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कोटा: ACB ने खनन विभाग के SME को एक लाख की रिश्वत लेते किया गिरफ्तार - SME of Mining Department arrested

बूंदी ACB की टीम ने बुधवार को कोटा में खनन विभाग के सुप्रिटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई को कार्रवाई कोटा ACB के कार्यवाहक एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार के नेतृत्व में बूंदी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तरुणकांत सोमानी ने अंजाम दिया.

खनन विभाग का SME गिरफ्तार, SME of Mining Department arrested
खनन विभाग का SME गिरफ्तार
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Published : Dec 25, 2019, 4:51 PM IST

Updated : Dec 25, 2019, 5:11 PM IST

कोटा. बूंदी ACB की टीम ने बुधवार को कोटा में खनन विभाग के सुप्रिटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह रिश्वत की राशि उन्होंने परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा के रॉयल्टी ठेके की सिक्योरिटी राशि वापस करने की एवज में रिश्वत ली है. कार्रवाई कोटा ACB के कार्यवाहक एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार के नेतृत्व में बूंदी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तरुण कांत सोमानी ने की है.

खनन विभाग के SME को ACB ने किया गिरफ्तार

बूंदी ACB के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तरुण कांत सोमानी ने बताया कि राजेंद्र कुमार शर्मा ने 22 दिसंबर को शिकायत दी थी. जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी सिक्योरिटी राशि रिलीज करने की एवज में सुप्रिटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर पन्ना लाल मीणा 2 लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं.

जिसके बाद शिकायत का सत्यापन कराया गया, जिसमें 1 लाख रुपए की मांग साबित हुई. परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा ने बुधवार को आरोपी पन्ना लाल मीणा के आरकेपुरम स्थित घर पर रिश्वत की राशि दी. जिसे आरोपी ने कागज में लपेट कर अपने गैराज में छुपा दी. वहीं, जब ACB ने दबिश दी और पन्नालाल से राशि के बारे में पूछताछ की तो सामने आया कि उसने राशि को गैराज में छुपा दिया था. जिसके बाद ACB ने राशि को जब्त कर लिया.

पढ़ें- सरकारी स्कूलों के सूरत-ए-हाल: ...आखिर कैसे तैयार होंगे 'देश के भविष्य', जब 20 से अधिक स्कूल कई सुविधाओं से वंचित हैं

9 महीने से रोज लगा रहा था चक्कर

परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि मेरा मैसेंजर स्टोन का ठेका 31 मार्च 2019 को समाप्त हो गया था. जिसके सिक्योरिटी राशि के 19 लाख रुपए की एफडी जमा थी और उसको निकलवाने के लिए 9 महीने से चक्कर लगा रहा था. परिवादी ने बताया कि मैं रोज सुबह टिफिन लेकर ऑफिस आ जाता था. उसके बाद पहले नीचे के अधिकारियों से काम करवाया, जिनको काफी पैसा दिया है. करीब 50 हजार रुपए मैं नीचे के अधिकारियों को दे चुका हूं. चपरासी से लेकर माइनिंग इंजीनियर तक यहां पर सभी अधिकारी भ्रष्ट हैं.

सुप्रिटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर पन्ना लाल मीणा ने मेरे पार्टनर मनोज जैन से 2 लाख रुपए मांगे और 1 लाख में सौदा तय हुआ था. मुझे इस काम में वैसे भी घाटा हुआ था, साथ ही मेरे 19 लाख रुपए भी उलझे हुए हैं. ऐसे में मैंने ACB को शिकायत दी. जिसके बाद बुधवार को मैं एक लाख रुपए देकर आया और ACB ने आरोपी पन्ना लाल मीणा को गिरफ्तार कर लिया.

कोटा. बूंदी ACB की टीम ने बुधवार को कोटा में खनन विभाग के सुप्रिटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह रिश्वत की राशि उन्होंने परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा के रॉयल्टी ठेके की सिक्योरिटी राशि वापस करने की एवज में रिश्वत ली है. कार्रवाई कोटा ACB के कार्यवाहक एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार के नेतृत्व में बूंदी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तरुण कांत सोमानी ने की है.

खनन विभाग के SME को ACB ने किया गिरफ्तार

बूंदी ACB के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तरुण कांत सोमानी ने बताया कि राजेंद्र कुमार शर्मा ने 22 दिसंबर को शिकायत दी थी. जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी सिक्योरिटी राशि रिलीज करने की एवज में सुप्रिटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर पन्ना लाल मीणा 2 लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं.

जिसके बाद शिकायत का सत्यापन कराया गया, जिसमें 1 लाख रुपए की मांग साबित हुई. परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा ने बुधवार को आरोपी पन्ना लाल मीणा के आरकेपुरम स्थित घर पर रिश्वत की राशि दी. जिसे आरोपी ने कागज में लपेट कर अपने गैराज में छुपा दी. वहीं, जब ACB ने दबिश दी और पन्नालाल से राशि के बारे में पूछताछ की तो सामने आया कि उसने राशि को गैराज में छुपा दिया था. जिसके बाद ACB ने राशि को जब्त कर लिया.

पढ़ें- सरकारी स्कूलों के सूरत-ए-हाल: ...आखिर कैसे तैयार होंगे 'देश के भविष्य', जब 20 से अधिक स्कूल कई सुविधाओं से वंचित हैं

9 महीने से रोज लगा रहा था चक्कर

परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि मेरा मैसेंजर स्टोन का ठेका 31 मार्च 2019 को समाप्त हो गया था. जिसके सिक्योरिटी राशि के 19 लाख रुपए की एफडी जमा थी और उसको निकलवाने के लिए 9 महीने से चक्कर लगा रहा था. परिवादी ने बताया कि मैं रोज सुबह टिफिन लेकर ऑफिस आ जाता था. उसके बाद पहले नीचे के अधिकारियों से काम करवाया, जिनको काफी पैसा दिया है. करीब 50 हजार रुपए मैं नीचे के अधिकारियों को दे चुका हूं. चपरासी से लेकर माइनिंग इंजीनियर तक यहां पर सभी अधिकारी भ्रष्ट हैं.

सुप्रिटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर पन्ना लाल मीणा ने मेरे पार्टनर मनोज जैन से 2 लाख रुपए मांगे और 1 लाख में सौदा तय हुआ था. मुझे इस काम में वैसे भी घाटा हुआ था, साथ ही मेरे 19 लाख रुपए भी उलझे हुए हैं. ऐसे में मैंने ACB को शिकायत दी. जिसके बाद बुधवार को मैं एक लाख रुपए देकर आया और ACB ने आरोपी पन्ना लाल मीणा को गिरफ्तार कर लिया.

Intro:सिक्योरिटी राशि रिलीज करने की एवज में सीनियर माइनिंग इंजीनियर पन्ना लाल मीणा दो लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं. शिकायत का सत्यापन कराया जिसमें एक लाख रुपए की मांग साबित हुई. आज परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा ने आज आरोपी पन्ना लाल मीणा के आरकेपुरम स्थित घर पर को रिश्वत की राशि दी, यह रिश्वत की राशि आरोपी ने कागज में लपेट कर अपने गैराज में छुपा दी.


Body:कोटा.
बूंदी एसीबी की टीम ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए कोटा में खनन विभाग के सीनियर माइनिंग इंजीनियर को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह रिश्वत की राशि उन्होंने परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा के रॉयल्टी ठेके की सिक्योरिटी राशि वापस करने की एवज में रिश्वत ली है. कार्रवाई कोटा एसीबी के कार्यवाहक एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार के नेतृत्व में बूंदी के पुलिस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तरुणकांत सोमानी ने की है.
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बूंदी तरुण कांत सोमानी ने बताया कि राजेंद्र कुमार शर्मा ने 22 दिसंबर को शिकायत दी थी कि उनकी सिक्योरिटी राशि रिलीज करने की एवज में सीनियर माइनिंग इंजीनियर पन्ना लाल मीणा दो लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं. शिकायत का सत्यापन कराया जिसमें एक लाख रुपए की मांग साबित हुई. आज परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा ने आज आरोपी पन्ना लाल मीणा के आरकेपुरम स्थित घर पर को रिश्वत की राशि दी, यह रिश्वत की राशि आरोपी ने कागज में लपेट कर अपने गैराज में छुपा दी. जब एसीबी ने दबिश दी और पन्नालाल से राशि के बारे में पूछताछ की. तब सामने आया कि उसने राशि को गैराज में छुपा दी थी. जहां से एसीबी ने राशि को जप्त कर लिया है.




Conclusion:परिवादी ने कहा 9 महीने से रोज लगा रहा था चक्कर
परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि मेरा मैसेंजर स्टोन का ठेका 31 मार्च 2019 को समाप्त हो गया था. जिसके सिक्योरिटी राशि के 19 लाख रुपए की एफडी जमा थी उसको निकलवाने के लिए 9 महीने से चक्कर लगा रहा था. मैं रोज सुबह टिफिन लेकर ऑफिस आ जाता था. उसके बाद पहले नीचे के अधिकारियों से काम करवाया, जिनको भी काफी पैसा मैंने दिया है. करीब 50 हजार रुपए में नीचे के अधिकारियों को दे चुका हूं. चपरासी से लेकर माइनिंग इंजीनियर तक यहां पर भ्रष्ट अधिकारी है. सीनियर माइनिंग इंजीनियर पन्ना लाल मीणा ने मेरे पार्टनर मनोज जैन से 2 लाख रुपए मांगे और एक लाख में सौदा तय हुआ था. मुझे इस काम में वैसे भी घाटा हुआ था, साथ ही मेरे 19 लाख रुपए भी उलझे हुए हैं. ऐसे में मैंने एसीबी को शिकायत कर दी. आज मैं एक लाख रुपए देकर आया, तब एसीबी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

बाइट का क्रम

बाइट-- तरुण कांत सोमानी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसीबी बूंदी
बाइट-- राजेंद्र कुमार शर्मा, परिवादी
Last Updated : Dec 25, 2019, 5:11 PM IST
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