कोटा. कृषि विश्वविद्यालय के नवसृजित कॉलेज के भवन का शिलान्यास शुक्रवार को उम्मेदगंज में प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने किया. यहां कॉलेज सवा 8 करोड़ रुपए की लागत से 39.75 हेक्टेयर में बनेगा. इसका शिलान्यास समारोह में दोनों मंत्रियों व कुलपति ने विधिवत पूजा अर्चना कर भूमि पूजन किया है. साथ ही शिला पट्टिका का अनावरण भी किया गया है.
समारोह को संबोधित करते हुए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि हाड़ौती में कृषि के क्षेत्र में नवाचारों की संभावनाएं हैं. नया कॉलेज खुलने से अनुसंधान को भी बढ़ावा मिलेगा. कृषि वैज्ञानिकों ने जो शोध की है, उन्हें किसानों तक पहुंचाने में युवाओं की भूमिका काफी रहेगी. युवा कृषि को आधुनिक तकनीक के साथ कर किसानों की आमदनी बढ़ाने और गांवों से पलायन रोकने में मददगार भी बनेंगे.
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कृषि मंत्री कटारिया ने कहा कि हाड़ौती का कृषि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है. देश भर में धनिया, लहसून, चावल व सोयाबीन के उत्पादन में कोटा का नाम जाना जाता है. उन्होंने कहा कि 2018 कृषि कॉलेज स्वीकृत हुआ था, जिसे राज्य सरकार ने इस बजट घोषणा में राशि स्वीकृत करने से आधुनिक सुविधाओं का महाविद्यालय भवन बनने का द्वार खुला है.
उन्होंने कहा कि कृषि का क्षेत्र आपदाओं से घिरा रहता है. कृषि मंत्री कटारिया ने यह भी आह्वान किया कि परंपरागत खेती के स्थान पर आधुनिक तरीके से जैविक खेती और पशुपालन अपनाया जाए. जिससे गंभीर रोगों से भी बचा जा सकेगा. उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों से अपील की है कि खेतों तक अनुसंधान की जानकारी पहुंचाने के लिए किसानों से सीधा संवाद भी करें.
इस तरह की होगी बिल्डिंग
कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डीसी जोशी ने बताया कि महाविद्यालय भवन 2 मंजिला बनाया होगा. जिसमें भूतल पर पुस्तकालय, मीटिंग, सेमिनार व परीक्षा हॉल, अधिष्ठाता कार्यालय होगा. वहीं प्रथम तल पर 4 क्लास रूम और एक हॉल का निर्माण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि महाविद्यालय को 25 नवीन पद स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें 16 शैक्षणिक व 9 पद अशैक्षणिक होंगे, ताकि महाविद्यालय में अध्यापन कार्य सुचारू रूप से किया जा सके.
कृषि विज्ञान केंद्र के उत्पादों का प्रचार प्रसार करने के निर्देश
शिलान्यास समारोह के साथ ही कृषि विश्वविद्यालय में जैविक उत्पादों व खाद प्रसारण के रूप में तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी भी कार्यक्रम स्थल पर लगाई थी. जिसका निरीक्षण अतिथियों ने किया इसकी सराहना भी की गई है. इस दौरान स्वास्थ्यवर्धक पेय पदार्थ, अचार, मुरब्बा, विटामिन युक्त कैप्सूल व महिला स्वयं सहायता समूह की तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी थी. कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने इसकी सराहना करते हुए प्रचार प्रसार व विक्रय की कार्य योजना बनाने के निर्देश भी दिए हैं. इस अवसर पर विश्वविद्यालय कुलसचिव ममता तिवाड़ी, अधिष्ठाता डॉ. एमसी जैन व केवीके के मुख्य वैज्ञानिक महेन्द्र सिंह सहित कई लोग उपस्थित रहे.