कोटा. समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए किसानों को काफी मारामारी का सामना हाड़ौती में करना पड़ रहा है. अब एक समस्या और उनके सामने आ गई है, जिस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किसानों को कराना था, एफसीआई की वहीं साइट क्रैश हो गई है.
इसके चलते रजिस्ट्रेशन किसान नहीं करवा पा रहे हैं. जब वह रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाएंगे, तो उनको टोकन जारी नहीं होगा. ऐसे में खरीद तो होना असंभव ही है. वहीं दूसरी तरफ पहले ही किसानों ने पौने दाम पर अपनी फसलों को बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं, क्योंकि 1975 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य गेहूं का घोषित है, जबकि मंडी में 1650 से 1900 रुपए क्विंटल तक की दाम किसानों को मिल रहा है. जिसका औसत करीब 1800 रुपए क्विंटल ही बैठ रहा है. इसी दाम पर कोटा की भामाशाह मंडी में करीब 65 हजार क्विंटल गेहूं रोज आ रहा है.
कोटा के इटावा इलाके के गणेश खेड़ा गांव के किसान रवि चौधरी का कहना है कि पिछली बार जब गेहूं के टोकन एफसीआई ने ऑनलाइन टोकन पिछली बार कांटे थे, तब भी उनका नम्बर नहीं आया था. अब दुबारा से भी टोकन कटाने का आज सुबह 11:00 बजे से प्रयास कर रहे हैं, वेबसाइट क्रैश होने के चलते हुए ओपन नहीं करवा पा रहे हैं.
जानकारी के अनुसार एफसीआई में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से हुई मीटिंग के बाद 7 अप्रैल को 11:00 बजे से गेहूं खरीद के लिए ऑनलाइन टोकन जारी करने के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू किए थे, हालांकि शुरुआत होते ही किसानों ने जैसे ही पोर्टल को खोलना शुरू किया. यह वेबसाइट ही क्रैश हो गई है. फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के अचल प्रबंधक निपुण त्रिखा ने 30 अप्रैल तक के लिए आदेश जारी किए थे.
खरीद के लिमिट भी हटाई, बटाईदारों की भी होगी खरीद
एफसीआई में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से हुई मीटिंग के बाद में गेहूं खरीद पर से लिमिट हटा दी है. इसके साथ ही बटाईदारों के गेहूं भी खरीदने के निर्देश दिए हैं.