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'मेरे क्रिकेट में दम था, लेकिन...' रविचंद्रन अश्विन ने फेयरवेल टेस्ट मैच न मिलने पर तोड़ी चुप्पी - RAVICHANDRAN ASHWIN

बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के बीच में अचानक संन्यास का ऐलान करने वाले पूर्व स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने फेयरवेल नहीं मिलने पर पहली बार चुप्पी तोड़ी है.

Ravichandran Ashwin
रविचंद्रन अश्विन (ANI Photo)
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By ETV Bharat Sports Team

Published : Jan 15, 2025, 9:51 AM IST

नई दिल्ली : भारत के पूर्व ऑफ-स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में संन्यास का ऐलान कर सभी को चौंका दिया था. अश्विन के अचानक लिए गए इस फैसले को लेकर अब तक कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थी. अश्विन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले 3 टेस्ट में से केवल 1 में चुना गया था, जिसके बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय से संन्यास की घोषणा कर दी.

अश्विन के संन्यास पर लगाई गईं कई अटकलें
टीम इंडिया के पूर्व स्टार मनोज तिवारी ने जोर देकर कहा कि उनका अपमान किया गया, जबकि भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने कहा कि वह 'आहत' हैं. इन सब अटकलों के बीच, पहली बार अश्विन ने खुद सामने आकर अपने अचानक संन्यास और फेयरवेल टेस्ट मैच नहीं मिलने को लेकर चुप्पी तोड़ी है.

अश्विन ने अपने संन्यास पर तोड़ी चुप्पी
अपने संन्यास को लेकर अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल 'ऐश की बात' पर कहा, 'मुझे इस ब्रेक की जरूरत थी. मैंने सीरीज बीच में ही छोड़ दी. मैंने क्रिकेट के बारे में ज्यादा बात नहीं की, हालांकि मैंने सिडनी और मेलबर्न टेस्ट के बाद एक्स पर कुछ चीजें पोस्ट कीं. मैंने रिटायरमेंट के बारे में बात नहीं की क्योंकि मैं ड्रेसिंग रूम में था और मेरे लिए ड्रेसिंग रूम की पवित्रता का सम्मान करना बहुत जरूरी था. आजकल फैन वॉर बहुत जहरीला है'.

उन्होंने आगे कहा, 'आपको पता होना चाहिए कि कभी-कभी यह सहज रूप से हो जाता है. लोग बहुत कुछ कह रहे हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. उस समय, मुझे लगा कि मैंने अपनी रचनात्मकता खो दी है. अंत सुखद भी हो सकता है. ज्यादा अटकलें लगाने की कोई वजह नहीं है'.

फेयरवेल टेस्ट न मिलने पर खुलकर की बात
38 वर्षीय पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने इस दौरान फेयरवेल टेस्ट मैच न मिलने के बारे में भी खुलकर बात की. अश्विन ने कहा, 'मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना ​​है कि फेयरवेल मैच होने में कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है. मैं सिर्फ ईमानदार होना चाहता हूं. जरा सोचिए, अगर मुझे विदाई टेस्ट मिलता लेकिन मैं टीम में जगह पाने का हकदार नहीं हूं, तो मैं खुश नहीं रहूंगा. मेरे क्रिकेट में दम था, लेकिन मुझे लगता है कि जब लोग क्यों पूछते हैं तो रुक जाना हमेशा बेहतर होता है, न कि क्यों नहीं'.

अश्विन का अंतरराष्ट्रीय करियर
बता दें कि, इस अनुभवी भारतीय ऑफ स्पिनर ने 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट लेकर संन्यास का ऐलान किया. वह सभी फॉर्मेट में भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज है, इस लिस्ट में वे केवल दिग्गज अनिल कुंबले से पीछे हैं.

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अश्विन के संन्यास पर लगाई गईं कई अटकलें
टीम इंडिया के पूर्व स्टार मनोज तिवारी ने जोर देकर कहा कि उनका अपमान किया गया, जबकि भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने कहा कि वह 'आहत' हैं. इन सब अटकलों के बीच, पहली बार अश्विन ने खुद सामने आकर अपने अचानक संन्यास और फेयरवेल टेस्ट मैच नहीं मिलने को लेकर चुप्पी तोड़ी है.

अश्विन ने अपने संन्यास पर तोड़ी चुप्पी
अपने संन्यास को लेकर अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल 'ऐश की बात' पर कहा, 'मुझे इस ब्रेक की जरूरत थी. मैंने सीरीज बीच में ही छोड़ दी. मैंने क्रिकेट के बारे में ज्यादा बात नहीं की, हालांकि मैंने सिडनी और मेलबर्न टेस्ट के बाद एक्स पर कुछ चीजें पोस्ट कीं. मैंने रिटायरमेंट के बारे में बात नहीं की क्योंकि मैं ड्रेसिंग रूम में था और मेरे लिए ड्रेसिंग रूम की पवित्रता का सम्मान करना बहुत जरूरी था. आजकल फैन वॉर बहुत जहरीला है'.

उन्होंने आगे कहा, 'आपको पता होना चाहिए कि कभी-कभी यह सहज रूप से हो जाता है. लोग बहुत कुछ कह रहे हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. उस समय, मुझे लगा कि मैंने अपनी रचनात्मकता खो दी है. अंत सुखद भी हो सकता है. ज्यादा अटकलें लगाने की कोई वजह नहीं है'.

फेयरवेल टेस्ट न मिलने पर खुलकर की बात
38 वर्षीय पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने इस दौरान फेयरवेल टेस्ट मैच न मिलने के बारे में भी खुलकर बात की. अश्विन ने कहा, 'मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना ​​है कि फेयरवेल मैच होने में कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है. मैं सिर्फ ईमानदार होना चाहता हूं. जरा सोचिए, अगर मुझे विदाई टेस्ट मिलता लेकिन मैं टीम में जगह पाने का हकदार नहीं हूं, तो मैं खुश नहीं रहूंगा. मेरे क्रिकेट में दम था, लेकिन मुझे लगता है कि जब लोग क्यों पूछते हैं तो रुक जाना हमेशा बेहतर होता है, न कि क्यों नहीं'.

अश्विन का अंतरराष्ट्रीय करियर
बता दें कि, इस अनुभवी भारतीय ऑफ स्पिनर ने 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट लेकर संन्यास का ऐलान किया. वह सभी फॉर्मेट में भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज है, इस लिस्ट में वे केवल दिग्गज अनिल कुंबले से पीछे हैं.

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