कोटा. उत्तर प्रदेश सरकार ने कोटा में पढ़ने वाले कोचिंग छात्रों को बसे भेजकर वापस गृह जिलों में ले गई है. इसी क्रम में दूसरे राज्य भी जिला प्रशासन से उनके छात्रों के बारे में जानकारी मांग रहे हैं, ऐसे में जिला प्रशासन ने स्टूडेंट ट्रैवलिंग नाम से ऑनलाइन सिस्टम इजाद कर दिया है. इस जानकारी के जरिए जो बाहर के प्रदेशों के छात्र कोटा में पढ़ाई कर रहे हैं, उनकी पुख्ता संख्या जानने की कोशिश की जा रही है.
बता दें, कि कोटा जिला प्रशासन को पता चल सके कि किस प्रदेश के कितने छात्र अभी कोटा में फंसे हुए हैं, जो अपने गृह राज्य जाना चाहते हैं. इसमें सभी छात्रों तक एक परफॉर्मा पहुंचाया गया है. जिसमें नाम, पिता का नाम, मोबाइल नंबर, घर का स्थाई पता सहित अन्य जानकारियां मांगी गई है. इन पूरी जानकारियों को ऑनलाइन स्टूडेंट ट्रैवलिंग सिस्टम में अपलोड किया जाएगा, उसके आधार पर उनकी सूचना तैयार की जाएगी. इसके बाद उन्हें घरों पर भेजा जाएगा.
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मध्य प्रदेश सरकार भी भेजेगी अपनी बसें...
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार ने बसे भेजकर यूपी और उत्तराखंड के करीब 12000 से ज्यादा छात्रों को वापस ले गई है. इन छात्रों को लेकर 310 बसें कोटा से रवाना हुई है, ऐसे में अन्य राज्यों के छात्रों के लिए भी उनके प्रदेश कि सरकार चिंता कर रही है. मध्य प्रदेश सरकार भी अपने बच्चों के लिए बसों को रवाना कर सकती है. यह बसें हाड़ौती के सीमावर्ती शहरों श्योपुर, शिवपुरी, गुना, नीमच, मंदसौर और रतलाम से कोटा आएंगी. हालांकि कोटा जिला प्रशासन इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है, लेकिन मध्यप्रदेश के करीब 4000 कोचिंग छात्र कोटा में अध्ययनरत हैं. उनको लेने के लिए बसें कोटा भेजी जा रही है जो कि शाम तक कोटा पहुंचेगी.