कोटा. जिले के मोदी कालेज में इसरो ने विक्रम साराभाई शताब्दी पर तीन दिवसीय एग्जीविशन का आयोजन किया है. जिसमें शहर के कई स्कूलों से आए छात्र-छात्राओं ने इसरो के अंतरिक्ष यानों की जानकारियां ली.
बता दें कि इससे पहले जिला कलेक्टर ने इस एग्जीविशन कि शुरुआत की. विक्रम साराभाई शताब्दी कार्यक्रम में उपग्रह प्रक्षेपण यान परियोजना विभिन्न मॉडल डिस्प्ले किये गए. विक्रम साराभाई शताब्दी कार्यक्रम में मोदी कालेज में इसरो ने तीन दिवसीय एग्जीविशन लगाई. जिसमें सभी की निःशुल्क एंट्री रही. कार्यक्रम की शुरुआत कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा ने की.
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कलेक्टर ने संबोधन में कहा कि भारत ने पहला अंतरिक्ष यान भेजने के लिए उसे बैलगाड़ी से लाया गया था. उसके बाद धीरे-धीरे कई यान भारत भेज चुका है. अब भारत चन्द्रयान-2 के बाद 2020 में सूर्य पर यान भेजने की तैयारी कर रहा है. जोधपुर इसरो के जनरल मैनेजर एस एस श्रीवास्तव ने बताया कि अभी कतासाव-3 लांच करने जा रहे हैं.
इसमें काटोग्रॉफी एप्लिकेशन बहुत महत्वपूर्ण होगा. इसमें 25 सेमी का रिजॅालेशन होने से हाइक्वालिटी इमेज मिलेगी. इसमे कई प्रकार के प्रोगाम है. जो स्मार्ट सिटी प्रोग्रामिंग के लिए बहुत उपयोगी होगा. श्रीवास्तव ने कहा कि राजस्थान में यह पहली एग्जीबिशन है. कोटा के अलावा पांच शहरों में यह स्पेस प्रोग्राम कर रहे हैं. इसमे रॉकेट लांच कैसे होता है, इसके बारे में बच्चो को जानकारियां दी जा रही है.
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साथ ही इसरो जल्द ही आदित्य मिशन अगले साल शुरू करने जा है. जिसमें सूर्य के किरणों के बारे में जानकारी मिलेगी. इसरो की एग्जीविशन में बच्चों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. वही उन्होंने इसरो की कई महत्वपूर्ण जानकारियां ली.