कोटा. प्रदेश के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी गुरुवार को जिले के टैगोर हॉल में राजस्व अधिकारियों की बैठक ली. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि कोटा जिले का 2 तहसील इटावा और सांगोद ऑनलाइन नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि इनके काम को एक महीने के अंदर ऑनलाइन करने के निर्देश दिए गए हैं.
साथ ही मंत्री चौधरी ने बाड़मेर पत्थराव प्रकरण पर कहा कि आरोप लगाते रहते हैं और लोकतंत्र में आरोप लगते रहते हैं. उन्होंने कहा कि बाड़मेर प्रकरण की भी पूरी जांच एजेंसियां कर रही है. उन्होंने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का नाम लिए बिना कहा कि जो लोग आरोप लगा रहे हैं, उनका इतिहास सब जानते हैं. चौधरी ने कहा कि कभी भी उनके पास सकारात्मक सोच और सकारात्मक कार्य करने की नहीं रही हैं. जिनको लेकर वे लोगों के बीच में जाएं. इसलिए विवाद करना और विवाद के जरिए व्यवस्था में अपना स्थान बनाना उनका तौर तरीका है.
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मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि राजस्व विभाग की जो भूमि है जिन पर माइनिंग भी होती है या फिर अतिक्रमण है, तो उनका दुरुपयोग रोकने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं. राजस्व अधिकारियों की मीटिंग में मंत्री हरीश चौधरी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राजस्व अधिकारी मूल काम से भटक गए हैं. उन्हें अन्य विभागों की मॉनिटरिंग के बजाए अपने मूल दायित्व का निर्वहन करना चाहिए, जिससे आम जनता को राहत मिले.
उन्होंने कहा कि किसान अपनी कृषि भूमि से जुड़ी और अन्य छोटी-छोटी समस्याओं के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाएं. उनका काम समय पर पूरा किया जाए. साथ ही मूल निवासियों और जाति प्रमाण पत्र जब डिजिटल बनने लगे हैं, तो उनका पूरी तरह से काम डिजिटल ही हो और यह कार्य समय से पूरे हो.
पटवारी भर्ती के लिए वित्त विभाग को भेजे प्रस्ताव
मीटिंग में अधिकारियों ने खाली पड़े हुए पटवारियों के पदों की भी बात कही. इस पर राजस्व मंत्री चौधरी ने बताया कि जल्द ही पटवारियों की भर्ती की जाएगी. इसके लिए वित्त विभाग को प्रस्ताव भेज दिया है. साथ ही नए तहसीलदारों के खाली पड़े हुए पदों पर भी पदोन्नति से भरेंगे. वहीं, आरटीएस से होने वाली भर्ती पर सीधे तहसीलदार पद पर नियुक्ति मिले ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं.