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कोटा: स्क्रब टॉयफस और डेंगू के 20 फीसदी मरीजों का हुआ इजाफा, रोजाना 7 से 8 Scrub Taifus और 20 से 30 Dengue पॉजीटिव मरीज आ रहे सामने - कोटा की ताजा खबर

कोटा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इन दिनों डेंगू, स्क्रब टायफस की जांच करवाने वाले मरीजों की संख्या पहले की तुलना में 3 गुना अधिक हो गई है. जिसके चलते हर रोज इसके आंकड़े चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को भेजी जा रही है.

Dengue cases in Kota, कोटा में डेंगू के मामले
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Published : Nov 11, 2019, 5:04 PM IST

कोटा. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इन दिनों डेंगू, स्क्रब टायफस की जांच करवाने वाले मरीजों की संख्या पहले की तुलना में 3 गुना अधिक हो गई है. मेडिकल कॉलेज में जहां पहले सामान्य 30 से 40 जांच होती थी. वहीं मौजूदा महीने में वह बढ़कर 300 के करीब हो गई है और इन दिनों 300 से बढ़कर हजार तक पहुंच गई है.

डेंगू और स्क्रब टायफस के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी

अस्पताल में आने वाले सर्दी-जुकाम, बुखार के रोगियों को डॉक्टर उपचार से पहले जांच लिखते है. जिसमें सीबीसी, मलेरिया और डेंगू की जांच कराई जाती है. वहीं मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के ऑफिस इंचार्ज डॉ. दिनेश वर्मा का कहना है कि अस्पताल में गत वर्षो की तुलना इस साल डेंगू और स्क्रब टायफस के रोगियों की संख्या 20 फीसदी तक बढ़ गई है.

रोज करीब 30 से 40 मरीज डेंगू के और सात से आठ मरीज स्क्रब टायफस की जांच में पॉजिटिव निकल रहे हैं. उनका मानना है कि इस बार ज्यादा लंबे समय तक मानसून के सक्रिय रहने और लोगों की दैनिक दिनचर्या में बरती गई लापरवाही के चलते रोग को बढ़ावा मिला है.

पढ़ें: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंचे जयपुर, महाराष्ट्र कांग्रेस के विधायकों से कर सकते हैं मुलाकात

इसी के चलते अस्पताल में सीबीसी, डेंगू, स्क्रब टायफस और मलेरिया की जांच ज्यादा संख्या में आ रही है. न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की ओर से कार्ड टेस्ट की जगह एलाइजा टेस्ट कराए जा रहे हैं. जिससे रोज के आंकड़ों की संख्या का पता चलता है. जो कि निरंतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचा रहे हैं.

कोटा. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इन दिनों डेंगू, स्क्रब टायफस की जांच करवाने वाले मरीजों की संख्या पहले की तुलना में 3 गुना अधिक हो गई है. मेडिकल कॉलेज में जहां पहले सामान्य 30 से 40 जांच होती थी. वहीं मौजूदा महीने में वह बढ़कर 300 के करीब हो गई है और इन दिनों 300 से बढ़कर हजार तक पहुंच गई है.

डेंगू और स्क्रब टायफस के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी

अस्पताल में आने वाले सर्दी-जुकाम, बुखार के रोगियों को डॉक्टर उपचार से पहले जांच लिखते है. जिसमें सीबीसी, मलेरिया और डेंगू की जांच कराई जाती है. वहीं मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के ऑफिस इंचार्ज डॉ. दिनेश वर्मा का कहना है कि अस्पताल में गत वर्षो की तुलना इस साल डेंगू और स्क्रब टायफस के रोगियों की संख्या 20 फीसदी तक बढ़ गई है.

रोज करीब 30 से 40 मरीज डेंगू के और सात से आठ मरीज स्क्रब टायफस की जांच में पॉजिटिव निकल रहे हैं. उनका मानना है कि इस बार ज्यादा लंबे समय तक मानसून के सक्रिय रहने और लोगों की दैनिक दिनचर्या में बरती गई लापरवाही के चलते रोग को बढ़ावा मिला है.

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इसी के चलते अस्पताल में सीबीसी, डेंगू, स्क्रब टायफस और मलेरिया की जांच ज्यादा संख्या में आ रही है. न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की ओर से कार्ड टेस्ट की जगह एलाइजा टेस्ट कराए जा रहे हैं. जिससे रोज के आंकड़ों की संख्या का पता चलता है. जो कि निरंतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचा रहे हैं.

Intro:मेडिकल कालेज अस्पताल में स्क्रब टायफस ओर डेंगू के बीस फीसदी मरीजो का हुआ इजाफा।एक दिन में जांचों में सात से आठ स्क्रब टायफस ओर बिस से तीस मरीज डेंगू पॉजिटिव आ रहे हैं।

कोटा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इन दिनों डेंगू स्क्रब टायफस जाँच करने के मरीजों की संख्या पहले की तुलना में 3 गुना अधिक हो गई । मेडिकल कॉलेज में जहा पहले सामान्य 30 से 40 जांच होती थी मौजूद महीने में वह बढ़कर 300 के करीब हो गई और इन दिनों 300 से बढ़कर हजार तक पहुंच गई है।

Body:अस्पताल में आने वाले सर्दी जुकाम बुखार के रोगियों को डॉक्टर उपचार से पहले जांच लिखता है इसमें सीबीसी, मलेरियाओर डेंगू की जांच कराई जाती है। वही मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के ऑफिस इंचार्ज डॉ दिनेश वर्मा का कहना है कि अस्पताल में गत वर्षो की तुलना इस वर्ष डेंगू व स्क्रब टायफस के रोगियों की संख्या बीस प्रतिशत ज्यादा है।रोज करीब30 से40 मरीज डेंगू के ओर सात से आठ मरीज स्क्रब टायफस के जांचों में पॉजिटिव आ रहे हैं। उनका मानना है कि इस बार ज्यादा लंबे समय तक मानसून के सक्रिय रहने और लोगों की दैनिक क्रिया लापरवाही के चलते रोग को बढ़ावा मिला है। इसी के चलते अस्पताल में सीबीसी, डेंगू,स्क्रब टायफस ओर मलेरिया की जांच ज्यादा संख्या में आ रही है।Conclusion:न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की ओर से कार्ड टेस्ट की जगह एलाइजा टेस्ट कराए जा रहे हैं जिससे रोज के आकड़ो की संख्या का पता चलता है कितने रोगी डेंगू व स्क्रब टायफस के पॉजिटिव है वहीं यह आंकड़ा निरंतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचा रहे हैं।

बाइट डॉ. दिनेश वर्मा, इंचार्ज माइक्रोबायोलॉजी विभाग
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