कोटा. जिले में प्रस्तावित एयरपोर्ट की भूमि का एयरपोर्ट ऑथोरिटी के अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया. अधिकारियों की टीम ने कोटा बाईपास से लेकर बरधा बांध तक भूमि का निरीक्षण कर एयरपोर्ट के लिए उपयुक्तता एवं आवश्यक भूमि का अवलोकन किया. इस दौरान कार्य योजना के बारे में विचार विमर्श किया गया.
राजस्व विभाग एवं नगर विकास न्यास के अधिकारियों ने भूमि की उपलब्धता एवं किस्म के बारे में नक्शे के माध्यम से टीम को विस्तृत जानकारी दी. एयरपोर्ट ऑथोरिटी की टीम ने भविष्य में विस्तार का ध्यान रखते हुए भूमि की प्रोफाइल तैयार कर भेजवाने का सुझाव दिया, जिससे मास्टर प्लान बनाकर जिला प्रशासन को जानकारी भेजवाई जा सके. इसी प्लान के आधार पर वन भूमि के डायवर्जन का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा.
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एयरपोर्ट ऑथोरिटी टीम में जॉइंट जीएम एटीएम मोहम्मद सिराज, एजीएम प्लानिंग संजय अग्रवाल, सीनियर मैनेजर आर्किटेक्ट एवं सिविल पूनमसिंह, कोटा एयरपोर्ट के मैनेजर नरेन्द्र कुमार, नमोनारायण मीणा उपस्थित रहे. निरीक्षण के समय नगर विकास न्यास के सचिव राजेश जोशी, उप सचिव मोहम्मद ताहिर, चन्दन दूबे, तहसीलदार रामकल्याण यादवेन्द्र, नायब तहसीलदार लाडपुरा विनय चतुर्वेदी, बूंदी जिले के तालेड़ा उपखण्ड अधिकारी कमलराम मीणा और तहसीलदार भावना सिंह मौजूद थी.
जिला कलेक्टर के साथ बैठक
निरीक्षण के बाद एयरपोर्ट ऑथोरिटी के अधिकारियों के दल ने जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ के साथ कलेक्ट्रेट कक्ष में बैठक कर प्लान पर चर्चा की. फिलहाल भूमि की उपलब्धता के आधार पर एयरपोर्ट ऑथोरिटी को नगर विकास न्यास प्रोफाइल तैयार कर भेजवाएगा. इसके आधार पर प्लान तैयार किया जाएगा. एयरपोर्ट के लिए लगभग 500 हेक्टेयर और बफरजोन में आवश्यक सुविधाओं लिए भूमि की उपलब्धता के आधार पर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा. बैठक में एयरपोर्ट ऑथोरिटी की टीम ने प्रस्ताव की जानकारी देकर संतुष्टि व्यक्त की तथा शीघ्र मास्टर प्लान भेजवाने की बात कही.