कोटा. शहर में कोचिंग करने आने वाले बच्चों की ऐप बेस्ड मॉनिटरिंग के लिए अब चंबल हॉस्टल एसोसिएशन भी आगे आ गई है. उन्होंने भी आयु ऑप्शन टाईअप किया है, जो कि हेल्प आईडी प्रोवाइड कराता है. जिसके जरिए बच्चे ऑनलाइन ही अपने स्वास्थ्य के बारे में चिकित्सकों से सलाह कर सकेंगे. साथ ही परामर्श भी ले सकेंगे. इसके साथ ही वे डिस्काउंट पर दवा भी मेडिकल स्टोर से मंगा सकेंगे.
कोटा के एंटरप्रेन्योर श्रेयांश मेहता का कहना है कि आयु ऐप के जरिए 5000 से ज्यादा चिकित्सक देशभर के जुड़े हुए हैं, जो कि आधे घंटे के भीतर ही परामर्श दे देते हैं. स्टूडेंट ऐप के जरिए अपने लक्षण के आधार पर बीमारी को पहचान भी सकता है.
वहीं चंबल हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष शुभम अग्रवाल का कहना है कि लैंडमार्क सिटी के पूरे एरिया में करीब 500 हॉस्टल है. जिनमें 36000 बच्चे रहते हैं, सभी बच्चों की हेल्प आईडी ऐप के जरिए बनाई जाएगी, ताकि वह इस सुविधा का फायदा उठा सकें. आयु ऐप के जरिए ही वे दूसरे जरूरी प्रोडक्ट भी मेडिकल स्टोर से मंगवा सकेंगे. वर्तमान में कोटा में करीब 4500 से ज्यादा बच्चे आयु ऐप के जरिए अपनी हैंड आईडी बना चुके हैं.
चम्बल हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष शुभम अग्रवाल का कहना है कि इस नवाचार के बाद कोटा में कोचिंग के लिए आने वाले छात्रों के पैरेंट्स को अपने बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता नहीं सताएगी. इस नई पहल का उद्देश्य कोटा को शिक्षा के साथ अब केयर सिटी बनाना है. इसमें भी सबसे खास यहां आने वाले छात्रों को स्वस्थ रखना प्राथमिकता है. इस सुविधा से स्टूडेंट्स को कोविड फ्री रखने का पूरा प्रयास होगा.
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हर रजिस्टर स्टूडेंट की सेहत की हिस्ट्री भी रखी जाएगी
इस संबंध में विद्यार्थियों के परिजनों को भी समय-समय पर सुचित किया जाता रहेगा. इसके चलते को कहीं नहीं जाना होगा, किसी कतार का सामना नहीं करना होगा. वहीं इस सुविधा से अधिक फायदा छात्राओं को होगा। कई विशेष परिस्थितियों में अस्पताल नहीं जा पाती, लेकिन अब वह घर बैठे ही लैब टेस्टिंग और अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं ले सकेंगी. इसमें स्टूडेंट्स के लिए विशेष सिम्पटम असेसमेंट टूल बनाया गया है. जिससे माइल्ड, मध्यम या तुरंत डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी जाएगी.