कोटा. इस देश में मतदान करने का अधिकार हर उस भारतीय को हैं जो इस देश में जन्म लेकर अपनी 18 साल तक की आयु को पूरा कर चुका है. नगर निगम चुनाव से पहले ही कोटा में बीएलओ की लापरवाही के चलते मतदान सूची में पत्नी को पति से अलग कर दिया और परिवार को बेटे से अलग कर दिया. लापरवाह बीएलओ पर किशोरपुरा की मतदान सूची बनाने का जिम्मा था.
कोटा के किशोरपुरा निवासी योगेंद्र शर्मा संयुक्त परिवार में अपने माता-पिता, चाचा-चाची और छोटे भाई के साथ रहता है. पूर्व में इनका मकान वार्ड संख्या 20 में था. जिसमें परिवार के सभी सदस्य का नाम मतदाता सूची में एक साथ था.
नई मतदाता सूची ने बांटा परिवार को दो भागों में
निर्वाचन विभाग की ओर से नगर निगम चुनाव 2020 में वार्ड सीमांकन के बाद तैयार की गई. मतदान सूची में एक ही मकान में रहने वाले इन परिवार के सदस्यों को दो अलग-अलग वार्ड वार्ड संख्या 2 और वार्ड संख्या 24 में कर दिया है. माता प्रेमलता शर्मा पिता रूप नारायण शर्मा चाचा राजेंद्र शर्मा देवकी शर्मा रोहित शर्मा को नई मतदान सूची में वार्ड संख्या 2 की भाग संख्या 4 में नाम अंकित है. वहीं, योगेंद्र शर्मा उनकी पत्नी सोनिया शर्मा और छोटे भाई रवि प्रकाश की पत्नी जागृति शर्मा को वार्ड नंबर 24 की भाग संख्या 1 में नामांकित.
बीएलओ नहीं कर रहा सर्वे पुरानी सूची को किया अपडेट
बीएलओ ने नई मतदान सूची तैयार करने से पहले वार्ड का सर्वे करने की जगह पूर्व की सूची में मनमर्जी से बदलाव कर पति को पत्नी से और माता पिता को बेटे-बहू से अलग कर दिया. रवि प्रकाश शर्मा की शादी को 2 साल का समय हो चुका है. मतदान सूची में रवि प्रकाश शर्मा को वार्ड नंबर 2 की भाग संख्या 4 के क्रमांक संख्या 54 पर दर्शाया गया है. वहीं उनकी पत्नी जागृति शर्मा को वार्ड नंबर 24 के भाग संख्या एक में क्रमांक संख्या 1207 पर दर्शाया हुआ है.
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नई मतदान सूची में कई खामियां देखने को मिल रही है. इसमें नए नाम मतदान सूची से गायब है. वहीं, जिन मतदाताओं का देहांत हो चुका है उनके नाम भी मतदाता सूची में दिए हुए हैं. जिससे निर्वाचन विभाग की ओर से जारी कई गई नई मतदाता सूची अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही को दर्शा रहा है.