कोटा. चंम्बल किनारे बना धर्मस्थली भीतरिया कुंड लगातार कई दिनों से अव्यवस्थाओं की मार झेल रहा है. यहां के हालात नगर निगम की बहुत सी लापरवाहियों की कहानी बयान करते नजर आते हैं. जिसके चलते स्थानीय लोगों ने निगम प्रशासन पर अनदेखी का आरोप भी लगाया है.
बता दें कि यहां के हालात कुछ इस तरह से बद्तर हो गए हैं कि कुंड में पम्प हाऊस के जर्जर अवस्था में होने से कई बार मोटर चोरी हो जाती है. जिससे गार्डन में लगे पौधे बिन पानी सूखते जा रहे हैं. इसके साथ ही पानी की सप्लाई नहीं होने से फव्वारे बंद पड़े हुए हैं. जिसके कारण उस जगह से बदबू आने लगी है.
वहीं नदी किनारे महिलाओं के लिए घाट नहीं होने के कारण उनको खुले में नहाने को मजबूर होना पड़ रहा है. साथ ही चंबल पर घाट की जलीयां टूटी होने से नहाने आने वाले लोगों को डूबने का खतरा बना रहता है. आपको बता दें कि पेड़ पौधों को पानी देने के लिए चंबल नदी के किनारे एक नया पम्प हाउस बनाया हुआ है लेकिन उसमें मोटर नहीं लगी है. अब इसे महिलाएं कपड़े बदलने के लिए काम में ले रही हैं.
वहीं गार्डन में रोज घूमने आने वाले लोगों ने निगम प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि नगर निगम की लापरवाहियों के चलते यह प्रसिद्ध धर्मस्थली उजाड़ती जा रही है. लोगों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रशासन इस ओर जल्द नहीं चेता तो निगम के बाहर ही यहां के रहवासी बड़ा आंदोलन करेंगे.
नगर निगम के एक्सईएन ए.क्यू. कुरेशी ने बताया कि भीतरिया कुंड का पम्प हाउस छतिग्रस्त हो गया है. इस सम्बंध में सम्बंधित अधिकारी को निर्देश दिए हैं और जल्द ही इसका निर्माण शुरू हो जाएगा. उन्होंने घाट के बारे में कहा कि वहां तीन प्रकार के घाट बने हुए हैं, जिनको जल्द ही व्यवस्थित कर दिया जाएगा. इसके अलावा महिला घाट को भी कवर किया जाएगा. जिससे महिलाएं सुरक्षित हो कर नहा सकें. उसके अलावा जल्द ही भीतरिया कुंड का दौरा कर जो भी कार्य शेष है उनको पूरा किया जाएगा.