बुधवार को वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई कोटा के दौरे पर आए. सुखराम बिश्नोई ने भरत सिंह को लेकर बड़ा बयान दिया.
मीडिया से बात करते हुए सुखराम बिश्नोई ने कहा कि भरत सिंह हमारे आदरणीय, पूजनीय हैं. लेकिन महकमा बदलना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हाथ में है, मेरे हाथ में नहीं है. अगर मेरा महकमा बदलेंगे तो जो भी महकमा देंगे मैं वो ले लूंगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डाबी और पूरे कोटा एरिया में हो रहे अवैध खनन को लेकर सख्त दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं. किसी भी सूरत में फॉरेस्ट एरिया में अवैध खनन नहीं होना चाहिए.
मुकुंदरा हिल्स में रीलोकेट किए जाएंगे टाइगर
सुखराम विश्नोई ने कहा कि वह 2 बार पहले भी कोटा आ चुके हैं. लेकिन कोरोना की वजह से काम नहीं हो पाए. मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने दौरा किया था. इसके बाद प्रे-बेस तैयार करने की स्वीकृति उन्होंने दी है. यह प्रे-बेस 5 से 6 महीने में तैयार हो जाएगा. इसके बाद दोबारा एनटीसीए की टीम को बुलाएंगे और उन्हें की अनुमति के बाद ही रणथंभौर से 3 टाइगरों को मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में रीलोकेट किया जाएगा.
रामगढ़ सेंचुरी का रोड मैप बनाने के निर्देश
वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि मीटिंग में रामगढ़ सेंचुरी जिसे हाल ही में टाइगर रिजर्व के लिए मंजूर किया गया है. उसे प्रदेश का बेहतर टाइगर रिजर्व तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं. वन्य अभ्यारण में स्टाफ की कमी नहीं हो इसको लेकर भर्तियां निकाली जाएंगी.
हमारी सेंचुरी सुरक्षित
सुखराम बिश्नोई ने कहा कि राजस्थान की तीनों सेंचुरी पूरी तरह से सुरक्षित हैं. वहां पर किसी तरह की कोई शिकार की घटनाएं नहीं हो रही हैं. सफारी व्यवस्थित चलती है, कोविड-19 की वजह से कुछ दिक्कतें हुई थी. अवैध खनन करने वालों के खिलाफ पहले भी मुकदमे दर्ज हुए हैं. साथ ही पेनल्टी भी लगाई है. उन्होंने कहा कि सोरसन में गौड़ावन केंद्र के लिए केंद्र सरकार से अनुमति नहीं मिली है. अनुमति मिलते ही आगे काम करवाया जाएगा.