कोटा. एसीबी की टीम ने मंगलवार को न्यायालय परिसर में कार्रवाई करते हुए रीडर और यूडीसी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. दोनों ने तारीख लंबी नहीं देने के एवज में 500 रुपये की रिश्वत की मांग की थी. जानकारी के अनुसार एसीबी ने एसीजेएम फर्स्ट के रीडर गोपाल प्रसाद जैन और यूडीसी सुरेश चंद्र जाट को गिरफ्तार किया है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी ठाकुर चंद्र शील कुमार ने बताया कि उन्हें परिवादी एडवोकेट शहजाद अली खान ने 7 दिसंबर को परिवाद दिया था. जिसमें बताया कि एसीजेएम फर्स्ट के रीडर गोपाल प्रसाद जैन और यूडीसी सुरेश चंद्र जाट हमेशा ही जमानत होने पर मुचलके की तस्दीक करवाने और अन्य कार्यों के लिए रिश्वत की मांग करते हैं. ऐसे में 500 या 1000 रुपये मांगते हैं. रुपए नहीं देने पर अभद्रता करते हैं और केस बिगाड़ने की धमकी देते हैं.
यह भी पढ़ें: जोधपुर: महिला ने यातायात के एएसआई पर लगाया दुष्कर्म का आरोप
उन्होंने बताया कि एडीजे क्रम संख्या तीन न्यायालय से एक मुलजिम की जमानत के आदेश दिए गए थे. इसका जमानत का मुचलका लेकर वह एसीजेएम कोर्ट एक में गए, तो वहां पर रीडर ने 1000 रुपए की रिश्वत मांगी. एसीबी ने परिवादी एडवोकेट शहजाद अली खान की शिकायत पर रिश्वत मांग का सत्यापन कराया. जिसमें रिश्वत की एक हजार रुपए की राशि परिवादी एडवोकेट शहजाद अली खान के क्लाइंट जाहिद खान से ली.
यह भी पढ़ें: अलवर : 17 साल के लड़के ने 6 साल की बच्ची से की छेड़छाड़, आरोपी निरुद्ध
मांग का सत्यापन होने के बाद एसीबी ने मंगलवार को ट्रैप की कार्रवाई का प्लान बनाया. इसके तहत आरोपी रीडर गोपाल प्रसाद जैन और यूडीसी सुरेश चंद जाट ने 500 रुपए की रिश्वत ली. परिवादी का इशारा मिलते ही एसीबी की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही उनके पास से रिश्वत की राशि 500 रुपए भी पर्स से बरामद कर ली. इस पूरी कार्रवाई में एसीबी के निरीक्षक अजीत बागडोलिया, कांस्टेबल भरत सिंह, नरेंद्र सिंह, खालिक, देवेंद्र सिंह, दिलीप सिंह, बृजराज सिंह, मुकेश कुमार और जावेद शामिल थे.