सांगोद(कोटा). कनवास उपखण्ड क्षेत्र के मोहनपुरा निवासी रामगोपाल मेहर ने उपखण्ड अधिकारी राजेश डागा को शिकायत पत्र दिया था. जिसमें प्रार्थी रामगोपाल ने बताया कि वह अपनी आराजी में कृषि यंत्र आदि लाने और ले जाने के लिये अप्रार्थी बृजमोहन रामप्रसाद रामसिंह भैरूलाल के खेत का उपयोग करते आ रहे थे. लेकिन अप्रार्थी ने रास्ते पर कोट कर रास्ता अवरूद्व कर दिया है.
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इस कारण प्रार्थी को अपने खेत में आने जाने में भारी परेशानी आ रही है और खेत का काम प्रभावित हो रहा है. शिकायत पत्र पर कनवास एसडीएम राजेश डागा ने दोनों पक्षों को न्यायालय में बुलाकर प्रकरण में सुनवाई करते हुए समझाइश की. जिसके बाद कनवास एसडीएम राजेश डागा की समझाइश से प्रभावित होकर अप्रार्थी ने निवेदन किया कि वह अपने खेत पर बने पत्थर कोट को सीधा करेंगे. जिसके लिये डेढ महिने का समय दिया गया.
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डेढ माह बाद अप्रार्थी रामसिंह अपने खर्चे से कोट हटवा लेगा और प्रार्थी का कोई रास्ता नहीं रोकेगें. किसी तरह की कोई बाधा उत्पन्न नहीं करेंगे. इस पर दोनों पक्षकारों ने सहमति जताई और विवाद को यहीं पर खत्म कर अपनी बातों पर कायम रहने के लिए उपखण्ड अधिकारी कनवास के समक्ष निवेदन किया. इस तरह दोनों पक्षकारों ने एक दूसरे की बात पर सहमत होकर कनवास एसडीएम राजेश डागा की समझाइश पर विवादित रास्ते का निस्तातरण किया. कनवास उपखण्ड में अब तक 35 विवादित रास्तों का निस्तारण पक्षकारों आपसी सहमति से कराया जा चूका है.