कोटा. बूंदी ACB की टीम ने बुधवार को कोटा में खनन विभाग के सुप्रिटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह रिश्वत की राशि उन्होंने परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा के रॉयल्टी ठेके की सिक्योरिटी राशि वापस करने की एवज में रिश्वत ली है. कार्रवाई कोटा ACB के कार्यवाहक एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार के नेतृत्व में बूंदी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तरुण कांत सोमानी ने की है.
बूंदी ACB के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तरुण कांत सोमानी ने बताया कि राजेंद्र कुमार शर्मा ने 22 दिसंबर को शिकायत दी थी. जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी सिक्योरिटी राशि रिलीज करने की एवज में सुप्रिटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर पन्ना लाल मीणा 2 लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं.
जिसके बाद शिकायत का सत्यापन कराया गया, जिसमें 1 लाख रुपए की मांग साबित हुई. परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा ने बुधवार को आरोपी पन्ना लाल मीणा के आरकेपुरम स्थित घर पर रिश्वत की राशि दी. जिसे आरोपी ने कागज में लपेट कर अपने गैराज में छुपा दी. वहीं, जब ACB ने दबिश दी और पन्नालाल से राशि के बारे में पूछताछ की तो सामने आया कि उसने राशि को गैराज में छुपा दिया था. जिसके बाद ACB ने राशि को जब्त कर लिया.
9 महीने से रोज लगा रहा था चक्कर
परिवादी राजेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि मेरा मैसेंजर स्टोन का ठेका 31 मार्च 2019 को समाप्त हो गया था. जिसके सिक्योरिटी राशि के 19 लाख रुपए की एफडी जमा थी और उसको निकलवाने के लिए 9 महीने से चक्कर लगा रहा था. परिवादी ने बताया कि मैं रोज सुबह टिफिन लेकर ऑफिस आ जाता था. उसके बाद पहले नीचे के अधिकारियों से काम करवाया, जिनको काफी पैसा दिया है. करीब 50 हजार रुपए मैं नीचे के अधिकारियों को दे चुका हूं. चपरासी से लेकर माइनिंग इंजीनियर तक यहां पर सभी अधिकारी भ्रष्ट हैं.
सुप्रिटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर पन्ना लाल मीणा ने मेरे पार्टनर मनोज जैन से 2 लाख रुपए मांगे और 1 लाख में सौदा तय हुआ था. मुझे इस काम में वैसे भी घाटा हुआ था, साथ ही मेरे 19 लाख रुपए भी उलझे हुए हैं. ऐसे में मैंने ACB को शिकायत दी. जिसके बाद बुधवार को मैं एक लाख रुपए देकर आया और ACB ने आरोपी पन्ना लाल मीणा को गिरफ्तार कर लिया.