कोटा. टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में ब्रोंज मेडल जीतने वाली बॉक्सर लवलीना को बॉक्सिंग में महिलाओं की विश्व चैंपियनशिप (World Championships) में सीधा प्रवेश दे दिया गया है. भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के निर्णय का कोटा की बॉक्सर अरुंधति चौधरी ने विरोध जताया है. उन्होंने कोटा में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इंडियन बॉक्सिंग फेडरेशन (Boxing Federation Of India) को ट्रायल करवानी चाहिए सीधा प्रवेश नहीं देना चाहिए. जो भी ट्रायल में गोल्ड मेडल जीते, उसे ही महिलाओं की विश्व चैंपियनशिप में मौका दिया जाए. अरुंधति का कहना है कि यह उनके साथ धोखा है. क्योंकि अगर वे ट्रायल में लवनीला को हरा देती है, तो वह ही वर्ल्ड चैंपियनशिप में भाग लेने की असली हकदार होंगी. उन्होंने कहा कि इस साल ही उनका वजन 70 किलो हुआ है. इस साल अप्रैल में ही अरुंधति चौधरी ने वर्ल्ड यूथ बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए गोल्ड जीता था.
खुल कर किया विरोध
टर्की की राजधानी इस्ताबुल में 4 से 19 दिसम्बर के बीच आयोजित होने वाली सीनियर वर्ग की वर्ल्ड चैम्पियन शिप के 70 किलोग्राम भार वर्ग में कोटा की बेटी व यूथ बॉक्सिंग की वर्ल्ड चैम्पियन अरुंधति चौधरी से बिना ट्रायल के ही ओलंपिक में ब्रॉन्ज मैडल प्राप्त करने वाली लवलीना को चेम्पियनशिप के लिए चुनने के निर्णय के विरुद्ध अब अरुंधति खुल कर सामने आ चुकी है. अरुंधति का कहना है कि वे इस चैंपियनशिप में भाग लेने के काबिल है. उनका कहना है कि ओलंपिक मैडलिस्ट लवलीना को बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने चुना गया है.
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6 बार गोल्ड और 1 सिल्वर पदक जीत चुकी है
अरुंधति ने दावा किया है कि लवलीना को अभ्यास के दौरान हमेशा मात देती आई है. हालांकि 2019 में जिस समय ओलंपिक के लिए ट्रायल ली गई. उस समय यूथ वर्ग में होने की वजह से मुझे इस ओलंपिक की ट्रायल में भाग लेने का मौका नहीं मिल पाया, लेकिन अब में सीनियर वर्ग में आ चुकी हूं और हाल ही में हिसार में आयोजित सीनियर नेशनल चेम्पियनशिप में भी गोल्ड मैडल प्राप्त कर चुकी हूं. इसके अलावा में लगातार 7 बार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओ में खेलते हुए 6 गोल्ड व 1 सिल्वर पदक लिया है. एशिया की बेस्ट बॉक्सर व भारत की बेस्ट बॉक्सर का खिताब भी जीत चुकी हूं. इसके बावजूद बिना ट्रायल के लवलीना को वर्ल्ड चैपियनशिप में भाग लेने देने का निर्णय मेरे लिए ही नहीं बल्कि भारत के उन सभी खिलाड़ियों के लिए जो भारत का तिरंगा विश्व मे फहराने के लिए जी जान से मेहनत कर रहे है, गलत है.
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अरुंधति ने कहा कि यदि फेडरेशन को लवलीना में उससे ज्यादा काबिलियत नजर आ रही है तो वह लवलीना की ट्रायल कराने से क्यों डर रहा है. ट्रायल के आधार पर दोनों में से जो भी बेस्ट नजर आए भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका उसे ही मिलना चाहिए. इसके साथ ही अरुंधति ने फेडरेशन ऑफ इंडिया को चेतावनी भी दी कि यदि बिना ट्रायल के लवलीना को चेम्पियनशिप के लिए चुनने के फेडरेशन के निर्णय को वापस नहीं लिया गया, तो वह न्याय के लिए न्यायालय की शरण मे जाएगी.