कोटा. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया कोटा (Poonia In Kota) दौरे पर आए. यहां पर उन्होंने पूर्व महाराव बृजराज सिंह के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की. इसके बाद उम्मेद भवन में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर जमकर तीखे प्रहार किए.
बेहद आपत्तिजनक बयान : पूनिया ने अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदियों पर बेहद विवादास्पद बयान (Bjp state president Satish Poonia Controversial remark on congress) दिया है. शोक सभा में आए पूनिया ने कह दिया कि कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी के जूते के बराबर भी नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी की नकल करती है और इस नकल करने में भी उन्हें सात जन्म लगेंगे.
सतीश पूनिया ने यह बयान मीडिया के भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के साथ हुए चिंतन शिविर के बाद में कैंप आयोजित करने के सवाल पर दिया है.पूनिया ने हाल ही में यूपी दौरे पर प्रतिज्ञा ली थी जिस पर कांग्रेस ने काफी चुटकी ली. उन्होंने कहा था कि राजस्थान में भाजपा की सरकार न बनने तक वो सिर पर पगड़ी नहीं बांधेंगे और रात का डिनर भी नहीं करेंगे.
कांग्रेस कट, कॉपी व पेस्ट करती है : सतीश पूनिया ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस पार्टी नकल करती है. कट, कॉपी व पेस्ट करती है, लेकिन इसमें भी अकल की जरूरत होती है. जिस तरह से दिखावे के तौर पर सदन चलाने के लिए कांग्रेस पार्टी विधायकों का कैंप कर रही है, उनकी अभी ब्लॉक और जिले की भी कार्यकारिणी भी बनी है. पहले वह हमें नसीहत देते थे, लेकिन उन्हें भाजपा नकल करने के लिए सात जन्म लेने पड़ेंगे. यह भारतीय जनता पार्टी के जूते के बराबर भी नहीं है. जिस तरह से कांग्रेस पार्टी का संगठन चलता है. कांग्रेस वोट बैंक, पंत और मजहब की राजनीति कई सालों से करती आ रही है. संगठन के नाम पर केवल ढकोसला होता है.
इसके साथ ही सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को चिंता है कि कांग्रेस के ही विधायक भरत सिंह कभी पत्र लिख देंगे। कभी राम नारायण मीणा विधानसभा में सरकार के खिलाफ मुद्दा उठा देंगे. कुछ मुद्दे दीपेंद्र सिंह शेखावत उठा देंगे. हालांकि, हेमाराम अब सरकार में मंत्री बन गए हैं, लेकिन वह सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए थे. एक लंबी फेहरिस्त ऐसे विधायकों की है. इसलिए उन्हें चिंतन की जगह चिंता की जरूरत पड़ रही है.
कार्यकर्ताओं को सरकारी अध्यापक बनाने का षड्यंत्र रीट पेपर चोरी : सतीश पूनिया का कहना है कि पेपर लीक नहीं, चोरी हुआ है. इसके बाद करोड़ों रुपए में बिका है. इस मामले में तत्कालीन शिक्षा मंत्री डोटासरा चाहते थे कि पेपर लीक नहीं हुआ. बीजेपी को पाखंडी बताते थे, लेकिन मुख्यमंत्री नहीं 5 तारीख को माना है कि पेपर 5 सितंबर से लीक हुआ. जहां दोबारा परीक्षा होगी, एसओजी ने भी जांच की जिसमें 35 लोगों को गिरफ्तार किया. प्रदीप पाराशर गिरफ्तार हुए, जबकि डीपी जारोली बर्खास्त हुए हैं. कांग्रेस पार्टी ने यह पूरा षड्यंत्र राजीव गांधी स्टडी सर्किल के जरिए रचा है, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सरकारी अध्यापक के रूप में नियुक्त की गई है.
उन्होंने कहा कि एसओजी ने अभी तक अच्छा काम किया है. अब सरकार के दबाव में काम कर सकती है. एसओजी का पिछला रिकॉर्ड भी यहीं है. जिस तरह अलवर की निर्भया के मामले में बड़े कारण के चलते ही 4 बार सरकार और एसपी ने यू-टर्न लिया है. रीट परीक्षा मामले में भी राजनीतिक रूप से दबाव पड़ेगा. इसलिए सीबीआई की जांच की तात्कालिक समाधान है. सरकार को नैतिकता के रूप पर अपने लोगों पर भी कार्रवाई करनी चाहिए और उनके चेहरे बेनकाब करने चाहिए.
भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था और किसान कर्ज माफी पर घेरेंगे : पूनिया ने कहा कि विधानसभा में वे सरकार को किसानों की कर्ज माफी बेरोजगारी कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरेंगे. प्रदेश के 60 लाख किसानों के एक लाख 20000 करोड़ का कर्जा माफ नहीं हुआ है. सरकार का इकबाल खत्म हो गया है. कई सर्वे में छोटे स्तर पर भी भ्रष्टाचार सामने आया है. इंडियन इकोनॉमी संस्था ने अपने सर्वे में 27 फीसदी बेरोजगारी राजस्थान में बताई है. ट्रांसपेरेंसी इंटेलिजेंस का भी मानना है कि राजस्थान भ्रष्टाचार में नंबर वन पर है. कानून-व्यवस्था के नाम पर राजस्थान सरकार का एक बाल खत्म हो गया है. दुष्कर्म की बड़ी घटनाएं प्रदेश में हो रही हैं. राजस्थान में 3637 दुष्कर्म की घटनाएं 1 साल में दर्ज की गई है.
बेरोजगारों ने ही 'नाथी के बाड़े' के बना दिया टाइटल : सतीश पूनिया ने कहा कि नाथी एक दयालु महिला थीं. पीसीसी चीफ का इस तरह से उस महिला के बारे में बयान भी निंदनीय था. उन्होंने जिस तरह से लोगों के लिए कहा कि यह 'नाथी का बाड़ा' नहीं है. जिस भाषा में उपयोग किया था कि हर कोई उठाकर चला आता है. यह कोई नाथी का बाड़ा नहीं है. यह लोकतंत्र में जायज नहीं है. अब राजस्थान की जनता व बेरोजगारों ने इसे टाइटल बना दिया है. यह टाइटल को बेरोजगारों ने अपना लिया है.
रीट परीक्षा को लेकर चल रहे आंदोलन पर पूनिया ने कहा कि ये आंदोलन 1 दिन में खड़े नहीं होते. अभी आंदोलन की शुरुआत है और युवा मोर्चा 7 फरवरी को गिरफ्तारी देगा. यह राजस्थान में जेल भरो आंदोलन की शुरुआत होगी. इसके बाद 8 फरवरी को पार्टी का विधायक दल महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे धरना-प्रदर्शन करेगा. उसके बाद सदन और बाहर भी इस मामले में लगातार उठाएंगे. जब तक सीबीआई जांच नहीं हो जाती है और दोषी पकड़े नहीं जाते.