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राधेश्याम आत्मदाह का प्रयास मामला: नयापुरा थाना अधिकारी भूपेंद्र सिंह लाइन हाजिर, 2 निलंबित

राधेश्याम मीणा आत्मदाह के प्रयास के मामले में कोटा में विरोध प्रदर्शन थाने के बाहर किया जा रहा है (Kota Man Set himself on Fire). सियासत भी खूब हो रही है. भाजपा मंत्री शांति लाल धारीवाल और पुलिस प्रशासन का पुतला फूंक रही है. इस बीच शहर एसपी ने नयापुरा थाना अधिकारी भूपेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर ड्यूटी ऑफिसर एएसआई सतीश और जांच अधिकारी एएसआई बच्चन सिंह को निलंबित कर दिया है.

Kota Man Set himself on Fire
थाने के बाहर पुलिस बल तैनात
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Published : Sep 16, 2022, 1:09 PM IST

Updated : Sep 16, 2022, 11:08 PM IST

कोटा. शहर के नयापुरा थाने में पार्षद से आहत युवक राधेश्याम मीणा ने आत्मदाह का प्रयास किया था. जिसको कोटा के एमबीएस अस्पताल से जयपुर रेफर कर दिया है (Kota Man Set himself on Fire). जहां पर उपचार जारी है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है. दूसरी तरफ थाने पर थाने पर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन का दौर भी जारी है. शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के दो अलग-अलग गुट के यहां पर पहुंचे. जिन्होंने पुलिस प्रशासन और मंत्री शांति धारीवाल पुतला जलाकर पुलिस प्रशासन का विरोध किया. इसमें एक गुट भाजपा संगठन और दूसरा प्रहलाद गुंजल का था.

अफसर लाइन हाजिर: दूसरी तरफ, कोटा शहर एसपी ने आदेश जारी करते हुए नयापुरा थाना अधिकारी भूपेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर ड्यूटी ऑफिसर एएसआई सतीश और जांच अधिकारी एएसआई बच्चन सिंह को सस्पेंड कर दिया है (Radheshyam Attempted Self Immolation). उनके लाइन हाजिर के आदेश में शिकायत हटाने की बात लिखी हुई है.

राधेश्याम आत्मदाह का प्रयास मामला

2 सितंबर से शुरू हुआ विवाद : राधेश्याम के मामले में सामने आ रहा है कि उसकी बेटी अंशिका ने नेशनल मींस कम मेरिट स्कॉलरशिप एग्जाम (NMMS) को टॉप किया था. इसकी मार्कशीट स्कूल में राधेश्याम ने मांगी थी, लेकिन टीचर ने मार्कशीट नहीं आने की बात कही और जब बालिका ने स्कूल में रोल नंबर मांगा, तब टीचर पूर्णिमा अग्निहोत्री ने उसे एग्जाम का परमिशन लेटर लाने के लिए कहा. बालिका ने गुम हो जाने का जवाब दिया, इस पर टीचर ने उसे डांटते हुए कह दिया कि सब गावड़ी के बच्चे इस तरह के ही होते हैं.

स्कूल का पक्ष: इस बात से राधेश्याम आवेश में आ गया था और लगातार स्कूल के टीचर को कॉल कर रहा था.उसने 2 सितंबर को इस संबंध में ही स्कूल से ग्रुप में बच्चे की टीसी के लिए भी लिख दिया था, साथ ही बच्चों से बदतमीजी करने का आरोप लगाते हुए टीचर की शिकायत कलेक्टर से करने की बात लिखी थी. स्कूल की प्रिंसिपल लाड़ गुप्ता का कहना है कि बच्चे का पूरा फॉर्म स्कूल ने ही भरा है उसकी फीस भी स्कूल ने ही दी है. इस संबंध में राधेश्याम लगातार स्कूल के स्टाफ को फोन कर रहा था और रिकॉर्डिंग के साथ शिकायत करने की बात भी कह रहा था.

ये भी पढ़ें-कोटा में युवक ने थाने में किया आत्मदाह का प्रयास, पुलिस कार्यप्रणाली से नाखुश होकर उठाया कदम...जयपुर में उपचार जारी

सोशल मीडिया पर पोस्ट का विवादः राधेश्याम ने आत्मदाह की कोशिश क्यों की इसके पीछे कई कारण गिनाए जा रहे हैं (Kota Radheshyam Self ablaze). 2 सितंबर के बाद 5 सितंबर को सोशल मीडिया पोस्ट की भी चर्चा है. मामले के अनुसार क्षेत्रीय पार्षद हरिओम सुमन से राधेश्याम मीणा ने अपने इलाके में बिजली पोल और केबल को दुरुस्त करवाने की शिकायत की थी. सुधार नहीं होने पर सोशल मीडिया पर राधेश्याम ने पोस्ट डाल दी थी. जिसके बाद पार्षद से लड़ाई झगड़ा हो गया था. इस मामले में उसने पार्षद पर घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाया था और इसी संबंध में 5 सितंबर को नयापुरा थाने में शिकायत दी थी. आरोप है कि वह लगातार थाने में जा रहा था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. किसी बात से नाराज होकर आज राधेश्याम ने इस घटना को अंजाम दिया है.

बेटी बोली रोज थाने जाते थे पापा, नहीं हो रही थी सुनवाई : इस मामले में राधेश्याम ने स्थानीय पार्षद की भूमिका भी बता दी थी और कहा था कि उसी के कहने पर स्कूल की मैडम बच्चे की मार्कशीट नहीं दे रही है. राधेश्याम ने पार्षद के लिए भी खंड गांवडी इलाके के एक सोशल मीडिया ग्रुप पर कुछ लिख दिया. जिसके बाद पार्षद और दोनों के बीच कहासुनी हुई थी. राधेश्याम की बेटी अंशिका का कहना है कि पार्षद उनके घर पर कुछ लोगों को लेकर मारपीट करने भी आया था. मारपीट के मामले को लेकर मेरे पिता रोज पुलिस स्टेशन जाते थे. उन्होंने पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं करने की बात भी बताई थी. मेरे पिता कोचिंग संस्थान में ड्राइवर का काम करते हैं. वे दोपहर में ड्यूटी पर चले गए थे. जिसके बाद वापस नहीं आए.

पढ़ें. गुजरात के युवक ने जैसलमेर में खुद को लगाई आग, हालत नाजुक...जोधपुर रेफर

साइको किस्म का था राधेश्याम : दूसरी तरफ इस पूरे मामले में स्थानीय पार्षद हरिओम सुमन का कहना है कि राधेश्याम साइको किस्म का व्यक्ति था. उसका पत्नी से भी झगड़ा होता था. उसके पड़ोसी भी इस बात की पुष्टि कर सकते हैं. वह स्कूल के विवाद को मेरे ऊपर डालना चाह रहा था. इस बात पर 2 सितंबर को उससे बातचीत की थी, तब उसने मुझसे भी उल्टा सीधा कहा था. इसके बाद श्मशान का निर्माण कार्य का जायजा लेने गया था, तब राधेश्याम लठ लेकर मुझे मारने आ गया था. इस संबंध में मैंने थाने में भी शिकायत दे दी थी. राधेश्याम ने यह घटना भी खुद के साइको किस्म के होने के चलते ही की है.

अब दर्ज हुआ क्रॉस केस : इधर, पुलिस ने इस पूरे मामले में राधेश्याम और पार्षद हरिओम सुमन की तरफ से दी शिकायतों पर मुकदमे दर्ज कर लिए हैं. पूरे प्रकरण में कहां पर ढिलाई बरती गई इसकी जांच पुलिस उप अधीक्षक मुकुल शर्मा को सौंप दी गई है. इसमें सभी तथ्यों को देखा जाएगा. वहीं इस मामले में यह बात भी सामने आ रही है कि पुलिस को उसके आत्मदाह करने की सूचना पहले ही मिल गई थी. इस पर एडिशनल एसपी राजेश मील का कहना है कि मामले की पड़ताल की जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें जांच के बाद निश्चित तौर पर कार्रवाई भी होगी. साथ ही इस प्रकरण में देरी क्यों हुई इस संबंध में भी जांच की जा रही है.

कोटा. शहर के नयापुरा थाने में पार्षद से आहत युवक राधेश्याम मीणा ने आत्मदाह का प्रयास किया था. जिसको कोटा के एमबीएस अस्पताल से जयपुर रेफर कर दिया है (Kota Man Set himself on Fire). जहां पर उपचार जारी है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है. दूसरी तरफ थाने पर थाने पर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन का दौर भी जारी है. शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के दो अलग-अलग गुट के यहां पर पहुंचे. जिन्होंने पुलिस प्रशासन और मंत्री शांति धारीवाल पुतला जलाकर पुलिस प्रशासन का विरोध किया. इसमें एक गुट भाजपा संगठन और दूसरा प्रहलाद गुंजल का था.

अफसर लाइन हाजिर: दूसरी तरफ, कोटा शहर एसपी ने आदेश जारी करते हुए नयापुरा थाना अधिकारी भूपेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर ड्यूटी ऑफिसर एएसआई सतीश और जांच अधिकारी एएसआई बच्चन सिंह को सस्पेंड कर दिया है (Radheshyam Attempted Self Immolation). उनके लाइन हाजिर के आदेश में शिकायत हटाने की बात लिखी हुई है.

राधेश्याम आत्मदाह का प्रयास मामला

2 सितंबर से शुरू हुआ विवाद : राधेश्याम के मामले में सामने आ रहा है कि उसकी बेटी अंशिका ने नेशनल मींस कम मेरिट स्कॉलरशिप एग्जाम (NMMS) को टॉप किया था. इसकी मार्कशीट स्कूल में राधेश्याम ने मांगी थी, लेकिन टीचर ने मार्कशीट नहीं आने की बात कही और जब बालिका ने स्कूल में रोल नंबर मांगा, तब टीचर पूर्णिमा अग्निहोत्री ने उसे एग्जाम का परमिशन लेटर लाने के लिए कहा. बालिका ने गुम हो जाने का जवाब दिया, इस पर टीचर ने उसे डांटते हुए कह दिया कि सब गावड़ी के बच्चे इस तरह के ही होते हैं.

स्कूल का पक्ष: इस बात से राधेश्याम आवेश में आ गया था और लगातार स्कूल के टीचर को कॉल कर रहा था.उसने 2 सितंबर को इस संबंध में ही स्कूल से ग्रुप में बच्चे की टीसी के लिए भी लिख दिया था, साथ ही बच्चों से बदतमीजी करने का आरोप लगाते हुए टीचर की शिकायत कलेक्टर से करने की बात लिखी थी. स्कूल की प्रिंसिपल लाड़ गुप्ता का कहना है कि बच्चे का पूरा फॉर्म स्कूल ने ही भरा है उसकी फीस भी स्कूल ने ही दी है. इस संबंध में राधेश्याम लगातार स्कूल के स्टाफ को फोन कर रहा था और रिकॉर्डिंग के साथ शिकायत करने की बात भी कह रहा था.

ये भी पढ़ें-कोटा में युवक ने थाने में किया आत्मदाह का प्रयास, पुलिस कार्यप्रणाली से नाखुश होकर उठाया कदम...जयपुर में उपचार जारी

सोशल मीडिया पर पोस्ट का विवादः राधेश्याम ने आत्मदाह की कोशिश क्यों की इसके पीछे कई कारण गिनाए जा रहे हैं (Kota Radheshyam Self ablaze). 2 सितंबर के बाद 5 सितंबर को सोशल मीडिया पोस्ट की भी चर्चा है. मामले के अनुसार क्षेत्रीय पार्षद हरिओम सुमन से राधेश्याम मीणा ने अपने इलाके में बिजली पोल और केबल को दुरुस्त करवाने की शिकायत की थी. सुधार नहीं होने पर सोशल मीडिया पर राधेश्याम ने पोस्ट डाल दी थी. जिसके बाद पार्षद से लड़ाई झगड़ा हो गया था. इस मामले में उसने पार्षद पर घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाया था और इसी संबंध में 5 सितंबर को नयापुरा थाने में शिकायत दी थी. आरोप है कि वह लगातार थाने में जा रहा था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. किसी बात से नाराज होकर आज राधेश्याम ने इस घटना को अंजाम दिया है.

बेटी बोली रोज थाने जाते थे पापा, नहीं हो रही थी सुनवाई : इस मामले में राधेश्याम ने स्थानीय पार्षद की भूमिका भी बता दी थी और कहा था कि उसी के कहने पर स्कूल की मैडम बच्चे की मार्कशीट नहीं दे रही है. राधेश्याम ने पार्षद के लिए भी खंड गांवडी इलाके के एक सोशल मीडिया ग्रुप पर कुछ लिख दिया. जिसके बाद पार्षद और दोनों के बीच कहासुनी हुई थी. राधेश्याम की बेटी अंशिका का कहना है कि पार्षद उनके घर पर कुछ लोगों को लेकर मारपीट करने भी आया था. मारपीट के मामले को लेकर मेरे पिता रोज पुलिस स्टेशन जाते थे. उन्होंने पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं करने की बात भी बताई थी. मेरे पिता कोचिंग संस्थान में ड्राइवर का काम करते हैं. वे दोपहर में ड्यूटी पर चले गए थे. जिसके बाद वापस नहीं आए.

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साइको किस्म का था राधेश्याम : दूसरी तरफ इस पूरे मामले में स्थानीय पार्षद हरिओम सुमन का कहना है कि राधेश्याम साइको किस्म का व्यक्ति था. उसका पत्नी से भी झगड़ा होता था. उसके पड़ोसी भी इस बात की पुष्टि कर सकते हैं. वह स्कूल के विवाद को मेरे ऊपर डालना चाह रहा था. इस बात पर 2 सितंबर को उससे बातचीत की थी, तब उसने मुझसे भी उल्टा सीधा कहा था. इसके बाद श्मशान का निर्माण कार्य का जायजा लेने गया था, तब राधेश्याम लठ लेकर मुझे मारने आ गया था. इस संबंध में मैंने थाने में भी शिकायत दे दी थी. राधेश्याम ने यह घटना भी खुद के साइको किस्म के होने के चलते ही की है.

अब दर्ज हुआ क्रॉस केस : इधर, पुलिस ने इस पूरे मामले में राधेश्याम और पार्षद हरिओम सुमन की तरफ से दी शिकायतों पर मुकदमे दर्ज कर लिए हैं. पूरे प्रकरण में कहां पर ढिलाई बरती गई इसकी जांच पुलिस उप अधीक्षक मुकुल शर्मा को सौंप दी गई है. इसमें सभी तथ्यों को देखा जाएगा. वहीं इस मामले में यह बात भी सामने आ रही है कि पुलिस को उसके आत्मदाह करने की सूचना पहले ही मिल गई थी. इस पर एडिशनल एसपी राजेश मील का कहना है कि मामले की पड़ताल की जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें जांच के बाद निश्चित तौर पर कार्रवाई भी होगी. साथ ही इस प्रकरण में देरी क्यों हुई इस संबंध में भी जांच की जा रही है.

Last Updated : Sep 16, 2022, 11:08 PM IST
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