कोटा/जयपुर. शहर के विज्ञान नगर थाना इलाके में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में शुक्रवार सुबह भीषण आग (Fire in Kota Chemical Factory) लग गई. केमिकल में लगे आग को बुझाने के लिए दमकल मौके पर पहुंची. दमकल की टीमों को आग बुझाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
मौके पर पहुंची 6 दमकल : जानकारी के अनुसार आग को बुझाने के लिए अग्निशमन केंद्र सब्जी मंडी, श्रीनाथपुरम और अन्य जगह से छह दमकल मौके पर पहुंची. आग को देखते हुए पुलिस और अग्निशमन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. एहतियात के तौर पर इस फैक्ट्री पर जाने वाले आसपास के सारे रास्तों को बंद कर दिया गया. इस फैक्ट्री के नजदीक ही अन्य फैक्ट्रियां भी खतरे की चपेट में रहीं (Fire in Kota Chemical Factory)
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5 किलोमीटर दूर से दिख रहा धुंआ : कोटा शहर में करीब 5 किलोमीटर दूर से भी इस आग के धुएं का गुब्बार आसमान में देखा जा सकता है. मौके पर पहुंचे विज्ञान नगर थाने के एएसआई अमरचंद का कहना है कि यह आग इंडस्ट्रियल एरिया के रोड नंबर 4 और 5 के बीच में स्थित निंबार्क स्टेबलाइजर (Fire in Kota Chemical Factory) में लगी है. उनका कहना है कि केमिकल में आग लगी है. इसके मालिक प्रमोद मित्तल हैं. साथ ही फैक्ट्री में 24 घंटे काम चलता है. पहले छोटी सी जगह ही आग लगी थी, लेकिन यह आग धीरे-धीरे बढ़ती रही. ऐसे में उन्होंने यहां काम कर रहे सभी मजदूर व चौकीदार से लेकर सुपरवाइजर तक को भी बाहर निकाल दिया है. ऐसे में अंदर अभी भी कोई भी फंसा हुआ नहीं है.
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अग्निशमन अनुभाग के कार्मिकों के अनुसार अभी आग लगने के प्रारंभिक कारणों का भी कोई खुलासा नहीं हो पाया है. आग सुबह 7:45 पर लगी, जिसकी सूचना अग्निशमन अनुभाग को 7:55 पर मिली थी. फिलहाल, दमकल की टीम आग बुझाने का प्रयास कर रही है. इस आग को बुझाने के लिए फायर फाइटर का नेतृत्व चीफ फायर ऑफिसर दीपक राजोरा और असिस्टेंट फायर ऑफिसर देवेंद्र गौतम कर रहे हैं. पुलिस ने एहतियात के तौर पर आसपास के सभी बिल्डिंग को खाली करा लिया है.
15 से ज्यादा दमकल और 80 कार्मिक कर रहे प्रयास
इंडस्ट्रियल एरिया में लगी हुई आग 5 घंटे बाद भी काबू में नहीं आई है. इसको बुझाने के लिए 15 से ज्यादा दमकल लगी हुई हैं, जिनमें नगर निगम के अग्निशमन अनुभाग के साथ डीसीएम और थर्मल के दमकल में भी शामिल है. ये सभी दमकल चार से पांच चक्कर कर चुकी है. ऐसे में करीब 80 से ज्यादा बार पानी 5 घंटे में इस आग पर डाला जा चुका है. इस आग को बुझाने के लिए करीब 40 बार फाइटर जुटे हुए हैं. इसके अलावा सिविल डिफेंस की टीमें भी लगा दी गई हैं, जिनके स्वयं सेवकों की संख्या भी 40 से ज्यादा है.
65 से ज्यादा हॉस्टल में रह रहे हैं 4000 बच्चे
इंडस्ट्रियल एरिया में करीब 65 के आसपास हॉस्टल भी बने हुए हैं, जिनमें से कुछ हॉस्टल तो महज 200 मीटर की दूरी पर ही इस बिल्डिंग से हैं. ऐसे में नजदीक के हॉस्टल में रहने वाले छात्रों से कमरे खाली करवाए गए हैं और उन्हें दूसरी जगह पर शिफ्ट किया गया है. ये काम खुद हॉस्टल संचालकों ने ही किया है. एहतियातन तौर पर जिला प्रशासन ने इस पूरे इलाके की बिजली भी बंद करवा दी है. इस इलाके के हॉस्टल में गैस चालू करने भी नहीं दिया जा रहा है, ऐसे में वहां पर खाना भी नहीं बन पा रहा है.
100 करोड़ से ज्यादा का नुकसान- धारीवाल : कोटा इंडस्ट्रियल एरिया में दो फैक्ट्रियों में आग (Kota Chemical Factory Massive Fire) लगने का मामला सामने आने के बाद यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि कोटा में इंद्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र में कई केमिकल की फैक्ट्रियां हैं. अब तक की जानकारी के अनुसार यहां शॉर्ट सर्किट से आग लगने की सूचना है. सुबह करीब 6:45 बजे आग लगी. 10 मिनट बाद ही निगम, डीसीएम, सीएफसीएल और मिलिट्री की फायर ब्रिगेड को मंगवा कर आग पर काबू पाने की कोशिश की गई. इस आग से 100 करोड़ रुपए के नुकसान (Dhariwal Estimate 100 crore damage in Kota fire) की आशंका है.
धारीवाल ने बताया कि उद्योगपतियों के अनुसार लापरवाही की वजह से आग लगी है. बिजली कंपनी को आग लगने के तत्काल बाद इन्फॉर्म कर दिया गया था. फिर भी बिजली नहीं काटी गई. इसी तरह गैस सरकुलेशन कंपनी को भी गैस पाइप लाइन काटने/रोकने के लिए इन्फॉर्म कर दिया गया था. लेकिन आग लगने के तकरीबन 2 घंटे बाद गैस और लाइट का कनेक्शन काटा गया. तब तक आग काफी फैल चुकी थी. धारीवाल ने कहा कि इस मामले की भी अब जांच होगी और आग लगने के कारणों का भी पता लगाया जाएगा.
KEDL और गेल इंडिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज
इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्ट्री में आग लगने के मामले में कांग्रेस पार्टी ने एक एफआईआर विज्ञान नगर थाने में दर्ज करवाई है. जिसमें कांग्रेस के शहर जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी और हाड़ौती विकास मोर्चा के राजेंद्र सांखला ने दी है. जिसमें उन्होंने निजी बिजली कंपनी कोटा इलेक्ट्रिसिटी डिसटीब्यूशन लिमिटेड (KEDL) और गैल इंडिया के खिलाफ शिकायत दी है. जिसमें समय से बिजली और गैस की सप्लाई बंद नहीं करने का आरोप लगाया गया है.
इसके चलते ही कोटा के इंडस्ट्रियल एरिया को नुकसान पहुंचा है. साथ ही कोटा की आम जनता पर खतरा मंडराने लगा था. विज्ञान नगर थाने के सब इंस्पेक्टर अब्दुल रशीद का कहना है कि उन्होंने लापरवाही के आरोप में गैल और केईडीएल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. जिसमें सारा 28, 286, 328 व 336 के तहत कार्रवाई की जा रही है.