कोटा. नगर निगम कोटा उत्तर के भाजपा पार्षदों ने भी अब निगम प्रशासन के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. पार्षदों ने नगर निगम में ही धरना शुरू कर दिया है. यह लोग पार्किंग स्थल में आयुक्त वासुदेव मालावत के वाहन के आगे जाकर बैठ गए. इनमें से एक पार्षद तो कमीश्नर के वाहन के आगे ही लेट गया. पार्षदों ने नगर निगम के 1 साल पूरे होने के बावजूद किसी भी तरह का कोई कार्य वार्डों में शुरू नहीं होने का विरोध जताया है. लोगों का कहना है कि वार्ड में जन समस्याएं जस की तस से बनी हुईं हैं. बिजली, पानी, सफाई से लेकर क्षेत्र का किसी तरह का कोई विकास कार्य नगर निगम ने शुरू नहीं करवा पाया है.
भाजपा पार्षद संतोष बैरवा ने कहा कि कांग्रेस बोर्ड का पूरा एक साल नर्क जैसा है. बिजली, पानी, सफाई से लेकर सभी कार्यों में अंधेरगर्दी मची है. इन सबकी अनदेखी के बावजूद कोई अधिकारी समस्याएं सुनने को तैयार नहीं है. सफाई कर्मचारियों के लगातार वार्डों से तबादले कर दिए जाते हैं, जिसके चलते वार्डों की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है. वार्डों में एक-एक दो-दो लाइट लगाने के लिए भी एक साल तक अधिकारियों के पास दौड़ लगानी पड़ती है. जबकि ग्राम पंचायत से निगम में शामिल होने की वजह से अधिकांश वार्ड में लाइट ही नहीं है.
मानपुरा इलाके के पार्षद देवेंद्र शर्मा का कहना है कि जनता अंधेरे का दंश तो झेल ही रही है, क्षेत्र में पीने के पाइप लाइन की भी किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं है. अधिकांश इलाका 15 साल से भी ज्यादा समय से निगम के एरिया में आ गया है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है.
पार्षदों का आरोप है कि लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र की ज्यादा अनदेखी हो रही है. जबकि मंत्री शांति धारीवाल ने 1 साल पहले कहा था कि किसी भी वार्ड में भेदभाव नहीं किया जाएगा. सब वार्डों में एक जैसा ही विकास होगा लेकिन या तो मंत्री की बात पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं या फिर उनकी लापरवाही के कारण ये हो रहा है. धरने पर बैठे पार्षदों में सुनील शर्मा, नंदकिशोर मेवाड़ा व रामगोपाल लोधा सहित अन्य शामिल हैं.