कोटा. ग्रामीण पुलिस में तैनात 35 महिला कांस्टेबल अब आत्मरक्षा में पूरी तरह दक्ष हुई है. अब वे किसी भी बदमाश को पलक झपकते ही धूल चटा सकती है. सभी महिलाएं अब मार्शल आर्ट में दक्ष है और समाज मे महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है. इन्हें कोटा ग्रामीण पुलिस और लाइंस क्लब ने तैयार किया है. इन 35 महिला कांस्टेबल्स को मार्शल आर्ट में ट्रेनिंग करवाने के बाद सबसे सुखद उद्देश्य ये है कि ये सभी महिला कांस्टेबल अब अपने अपने इलाके में स्कूलों में बच्चियों को आत्म रक्षा के गुर सिखाएंगी, ताकि वे मजबूत बन सके और विपरीत परिस्थितियों में स्वयं की रक्षा कर सकें.
कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने बताया कि इन सभी महिला कांस्टेबल को ट्रेंड मार्शल आर्ट ट्रेनर की टीम ने लगातार 1 महीने तक प्रशिक्षण दिया है, जो पुलिस लाइन में चल रहा था. अब इनका ये कोर्स पूरा हो गया है, जिसके प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए हैं. इस ट्रेनिंग के दौरान इन्हें ऐसे दांव पेंच सिखाए गए हैं, जिनसे यह एक से अधिक बदमाशों से भी भीड़ सकती हैं. साथ ही इन महिला कांस्टेबल ने अपने ट्रेनिंग का प्रदर्शन भी पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में किया, जिसमें उन्होंने हाथ से ईंट को तोड़ना, बदमाशों के घर लेने पर किस तरह से बचकर निकलना और बदमाशों को चंद सेकंडों में नीचे गिरा देना बताया है.
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लायंस क्लब के प्रोजेक्ट चेयरमैन वरुण रस्सेवट का कहना है कि इस पूरी ट्रेनिंग के पीछे उद्देश्य था कि महिलाओं को मजबूत करना. उन्हें आत्मरक्षा के तरीके सिखाना. महिलाओं को शारीरिक रूप से दक्ष बनाना. साथ ही अब ये सभी ट्रेंड महिलाएं अपने अपने इलाकों में स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को ट्रेंड करेंगी, उन्हें भी मार्शल आर्ट सिखाएंगी, जिससे छात्राओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा.