कोटा. जिले के महावीर नगर थाना इलाके में रंगबाड़ी स्थित एक आश्रय स्थल में निराश्रित बच्चों को रखा जाता है. उसकी संचालिका के खिलाफ पुलिस ने निराश्रित बच्चों से मारपीट करने का मुकदमा दर्ज किया है. यह मुकदमा बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कनीज फातिमा की रिपोर्ट पर दर्ज किया गया है.
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कनीज फातिमा ने बताया कि 6 जुलाई को बाल कल्याण समिति की टीम ने निरीक्षण किया था. इस दौरान बच्चों से गुप्त मंत्रणा की गई. इस दौरान बच्चों ने मारपीट की बात कही थी. वहीं, 2 बच्चों ने लिखित में तहरीर भी बाल कल्याण समिति को दी थी, जिसके बाद उन्होंने कोटा शहर एसपी डॉ. विकास पाठक से बात की.
इसके बाद पुलिस को जांच के लिए लिखा था. उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ मारपीट लोहे के पाइप और डंडों से की जाती है. साथ ही उन्हें छोटी-छोटी बातों पर भी जबरन संचालिका और अन्य स्टाफ पीटता है. बच्चों को बिना कपड़ों के कमरे में बंद कर दिया जाता है, जिसमें पंखे और कूलर भी नहीं चलाए जाते.
महावीर नगर थाना अधिकारी की भवानी सिंह ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली थी, जिसके बाद जांच के लिए वे चिकित्सकों और पुलिस के साथ आश्रय स्थल पहुंचे थे, लेकिन संस्था के संचालक और स्टाफ ने पुलिस व चिकित्सकों का अंदर नहीं जाने दिया. साथ ही कहा कि बाल कल्याण समिति की टीम जब आएगी तो उन्हीं के साथ अंदर प्रवेश करने दिया जाएगा.
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इसके बाद शनिवार को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए संचालिका और स्टाफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इसकी जांच की जा रही है.
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कनीज फातिमा का कहना है कि उन्हें एक बच्चे की मां ने भी शिकायत की थी, जो वहां रहता था. इस बच्चे पर चोरी का आरोप लगाते हुए मारपीट वहां के स्टाफ ने की. इसके बाद बच्चे को मां लेकर चली गई. इसके अलावा दो बच्चों को भी दूसरी जगह पर शिफ्ट किया गया है, जिन्होंने मारपीट के बाद संस्थान के संचालकों के खिलाफ कही थी.