कोटा. खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया और पूर्व मंत्री व सांगोद विधायक भरत सिंह के बीच सोरसन अभ्यारण में गोडावण प्रजनन केंद्र को लेकर तकरार चल रही है. मंत्री प्रमोद जैन भाया गोडावण के सोरसन में अस्तित्व की बात को नकार चुके हैं, तो दूसरी तरफ विधायक भरत सिंह इस बात के लिए अडिग हैं कि सरकार की बजट घोषणा के अनुरूप गोडावण प्रजनन केंद्र स्थापित किया जाए.
इसी विवाद के बीच नेशनल हाईवे 27 पर सीमलिया टोल प्लाजा के नजदीक एक बड़े होर्डिंग जरिए खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया पर हमला किया गया था. उन पर पत्थर, रेती और मिट्टी खाने का आरोप लगाया गया था. जिसमें 'खाया रे खाया भाया ने खाया' लिखा था. इस मामले में होर्डिंग के मालिक व एडवरटाइजिंग एजेंसी संचालक प्रीतपाल सिंह अरोड़ा ने कोटा ग्रामीण एसपी और सीमलिया थाने में रजिस्टर्ड डाक के जरिए मुकदमा दर्ज कराने के लिए भेजा है.
दूसरी तरफ वकील के जरिए भी समाचार पत्रों में आम सूचना प्रकाशित करवाई है कि यह होर्डिंग उसकी सहमति के बिना ही लगाए गए थे. मंत्री प्रमोद जैन भाया के समर्थक भी इस मामले में एडवरटाइजिंग एजेंसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाएंगे. कोटा ग्रामीण पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन का कहना है कि उन्हें अभी इस तरह की शिकायत नहीं मिली है.
विज्ञापन एजेंसी के प्रितपाल सिंह अरोड़ा ने पुलिस को रजिस्टर्ड डाक से भेजी शिकायत में लिखा है कि कोविड-19 के कारण सीमलिया टोल प्लाजा टोल के नजदीक के उनके होर्डिंग खाली पड़े हुए हैं. इन पर कुछ अज्ञात लोगों ने मेरी जानकारी के बिना ही खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी के पोस्टर लगाएं हैं. जिनमें अमर्यादित, अपमानजनक और आधारहीन भाषा का उपयोग किया हैं. इसमें मेरी बिल्कुल भी भूमिका नहीं है. उन्होंने पुलिस से पोस्टर लगाने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष बोली- हमने लगवाए थे पोस्टर
कांग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष जया मीणा का कहना है कि एमएलए भरत सिंह ने हमें इस तरह के पोस्टर लगाने के लिए नहीं कहा था, लेकिन उन्होंने सरकार को चेताया था कि सोरसन अभ्यारण के नजदीक खनन हो रहा है, सरकार को लिखे पत्र पर किसी भी तरह का मंथन नहीं किया गया. इसलिए हम कार्यकर्ताओं को सड़क पर उतरना पड़ा और पोस्टर लगाए थे, ताकि जनता को भी पता चले गए कौन कितना भ्रष्ट है. पता नहीं ये पोस्टर किसने हटा दिए, लेकिन हटा दिए हैं. यह हमने 4 से 5 दिन पहले लगाए थे और 3 दिन पहले हटा दिया था. वहीं, सीमलिया व कराड़िया के बीच लगा पोस्टर भी कल हटा दिया है.