कोटा. देश के बच्चे सरहद पर देश की सेवा देश की सुरक्षा करने को बेताब हैं. अब युवाओं का राष्ट्र के प्रति समर्पित होने का भाव पैदा हो रहा है. नई युवा पीढ़ी अपना भविष्य सेना में संवारने के लिए तैयार हैं. जी हां रविवार को एजुकेशन सिटी कोटा में दो सेंटर पर ऑल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस परीक्षा आयोजित हुई.
कई राज्यों के बच्चे सैनिक स्कूल में दाखिला लेने के लिए ऑल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम देने पहुंचे. अपने पैरंट्स के साथ स्टूडेंट देश सेवा का भाव लेकर परीक्षा देने पहुंचे, ताकि सैनिक स्कूल में उन्हें दाखिला मिले और वह भारतीय सेना में जाने की पढ़ाई वहां रहकर कंप्लीट करें, ताकि आने वाले भविष्य में वह अपना योगदान सरहद पर डटकर देश की सुरक्षा कर सकें.
कई बच्चों ने कहा कि वो राष्ट्र की सुरक्षा को लेकर सैनिक स्कूल में दाखिला चाहते हैं और उनके अभिभावक भी उन्हें इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं. छोटे-छोटे बच्चे अपने माता-पिता के साथ अपने रिश्तेदारों के साथ अपने अभिभावकों के साथ परीक्षा सेंटर पर आए और इन बच्चों ने परीक्षा दी.
बच्चों ने कहा कि पेपर कुछ कठिन था तो कुछ सरल भी था. लेकिन उनका जज्बा देश प्रेम के साथ देश की सेवा करने वाला होने के कारण वह पूरी तैयारी के साथ इस परीक्षा को देने आए हैं ताकि सैनिक स्कूल में उनका दाखिला हो सके.एजुकेशन सिटी कोटा में दो सेंटर पर परीक्षा देने वाले 682 स्टूडेंट नामांकित अधिक से अधिक संख्या में स्टूडेंट परीक्षा देने पहुंचे हैं.
एजुकेशन सिटी कोटा में देशभर के स्टूडेंट मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम. इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करते हैं. लेकिन यह वह बच्चे हैं जो यहां पर ऑल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम देने पहुंचे. मतलब साफ है कि डॉक्टर और इंजीनियर के अलावा भी देश का युवा दूसरे फील्ड में भी अपना भविष्य संवारने को तैयार हैं. ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि यह बच्चे सैनिक स्कूल में दाखिला पाए और देश की सुरक्षा के तौर तरीके की पढ़ाई यह करें और आने वाले भविष्य में यह सरहदों पर डट कर देश सेवा कर सके.