कोटा. दो दिनों से भामाशाह कृषि उपज मंडी में राईस मिलर्स और ट्रक यूनियन के बीच मतभेद होने से धान का उठाव नहीं हुआ. जिससे मंडी धान से फुल हो गई. जहां मंगलवार को एडीएम सिटी ने बैठक कर धान की तुलाई शुरू करवाई. वहीं बुधवार को धान के उठाव के चलते मंडी में नीलामी नहीं करने का निर्णय लिया गया.
भामाशाह मंडी में 90 हजार बोरी धान की आवक और धान का उठाव नहीं होने से पूरी मंडी भरी हुई थी. धान के उठाव को लेकर राइस मिल और ट्रक यूनियन में विवाद चल रहा था. जिससे नीलामी रुकी हुई थी. मंगलवार को एडीएम ने बैठक लेकर विवाद को दूर किया और शाम को धान की तुलाई शुरू हुई. मंडी समिति ने बुधवार को मंडी बंद रखने का निर्णय लिया है. ताकि धान का उठाव हो सके और मंडी खाली हो सके.
पढ़ें: जेडीए के तत्कालीन प्रवर्तन निरीक्षक को दो साल की सजा
वहीं किसानों ने बताया कि 2 दिनों से मंडी बंद रहने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. मध्य प्रदेश के किसान ने बताया कि मंडी में धान की तुलाई नहीं होने से वे लोग 2 दिनों से परेशान हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस बार माल का दाम भी कम मिला है. मंडी समिति के सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि मंडी से दो दिन से माल नहीं उठाने पर एडीएम सिटी के यहां बैठक कर चारो ग्रुपों को वहां बुलवाया गया था. राइस मिलर्स एसोसिएशन बूंदी, कोटा ग्रेन मर्चेंट एसोसियशन और कोटा के ट्रक यूनियन के पदाधिकारियों को बुलवाया था. इनमें जो आपसी मतभेत था वो ट्रक की अनुपलब्धता के कारण था. जिसका बैठक में समाधान किया गया.