कोटा. आर्मी इंटेलिजेंस की निशानदेही पर कोटा शहर पुलिस ने जिस नकली फौज के अधिकारी विकास नामदेव को पकड़ा है अब उसके मामले में अहम खुलासे किए हैं. जिला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन ने बताया कि फर्जी सैन्य अधिकारी के मिलने के मामले में खुफिया एजेंसियों की जॉइंट इन्वेस्टिगेशन कमेटी ने भी पड़ताल की थी.
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इस मामले में निष्कर्ष सामने आया है कि आरोपी चोरी का आदी है और वह ट्रेनों में लगातार चोरी करता है. टिकट करवा कर वो ट्रेन में जाकर सो जाता है और जब यात्री सो जाते हैं, तो उनका समान चुरा लेता है. इसी के चलते वह स्टेशन के आस पास वाले इलाको के होटल में रुकता था.
चोरी की वारदात को अंजाम देकर वह वापस कोटा जंक्शन पर पहुंच जाता और होटल में जाकर आराम करता. आरोपी के पास सेना की वर्दी और आईडी कार्ड मिलने के मामले में भी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन का कहना है कि आरोपी ने कई सेना के जवानों के भी समान चुराए थे. इसी के चलते उनकी वर्दी और आईडी कार्ड इसके पास आ गए थे. जिनका यह होटल में रुकने के लिए उपयोग कर रहा था. साथ ही वह आर्मी में भर्ती होना चाहता था. इसीलिए उसे आर्मी की ड्रेस पहनने का भी काफी शौक है.
पुलिस का कहना है कि होटल मालिक ने भी इस संबंध में उन्हें शिकायत दी है. जिसमें बताया है कि फर्जी आईडी से ही यह युवक उनके होटल में रुका हुआ था. आरोपी विकास नामदेव के पास से कई स्टेट की लड़कियों के मोबाइल नंबर भी मिलने की बात सामने आई थी. पुलिस ने कहा कि वह आरोपी को रिमांड पर लेकर पूरी जांच पड़ताल करेंगे.
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आरोपी के पास से जो कुवैत और यूएसए की करेंसी मिली है उस संबंध में भी उससे पूछताछ की जा रही है. आरोपी के फैमिली बैकग्राउंड के बारे में बताते हुए पुलिस ने बताया कि वह कटनी जिले का निवासी है. उसके पिताजी की मौत हो गई है. घर में मां भाई और बहन है. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. इसलिए वह चोरी की वारदातों को अंजाम देकर अपना गुजर-बसर कर रहा था.