ETV Bharat / city

कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने CM गहलोत को लिखा पत्र, कहा- कोटा सीएमएचओ रिश्वत प्रकरण में एसीबी अपना रही है दोहरा रवैया

बारां अटरू से कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने कोटा में रिश्वत प्रकरण में सीएमएचओ को गिरफ्तार नहीं करने पर एसीबी पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने मामले में सरकार की छवि खराब होने का आरोप लगाया और तत्काल सीएमएचओ को पद से हटाने की मांग की.

panachand meghwal letter,  kota cmho
कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने CM गहलोत को लिखा पत्र
author img

By

Published : May 17, 2021, 8:04 PM IST

कोटा. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर फंसते ही नजर आ रहे हैं. अब उनके खिलाफ बारां अटरू से विधायक पानाचंद मेघवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने एसीबी को भी अपने निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा है कि एसीबी इस मामले में दोहरा रवैया अपना रहा है.

पढे़ं: कोटा CMHO ऑफिस रिश्वत कांड: ACB कोर्ट ने खारिज की NHM के जिला लेखा प्रबंधक की जमानत याचिका

पानाचंद मेघवाल ने कहा है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तंवर के लिए रिश्वत लेते हुए नेशनल हेल्थ मिशन के जिला लेखा प्रबंधक महेंद्र कुमार मालीवाल को पकड़ा गया है. लेकिन सरकार ने अभी तक भी सीएमएचओ को पद से नहीं हटाया है. इससे सरकार की छवि खराब हो रही है. इस छवि को सुधारने के लिए तत्काल प्रभाव से सीएमएचओ को पद से हटाना चाहिए. साथ ही उसके खिलाफ एसीबी को कार्रवाई करने की छूट देनी चाहिए. इस प्रकरण में उनके गिरफ्तारी की मांग भी की.

panachand meghwal letter,  kota cmho
कांग्रेस विधायक का एसीबी पर आरोप

बारां कलेक्टर को हटाया, सीएमएचओ को संरक्षण

पानाचंद ने कहा कि जब इसी तरह के भ्रष्टाचार के प्रकरण में बारां के तत्कालीन जिला कलेक्टर और आईएएस अधिकारी इंद्र सिंह राव को गिरफ्तार किया गया और उन्हें पद से हटाया गया था. लेकिन कोटा के सीएमएचओ पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. सीएमएचओ को पता नहीं किस नेता का संरक्षण प्राप्त है. जबकि कई जनप्रतिनिधि कोटा सीएमएचओ के खिलाफ नाराजगी जता चुके हैं.

एसीबी से ही सीएमएचओ की सीनाजोरी

नेशनल हेल्थ मिशन के जिला लेखा प्रबंधक महेंद्र कुमार मालीवाल को एसीबी ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. महेंद्र मालीवाल ने बताया कि उसने कोटा सीएमएचओ के लिए रिश्वत ली है. जिसके बाद एसीबी ने रिकॉर्ड देने के लिए सीएमएचओ को पत्र भेजे लेकिन सीएमएचओ ने कोई जवाब नहीं दिया और ना ही रिकॉर्ड उपलब्ध करवाये.

जिसके बाद एसीबी की टीम ने सोमवार को सीएमएचओ ऑफिस में दबिश दी. जिससे पूरे कार्यालय में हड़कंप मच गया. एसीबी ने रिकॉर्ड को तलब किया है. साथ ही एसीबी के अधिकारियों ने प्रारंभिक तौर पर इस मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर की भूमिका को संदिग्ध माना है.

कोटा. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर फंसते ही नजर आ रहे हैं. अब उनके खिलाफ बारां अटरू से विधायक पानाचंद मेघवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने एसीबी को भी अपने निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा है कि एसीबी इस मामले में दोहरा रवैया अपना रहा है.

पढे़ं: कोटा CMHO ऑफिस रिश्वत कांड: ACB कोर्ट ने खारिज की NHM के जिला लेखा प्रबंधक की जमानत याचिका

पानाचंद मेघवाल ने कहा है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तंवर के लिए रिश्वत लेते हुए नेशनल हेल्थ मिशन के जिला लेखा प्रबंधक महेंद्र कुमार मालीवाल को पकड़ा गया है. लेकिन सरकार ने अभी तक भी सीएमएचओ को पद से नहीं हटाया है. इससे सरकार की छवि खराब हो रही है. इस छवि को सुधारने के लिए तत्काल प्रभाव से सीएमएचओ को पद से हटाना चाहिए. साथ ही उसके खिलाफ एसीबी को कार्रवाई करने की छूट देनी चाहिए. इस प्रकरण में उनके गिरफ्तारी की मांग भी की.

panachand meghwal letter,  kota cmho
कांग्रेस विधायक का एसीबी पर आरोप

बारां कलेक्टर को हटाया, सीएमएचओ को संरक्षण

पानाचंद ने कहा कि जब इसी तरह के भ्रष्टाचार के प्रकरण में बारां के तत्कालीन जिला कलेक्टर और आईएएस अधिकारी इंद्र सिंह राव को गिरफ्तार किया गया और उन्हें पद से हटाया गया था. लेकिन कोटा के सीएमएचओ पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. सीएमएचओ को पता नहीं किस नेता का संरक्षण प्राप्त है. जबकि कई जनप्रतिनिधि कोटा सीएमएचओ के खिलाफ नाराजगी जता चुके हैं.

एसीबी से ही सीएमएचओ की सीनाजोरी

नेशनल हेल्थ मिशन के जिला लेखा प्रबंधक महेंद्र कुमार मालीवाल को एसीबी ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. महेंद्र मालीवाल ने बताया कि उसने कोटा सीएमएचओ के लिए रिश्वत ली है. जिसके बाद एसीबी ने रिकॉर्ड देने के लिए सीएमएचओ को पत्र भेजे लेकिन सीएमएचओ ने कोई जवाब नहीं दिया और ना ही रिकॉर्ड उपलब्ध करवाये.

जिसके बाद एसीबी की टीम ने सोमवार को सीएमएचओ ऑफिस में दबिश दी. जिससे पूरे कार्यालय में हड़कंप मच गया. एसीबी ने रिकॉर्ड को तलब किया है. साथ ही एसीबी के अधिकारियों ने प्रारंभिक तौर पर इस मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर की भूमिका को संदिग्ध माना है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.