कोटा. शहर के रेलवे कॉलोनी थाना इलाके के महात्मा गांधी कॉलोनी में गुरुवार को दर्दनाक हादसा हो गया. जिसमें पतंग लूट रहा एक लड़का ट्रेन की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इसकी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया. हालांकि परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है. उसके शव को बिना पोस्टमार्टम से ही उन्हें सौंप दिया है.
जानकारी के अनुसार महात्मा गांधी कॉलोनी में रहने वाले सत्यनारायण का 14 वर्षीय बेटा करण पतंग लूटते समय कॉलोनी के नजदीक से ही गुजर रही दिल्ली मुंबई रेल लाइन के ट्रैक पर जा पहुंचा था. उसे पतंग का ऐसा भूत सवार हो गया कि उसके पीछे से आती हुई अवध एक्सप्रेस ट्रेन भी नजर नहीं आई. वह पतंग को लूटने के लिए ट्रैक पर ही दौड़ता रहा. पतंग लूटने की धुन में मस्त लड़के को ट्रेन की आवाज भी सुनाई नहीं दी और वह ट्रेन की चपेट में आ गया. अवध एक्सप्रेस की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
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घटना की जानकारी आसपास के लोगों ने उसके परिजनों को दी. जिस पर परिजन मौके पर पहुंचे. उसका शव क्षत विक्षत हालत में पड़ा हुआ था. ऐसे में पुलिस भी सूचना पर मौके पर पहुंची. हालांकि परिजनों ने पोस्टमार्टम से इनकार कर दिया और शव को घर लेकर चले गए. करण के पहने हुए जूते ही रेलवे ट्रैक के आसपास पड़े मिले. मृतक लड़के के परिवार के सदस्य ही नहीं, बल्कि पड़ोसी भी इस घटना के बारे में सुनकर सन्न रह गए और सभी लोग मृतक करण की मौत पर विलाप कर रहे हैं.
पैसे लेकर बाजार से अपने लिए खाने का सामान लेने गया था, वापस नहीं लौटा
मृतक के पिता सत्यनारायण का कहना है कि उनका बेटा 14 साल का था और वह 7वीं कक्षा में पढ़ता था. करण उनसे ही पैसे लेकर गया था कि वह बाजार से कुछ सामान लाकर खाएगा. इसके लिए पैसे लेकर वह दुकान तो नहीं पहुंचा, लेकिन पतंग लूटने रेलवे ट्रैक के पास पहुंच गया. जहां पर यह हादसा हो गया. इसके बाद से ही उसके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. यहां तक कि करण की सगी बहन लक्ष्मी और चचेरी बहन के भी आंसू नहीं रुक रहे हैं. मृतक अकेला ही लड़का उनके परिवार में था. उसकी मां संतोष बेसुध हालत में ही हो गई है.