कोटा. राजस्थान के कोटा संभाग में बाढ़ का कहर बढ़ता जा रहा है. संभाग में बाढ़ के हालात को देखते हुए कोटा और बारां जिले के कलेक्टर ने सेना से मदद मांगी है. जिसके चलते सेना ने कोटा और बारां जिले में बाढ़ से बचाव के लिए अपनी एक-एक कॉलम की तैनाती की है.
जानकारी के अनुसार कोटा की सेना ने दोनों जिलों के लिए कॉलम में में 3 अधिकारी, 6 जेसीओ और 70 जवान समेत कुल 78 का कॉलम तैयार की है तो वहीं बारा में तैनात सेना की कॉलम में 4 अधिकारी, 7 जेसीओ और 90 जवानों समेत 101 का कॉलम तैनात किया गया है. यह कॉलम बाढ़ से बचाव के लिए राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए हैं. वहीं जिले में जबरदस्त जलभराव को देखते हुए अब राजस्थान सरकार ने जिला कलेक्टर को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं, इसके साथ ही कांग्रेस के कोटा संभाग के विधायक मंत्री भी अब जनता के बीच पहुंचने लगे हैं.
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बता दें कि हिण्डोली से विधायक और खेल मंत्री अशोक चांदना शुक्रवार को बाढ़ जलमग्न इलाकों का दौरा किया. साथ ही विधायक रामनारायण मीणा भी कोटा पहुंचे. कोटा के पिपल्दा से विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि कोटा में बाढ़ भयंकर होती जा रही है और कालीसिंध मे लगातार पानी का स्तर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और इस बारे में लगातार जिला कलेक्टर के संपर्क में है.
विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि मुझे ध्यान है जिला प्रशासन पूरी सतर्कता से आगे बढ़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि भााजपा की केंद्र की सरकार है. केंद्र सरकार बुराई निकालने की जगह राजस्थान के बाढ़ पीड़ितों को भी कुछ दें. रामनारायण मीणा ने कहा कि गरीबों को पैकेज देना जरूरी है, केंद्र सरकार पूंजीपतियों की ही नहीं गरीबों के लिए भी निर्णय लें.