कोटा. कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को लेकर जिला प्रशासन लगातार तैयारियां कर रहा है. इसके रोकथाम के लिए क्वॉरेंटाइन में रखे जाने वाले लोगों के लिए जिला प्रशासन ने हाल में स्थित करियर प्वाइंट यूनिवर्सिटी का कैंपस अधिग्रहित कर लिया है. शुरुआती चरण में 500 लोगों को रखने की व्यवस्था होगी.
कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा ने बताया कि यहां पर पर्याप्त जगह है, जिसमें 500 लोगों को रखा जाएगा. इसके अलावा वहां पर पूरी सुविधाएं उन लोगों को उपलब्ध करवाई जाएगी. भविष्य में जरूरत पड़ी तो क्षमता और बढ़ा ली जाएगी. यह कोटा से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित है. ऐसे में वहां पर लोगों की आवाजाही भी नहीं रहेगी और पूरी तरह से आइसोलेशन में सस्पेक्टेड व्यक्ति को रखा जा सकेगा.
अस्पतालों के इमरजेंसी में ही ऑपरेशन
मेडिकल कॉलेज के एमबीएस, जेकेलोन, रामपुरा और नए अस्पताल में अब इमरजेंसी में ही ऑपरेशन किए जाएंगे. इसके निर्देश मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने जारी कर दिए हैं. साथ ही मरीजों से आग्रह किया है कि अनावश्यक रूप से फॉलोअप के लिए अस्पताल नहीं आए. अपने चिकित्सक से फोन पर ही सलाह ले लें. इसके अलावा एक एडवाइजरी जारी करते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी सभी चिकित्सकों, निजी अस्पताल और प्रैक्टिशनरों से अपील की है कि वे ओपीडी में लोगों को नहीं बुलाए. इमरजेंसी होने पर ही देखें इसके अलावा फोन पर अपने मरीजों को फॉलो अप देते रहें.
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जल्द शुरू करेंगे कोरोना की जांच सुविधा
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने कहा कि पीसीआर मशीन के लिए जरूरी रिएजेंट्स आईसीएमआर से उन्होंने मंगवाए हैं. जो उन तक एक-दो दिन में पहुंच जाएंगे. इसके बाद वे टेस्ट लगाकर देखेंगे और उसकी रिपोर्ट को पुणे भेजा जाएगा. वहां से अनुमति मिलने के बाद कोरोना संक्रमण का पता लगाने वाला टेस्ट कोटा में शुरू हो जाएगा. इससे आसपास के जिले के लोगों को भी फायदा होगा. साथ ही नई पीसीआर मशीन खरीदने के लिए भी राज्य सरकार से अनुमति और बजट मांगा है.